नई दिल्ली। गाज़ियाबाद के रहने वाले राजीव गुप्ता ने 1989 में यूपीएससी की परीक्षा दी थी. लेकिन वो परीक्षा पास नहीं कर पाया था. इसके बाद राजीव आईजी तमिलनाडु पुलिस बनकर घूमने लगा. गाज़ियाबाद में रहने के बावजूद दिल्ली आकर लोगों से आईजी बनकर मिलता.
- उन्हें बताता कि वो तमिलनाडु पुलिस में आईजी है. राजीव के पास आईजी का आईकार्ड भी था. आईकार्ड पर कैडर 1089 लिखा हुआ था. इसी कार्ड को दिखाकर कई लोगों को डराने-धमकाने का आरोप भी राजीव पर लगा है. एक शिकायत के बाद ही दिल्ली पुलिस ने राजीव को गिरफ्तार किया है.
- राजीव पाइप की दुकान चलाता है. पुलिस इस बात की जांच भी कर रही है कि राजीव ने आईजी बनकर कहीं लोगों को ठगा तो नहीं है. पुलिस को राजीव के पास से तीन आईडी कार्ड बरामद हुए हैं. ये तीनों ही कार्ड तमिलनाडु पुलिस के हैं. कार्ड फर्जी होने की आशंका है.
- पूछताछ में राजीव ने बताया है कि वह परीक्षा में फेल हो गया था. लेकिन उसके साथ के कई दोस्त पास हो गए थे और आज आईजी रैंक तक पहुंच गए हैं. ये ही वजह है कि अपना रौब गालिब करने के लिए राजीव ने आईजी का आई कार्ड बनवाया हुआ था.