तेलंगाना / डॉक्टर के दुष्कर्म-हत्या के चारों आरोपी एनकाउंटर में मारे गए, क्राइम सीन रीक्रिएट के वक्त भागने की कोशिश कर रहे थे
27 नवंबर को हैदराबाद की वेटरनरी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म किया गया था, अगले दिन उसका जला हुआ शव मिला, साइबराबाद पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था, अदालत ने सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
हैदराबाद. तेलंगाना दुष्कर्म के चारों आरोपियों का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस आरोपियों को लेकर उस अंडरब्रिज पर पहुंची थी, जहां उन्होंने डॉक्टर को पेट्रोल डालकर जलाया था। पूछताछ और घटना को रीक्रिएट करने के दौरान आरोपी भागने लगे। इसके बाद पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। इसमें चारों की मौत हो गई।
14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए थे आरोपी
हैदराबाद में 27 नवंबर को टू-व्हीलर का टायर पंक्चर होने के बाद एक टोल प्लाजा के पास इंतजार कर रही 26 वर्षीय वेटरनरी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी। डॉक्टर का जला हुआ शव अगले दिन सुबह मिला था। पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनके नाम मोहम्मद आरिफ, जोलू शिवा, जोलू नवीन और चिंताकुंटा चेन्नाकेशवुलु था। आरिफ की उम्र 26 साल थी, जबकि बाकी आरोपियों की उम्र 20 साल बताई गई। ये सभी ट्रक ड्राइवर और क्लीनर थे, जिन्होंने शराब पीने के बाद 7 घंटे तक डॉक्टर के साथ दरिंदगी की थी। इसके बाद पीड़ित को शादनगर के बाहरी इलाके में जला दिया था। चारों आरोपियों को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।
27 नवंबर की घटना से हिल गया था देश
बता दें कि हैदराबाद के बाहरी इलाके शमशाबाद में 27 नवंबर की रात को चार ट्रक ड्राइवरों और क्लीनर ने मिलकर महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और पेट्रोल जलाकर मारने जैसे अपराध को अंजाम दिया था. इस घटना के बाद से दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की मांग को लेकर देश भर में प्रदर्शन हो रहे थे.
क्या होता है घटना का रिकंस्ट्रक्शन?
बता दें कि पुलिस केस की छानबीन और सबूत जुटाने के लिए वारदात की जगह पर ‘वारदात कैसे घटी’ या ‘वारदात को कैसे अंजाम दिया गया’ इसके लिए घटना का रिकंस्ट्रक्शन करती है. वारदात की जगह आरोपियों को भी ले जाया जाता है ताकि वह बताए कि उन्होंने वारदात को कैसे अंजाम दिया. पुलिस ये सब इसलिए करती है ताकि उसकी तरफ से केस मजबूत हो और वह अदालत में केस से जुड़े सभी पहलुओं को रख सके.
जानें चारों आरोपियों ने कैसे दिया था हैदराबाद गैंगरेप और हत्या को अंजाम, बनाई थी योजना
हैदराबाद: हैदराबाद में महिला डॉक्टर से गैंगरेप और उसको जलाकर मारने के चारों आरोपियों का तेलंगाना पुलिस ने आज एनकाउंटर कर दिया है. महिला डॉक्टर से गैंगरेप-हत्या के बाद पूरे देश में प्रदर्शन हो रहे थे. इन चारों आरोपियों ने योजना के तहत महिला डॉक्टर से गैंगरेप और उसकी हत्या की थी. आरोपियों ने पहले महिला का स्कूटर पंचर किया और उसके वापस लौटने के बाद पंचर बनाने का बहाना कर गैंगरेप किया और फिर जलाकर मार दिया.
आरोपियों ने कर दिया था स्कूटी में पंकचर
महिला डॉक्टर ने 27 नवंबर को घर से शाम 5.50 बजे निकलकर टोंदुपल्ली टोल गेट पर शाम 6 बजे स्कूटी पार्क की और अपने क्लीनिक के लिए कैब से निकली. इस बीच वहां खड़े एक ट्रक के साथ मौजूद चार लोगों ने यह साजिश रची. उसके वापस लौटने से पहले ही स्कूटर को पंक्चर कर दिया गया. जब वेटेरिनरी डॉक्टर वापस लौटी करीब 9 बजे तो उसने देखा कि स्कूटी पंकचर है. ऐसे में उसे मदद कि ज़रूरत थी.
महिला को घसीट कर ले गए थे आरोपी
उसने अपनी बहन को फोन कर बताया कि कुछ ट्रक वालों से उसे डर लग रहा है. इस बीच हाईवे पर युवती का मुंह बंद कर उसे ट्रक के पीछे ले जाया गया. वहीं पास में एक ग्राउंड है जहां उसे घसीट कर ले गए और इस घिनौने वारदात को अंजाम दिया. हैरानी वाली बात यह कि इस ग्राउंड में वॉचमैन का घर भी है लेकिन उसने भी इसे नोटिस नहीं किया.
घरवालों के मुताबिक, प्रियंका ने बुधवार को अपनी बहन को कॉल करके कहा था, ‘’मेरी स्कूटी टूट गई है. मुझे बहुत डर लग रहा है.’’ जब प्रियंका के परिवार ने बाद में उससे संपर्क करने की कोशिश की तो उसका मोबाइल फोन बंद हो गया. जब प्रियंका घर वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद गांववालों ने ब्रिज के पास जले हुए शव को देखकर पुलिस को जानकारी दी. बाद में प्रियंका के पिता श्रीधर रेड्डी ने शव की पहचान की.