दिल्ली चुनाव: दिल्ली की सत्ता में लगातार 15 साल तक राज करने वाली कांग्रेस चुनाव में दोबारा से अपनी खोई जमीन को वापस हासिल करने की कोशिशों में लगी है. आम आदमी पार्टी को रास्ते पर चलते हुए कांग्रेस ने रविवार को जारी किए अपने घोषणापत्र में फ्री बिजली और पानी को ही पूरा फोकस रखा. कांग्रेस ने वादा किया कि वह दिल्ली में सत्ता में आने पर 300 यूनिट बिजली फ्री देगी. कांग्रेस के इस वादे को चुनौते देते हुए आम आदमी पार्टी ने उसे पहले पार्टी शासित राज्यों में 30 यूनिट बिजली फ्री देने की चुनौती दी है.
राज्यसभा सदस्य और आप नेता संजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस को सबसे पहले अपनी सरकार वाले राज्यों में 30 यूनिट फ्री बिजली देनी चाहिए. उन्होंने कहा, ”सिर्फ बड़ी बातों से काम पूरे नहीं होते हैं. कांग्रेस को अपनी सरकार वाले राज्यों की बिजली दरों के बारे में जवाब देना चाहिए. दिल्ली में भी कांग्रेस ने 15 साल तक राज किया, लेकिन उसकी सरकार में लगातार बिजली दरों में बढ़ोतरी होती थी.” इसके साथ ही संजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस के वादों पर कोई विश्वास नहीं करेगा.
इससे पहले राजेंद्र नगर से आप उम्मीदवार और पार्टी प्रवक्ता राघव चड्डा ने बीजेपी को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, ”बीजेपी शासित राज्यों में बिजली की दरें काफी महंगी हैं. गुजरात में 200 यूनिट पर 600 रुपये बिजली बिल लिया जाता है, जबकि हरियाणा में दिन में 6 से 8 घंटे बिजली कट लगता है. गुजरात और हरियाणा दोनों ही राज्यों में बीजेपी की सरकार है.”
दिल्ली चुनाव के दौरान बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच ही सीधी टक्कर देखने को मिल रही है. वहीं कांग्रेस की नज़र सिर्फ उन सीटों पर दिख रही जो 15 साल की सत्ता के दौरान उसका सबसे मजबूत गढ़ रही हैं. दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए 8 फरवरी को मतदान होना है, जबकि नतीजों की घोषणा 11 फरवरी को होगी.