मुंबई। सोमवार को 67वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स की घोषणा की गई। इस दौरान 2019 में रिलीज हुई फिल्मों को सम्मानित किया गया। नितेश तिवारी के निर्देशन में बनी सुशांत सिंह राजपूत, श्रद्धा कपूर स्टारर ‘छिछोरे’ को बेस्ट हिंदी फिल्म चुना गया। कंगना रनोट को मणिकर्णिका और पंगा के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला। यह उनके करियर का चौथा नेशनल अवॉर्ड है।
कैटेगरी | विजेता | अन्य |
बेस्ट फीचर फिल्म (हिंदी) | छिछोरे | डायरेक्टर- नितेश तिवारी |
बेस्ट एक्ट्रेस | कंगना रनोट | फिल्म- मणिकर्णिका, पंगा |
बेस्ट एक्टर | मनोज बाजपेयी, धनुष | |
बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर | विजय सेतुपति | |
बेस्ट सिंगर | बी प्राक | तेरी मिटटी- केसरी |
बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस | पल्लवी जोशी | |
बेस्ट एडिटिंग | जर्सी (तेलुगु) | |
बेस्ट ऑटोबायोग्राफी | खासी | |
बेस्ट स्क्रीनप्ले अडॉप्टेड | गुमनामी | |
बेस्ट सिनेमैटोग्राफी | जलीकट्टू | |
बेस्ट फीमेल सिंगर | बार्दो | |
बेस्ट फिल्म क्रिटिक | सोहिनी चट्टोपाध्याय | |
मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट | सिक्किम | |
बेस्ट नॉन फीचर फिल्म | वाइल्ड कर्नाटक | |
बेस्ट डायरेक्शन | संजय पूरण सिंह चौहान | फिल्म- बहत्तर हूरें |
बेस्ट चिल्ड्रेन फिल्म | कस्तूरी (हिंदी) | |
बेस्ट डायलॉग्स राइटर | द ताशकंद फाइल्स | |
बेस्ट ओरिजिनल स्क्रीनप्ले | ज्येष्ठोपुत्री | |
बेस्ट कोरियोग्राफी | महर्षि (तेलुगु) | |
बेस्ट स्टंट | अवाने श्रीमाननारायण (कन्नड़) | |
बेस्ट बुक ऑन सिनेमा | अ गांधियन अफेयर : इंडियाज क्युरियस पोर्ट्रेयल ऑफ लव इन सिनेमा | ऑथर- संजय सूरी |
ये अवॉर्ड्स एक साल की देरी से घोषित हुए हैं। क्योंकि पिछले साल कोरोना महामारी के चलते ऐसा नहीं हो सका था। ये अवॉर्ड्स केंद्र सरकारके सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले फिल्म फेस्टिवल निदेशालय द्वारा दिए जाते हैं।
अलग-अलग भाषाओं में इन फिल्मों को मिले बेस्ट फिल्मों के अवार्ड
फिल्म | भाषा |
पिंगारा | तूलू |
केंजिरा | पनिया |
अनुरूवड | मिशिंग |
लेवडू | खासी |
छोरियां छोरों से कम नहीं | हरियाणवी |
भूरन दी मेज | छत्तीसगढ़ी |
जर्सी | तेलुगू |
असुरन | तमिल |
रब दा रेडियो | पंजाबी |
साला बुराड़ बदला और कलिया अतितु | ओड़िया फिल्म |
इगीकोना | मणिपुरी |
कलानोत्तम | मलयालम |
बारडो | मराठी |
काजरो | कोंकणी |
अक्षी | कन्नड़ |
छिछोरे | हिंदी |
गुमनामी | बंगाली |
रोनुआ हू नेवर सरंडर्स | असमी |
ये पुरस्कार पारंपरिक रूप से राष्ट्रपति के हाथों वितरित किए जाते हैं। हालांकि, 66वें पुरस्कार उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू में दिए थे। जबकि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने विजेताओं के साथ हाई टी की मेजबानी की थी।