बठिंडा. दिल्ली के टिकरी बार्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ मोर्चा लगाकर बैठे किसानों में सब डिवीजन तलवंडी साबो के गांव लालेआना के किसान लखवीर सिंह की हार्ट अटैक के कारण मौत हो गई। मृतक किसान का शव पी.जी.आई. रोहतक में रखा गया है। भाकियू एकता उगराहा ने परिवार के लिए 10 लाख रुपए मुआवजा व परिवारिक सदस्य के लिए नौकरी की मांग रखी है। तलवंडी साबो के गांव लालेआना का किसान लखवीर सिंह 26 नवम्बर से हरियाणा से डबवाली बार्डर जरिए भाकियू एकता उगराहा के साथ किसान संघर्ष में शामिल होकर दिल्ली धरने पर गया था, जिसकी धरने दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई। किसान की मौत के कारण इलाके व गांव में शोक का महौल है। मृतक के बेटे जगजीत सिंह ने बताया कि खेतीबाड़ी व घर का सारा काम उसके पिता ही देखते थे। उन्होंने मांग की केन्द्र सरकार को किसानों की मांगों को जल्दी मान लेना चाहिए और कृषि बिल को वापिस लेना चाहिए। मृतक किसान की पत्नी रणजीत कौर ने बताया कि रात फोन आया था सारे परिवार के साथ साथ अपने पोत्रे के साथ भी फोन पर बात करते रहे और दिल्ली संघर्ष बारे बताते रहे। भाकियू उगराहा नेताओं जिला नेता जगदेव जोगेवाला व ब्लाक नेता बिन्द्र ङ्क्षसह ने कहा कि गत रात किसान लखवीर ङ्क्षसह पुत्र मुखत्यार सिंह निवासी लालेआना को दिल का दौरा पड़ा, जिसे पहले दिल्ली के अस्पताल लेजाया गया जहां उसे पी.जी.आई. रोहतक रैफर कर दिया गया पर रास्ते में उसकी मौत हो गई। जत्थेबंदी के नेताओं ने कहा कि किसान लखवीर सिंह ने किसानी संघर्ष में लड़ते अपनी जान दी है इसलिए उसे शहीद का दर्जा दिया गया है। उन्होंने सरकार से मांग की शहीद के परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा व परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। किसान नेताओं ने कहा परिवार के साथ सलाह मश्वरा कर शहीद किसान का तब तक संस्कार नहीं किया जाएगा जब तक उनकी मांगे नहीं मान ली जाती। मृतक किसान अपने पीछे पत्नी, बेटा व बेटी छोड़ गया है।