नई दिल्ली: दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए युद्धस्तर पर तैयारी की है. दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने कंटीली तार, बैरिकेड और बोल्डर लगाकर किलेबंदी कर दी है. इतना ही नहीं किसानों के धरनास्थल से दिल्ली की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को पुलिस ने मजबूती से बंद कर दिया है.
गाजीपुर बॉर्डर के फ्लाइओवर के ऊपर और नीचे दोनों रास्तों को किले में बदल दिया गया है. दिल्ली की सीमा पर देश के बॉर्डर जैसी तैयारियां देखकर सवाल उठता है आखिर दिल्ली पुलिस इतनी बड़ी तैयारी क्यों कर रही है? इसका जवाब किसी के पास नहीं है. हालांकि किसान नेताओं का कहना है ये सब प्रशासन का डर है.
किसानों ने लगाए प्रशासन पर गंभीर आरोप
26 जनवरी की हिंसा और 29 जनवरी को किसानों पर हुए हमले के बाद दिल्ली पुलिस ने आंदोलन की जगह से दिल्ली की तरफ आने वाले रास्ते को रोकने में पूरी ताकत झोंक दी है. किसानों का आरोप है कि प्रदर्शनवाली जगहों पर पुलिस ने बिजली, पानी, शौचालय की सुविधा हटा दी है. साथ ही प्रदर्शन वाली जगहों पर इंटरनेट भी बंद कर दिया है.
ट्विटर ने ब्लॉक किए कई अकाउंट्स
किसानों का आरोप है कि प्रशासन ने किसान आंदोलन से जु़ड़े कई ट्विटर अकाउंट भी बंद कर दिए हैं और आंदोलन से जुड़े कई कार्यकर्ता गिरफ्तार और लापता हैं. आईटी मंत्रालय की तरफ से करीब ढाई सौ ट्विटर अकाउंट को सोमवार को ये कहते हुए ब्लॉक कर दिया गया कि इनसे फर्जी और माहौल खराब करने वाले ट्वीट्स किए गए. इसमें किसान एकता मोर्चा का अकाउंट था, हालांकि बाद में इसे बहाल कर दिया गया.
सोमवार को 3 घंटे के लिए चक्का जाम किया
सरकार की तरफ से इंटरनेट बंद करने के बाद किसानों ने गांवों में महापंचायत बुलाने के लिए पारंपरिक तरीके और लाउडस्पीकर का सहारा लिया है. वहीं, धरनास्थलों के पास पुलिस की तैयारियों और आंदोलन की आगे की रूपरेखा को लेकर किसान संयुक्त मोर्चा ने सिंघु बॉर्डर पर सोमवार को बैठक की है, जिसमें फरवरी को 3 घंटे के लिए चक्का जाम का एलान किया गया था।
सीमाओं पर लगाए गए हैं कंक्रीट के बैरिकेड और कंटीले तार
दिल्ली पुलिस द्वारा बैरिकेड के ऊपर कंटीले तार और परमानेंट कंक्रीट के बैरिकेड लगाए गए हैं. ये स्थाई बैरिकेड लगाने का कारण प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली की सीमा में प्रवेश करने से रोकना है. कंक्रीट के इन बैरिकेड को पार करना मुमकिन नहीं है. इन्ही बैरिकेड पर कंटीले तार भी लगाए जा रहे हैं ताकि कोई भी इन्हें फांदने की हिमाकत न कर सके.
सिंघु बार्डर पर सीमेंट के अवरोध बनवाए गए हैं
किसानों के प्रमुख प्रदर्शन स्थल सिंघु बॉर्डर पर पुलिसकर्मियों के निरीक्षण और निर्देशानुसार मजदूर सीमेंट के अवरोधकों की दो कतार के बीच लोहे की छड़ें लगाते नजर आए. इसका कारण ये है कि प्रदर्शनकारी किसानों का दिल्ली में प्रवेश प्रतिबंधित किया जा सके. ऐसा करके दिल्ली-हरियाणा बार्डर का एक अन्य हिस्सा अब बंद कर दिया गया है.
दिल्ली और गाजियाबाद के बीच वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित
इतना ही नहीं दिल्ली पुलिस ने अक्षरधाम के पास सड़कों को अवरुद्ध कर दिया और राष्ट्रीय राजमार्ग -24 पर दिल्ली और गाजियाबाद के बीच वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है. इस वजह से सोमवार को दिल्ली और गाजियाबाद के बीच वाहनों को आवगमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. ट्रैफिर डायवर्जन की वजह से कई जगहों पर जाम की स्थिति बन गई. वहीं दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने भी ये साफ-साफ कह दिया है कि जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते हैं तब तक हाईवे के रास्ते गाजियाबाद से आने-जाने का रूट बंद ही रहेगा.
सिंघु बार्डर पर दिल्ली पुलिस बजा रही देशभक्ति के गाने
इसके साथ ही दिल्ली पुलिस द्वारा अपने जवानों में जोश भरने के लिए सिंघु बार्डर पर कई जगह म्यूजिक सिस्टम लगाए गए हैं. जिन पर देशभक्ति गाने बजाए जा रहे हैं. वहीं किसान लाउडस्पीकर बंद कराना चाहते हैं. किसान मजदूर संघर्ष समिति के एक प्रेस नोट के अनुसार, इससे पहले कि किसान केंद्र के साथ बातचीत आगे बढ़ा सकें उनकी एक मांग ये भी है कि दिल्ली पुलिस के लाउडस्पीकरों को सिंधु बॉर्डर पर गाने बजाने के लिए बंद कर दिया जाए. गौरतलब है क एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें बॉलीवुड फिल्म ‘बॉर्डर’ के गाने ‘संदेशे आते हैं’ को लाउडस्पीकर पर बजाते हुए सुना जा सकता है. वीडियो में भारी सुरक्षा तैनाती भी देखी जा सकती है.
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर साधा निशाना
वहीं कांग्रेस ने दिल्ली की सीमाओं पर किए गए दिल्ली पुलिस के सुरक्षा इंतजाम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर लिखा है कि, ” अहंकारी तानाशाह के जुल्म की इंतहा देखें, किसानों के रास्तें में कील लगा दी, जानलेवा शरीर चीरने वाले नश्तर लगवा दिए, ये सरकार है कि हैवानियत की जागीरदार, जान लो मोदी जी आप किसानों के संकल्प को नहीं हरा पाओगे.”
6 फरवरी को किसान करेंगे चक्का जाम
वहीं आपको बता दें कि प्रदर्शनकारी किसानों ने 6 फरवरी को दोपहर के 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम करने का ऐलान किया है. ये चक्का जाम गिरफ्तारियों, इंटरनेट सस्पेंशन, रोड़ सील करने और पानी की सप्लाई बंद करने के खिलाफ किया जा रहा है. गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर अब तक 44 एफआईआर दर्ज की हैं और अब तक 122 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.