फैक्ट चेक: पाकिस्तानी मंत्री ने कश्मीरियों के विरोध प्रदर्शन को लेकर किया भ्रामक ट्वीट

पाकिस्तान के समुद्री मामलों के मंत्री अली हैदर ज़ैदी ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. पाकिस्तानी मंत्री के इस वीडियो और ट्वीट में कितनी हकीकत है, जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर.

 

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर को लेकर भारत के ताजा फैसले के बाद से ही सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार गर्म है. पाकिस्तान के समुद्री मामलों के मंत्री अली हैदर ज़ैदी ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है.

 

ये है दावा

ज़ैदी ने शुक्रवार को वीडियो ट्वीट कर दावा किया कि मोदी सरकार के अनुच्छेद 35A को निरस्त करने के बाद लाखों कश्मीरियों ने भारत अधिकृत कश्मीर में विरोध प्रदर्शन किया. वीडियो में भारी भीड़ दिख रही है और लोग इस्लामिक झंडों के साथ आज़ादी के नारे लगाते नजर आ रहे हैं.

दावे का सच

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल वीडियो कुछ साल पुराना है. कुछ यूट्यूब चैनल्स के अनुसार, यह वीडियो कश्मीरी उग्रवादी बुरहान वानी की शवयात्रा में शामिल हुई भीड़ का है.

कश्मीर में विरोध प्रदर्शन

बीते सोमवार को मोदी सरकार के अनुच्छेद 370 हटाने की घोषणा के बाद से ही घाटी में कर्फ्यू लगा हुआ था. शुक्रवार को जुमे की नमाज अदा करने के लिए पहली बार इस कर्फ्यू में ढील दी गई, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नमाज के बाद श्रीनगर के सौरा इलाके में कुछ लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया.

रॉयटर्स ने रिपोर्ट में दावा किया है कि करीब 10,000 प्रदर्शनकारियों की भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और पैलेट गन्स का इस्तेमाल किया.

उधर गृह मंत्रालय ने 10,000 लोगों के विरोध प्रदर्शन करने की मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज किया है.

मंत्रालय के अनुसार शुक्रवार को श्रीनगर और बारामूला में छिटपुट विरोध प्रदर्शन हुए थे, लेकिन इनमें 20 से ज्यादा लोग शामिल नहीं थे.

मीडिया रिपोर्ट्स के साथ शुक्रवार को हुए प्रदर्शन की कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं, लेकिन इनमें वायरल वीडियो जितनी भारी भीड़ नहीं दिखती.

वायरल वीडियो की पड़ताल

दावे का सच जानने के लिए हमने यूट्यूब पर कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया, तो हमें वायरल वीडियो का दो मिनट लंबा वर्जन मिल गया. इस वीडियो के 12 सेकंड के वायरल हो रहे हिस्से को देखा जा सकता है. इस वीडियो को नवंबर 2018 में ‘Burhan wani’s funeral’ शीर्षक के साथ अपलोड किया गया था.

हमें यूट्यूब पर इस से जुड़े कुछ और वीडियो भी मिले, जिन्हें साल 2016 में अपलोड किया गया था. वीडियो के साथ मौजूद जानकारी में इसे बुरहान वानी की शवयात्रा का बताया गया है.

.

हालांकि, हमें ऐसी कोई न्यूज़ रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें वायरल वीडियो का इस्तेमाल किया गया हो, लेकिन ये बात साफ है कि यह वीडियो इंटरनेट पर अनुच्छेद 35A के निरस्त होने के पहले से ही इंटरनेट पर मौजूद है.

कौन था बुरहान वानी?

बुरहान वानी आतंकी संगठन हिज़बुल मुजाहिद्दीन का कमांडर था, जिसे भारतीय सुरक्षा बल ने जुलाई 2016 में मार गिराया था. बुरहान वानी की मौत का कश्मीर के लोगों ने भारी विरोध किया था और उसकी शव यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए थे.

पड़ताल में यह साफ हुआ कि पाकिस्तानी मंत्री जैदी ने जिस वीडियो को शेयर किया है, वह करीब तीन साल पुराना है. बूम लाइव भी वीडियो से जुड़े दावे को ख़ारिज कर चुका है.

 

फैक्ट चेक
फैक्ट चेक: पाकिस्तानी मंत्री ने कश्मीरियों के विरोध प्रदर्शन को लेकर किया भ्रामक ट्वीट
दावा/ घाटी में अनुच्छेद 35A निरस्त होने के बाद लाखों कश्मीरियों ने विरोध प्रदर्शन किया.
निष्कर्ष/ ये वीडियो पुराना है और जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A के निरस्त होने के पहले से मौजूद है.

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.