कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए हो सकता है चुनाव, अभी तक किसी एक नाम पर सहमति नहीं

कांग्रेस के अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद सबसे बड़ा सवाल है कि पार्टी का अगला अध्यक्ष कौन होगा. अब पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे और पूर्व सांसद अभिजीत मुखर्जी ने भी प्रियंका से पार्टी की कमान संभालने की अपील की है.

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नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी की इस वक़्त सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है कि वो पार्टी का नया अध्यक्ष किसे और कैसे चुने ? किसी एक नाम पर सहमती बनाने के लिए सीनियर और युवा नेताओ ने कई बैठक की लेकिन किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पा रही है ऐसे मे जल्द ही कांग्रेस वर्किग कमेटी की बैठक बुलाकर अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस चुनाव करा सकती है. इस सब में सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि इस बार कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव मे गाधी परिवार नहीं होगा और सूत्रों की माने को ऐसी स्थति मे पार्टी मे बंटवारा हो सकता है.

सूत्रों के मुताबिक़ कांग्रेस मे अभी तक सात लोग कांग्रेस अध्यक्ष पद की दावेदारी ठोक रहे है जिनमें 5 चेहरे सुशील कुमार शिंदे मलिकार्जुन खड़गे, मुकुल वासनिक, कुमारी शैलजा और मीरा कुमार दलित है. इसके अलावा ज्योतिरादित्य सींधिया और सचिन पायलट पार्टी के युवा और ओबीसी चेहरे है लेकिन जब सब नेताओं से बात करके किसी एक नाम पर सहमती बनाने की कोशिश हुई उसमें कामयाबी नहीं मिल पायी. इसकी सबसे बजी वजह ख़ुद राहुल गाधी हैं क्योंकि उन्होंने अपने इस्तीफ़े मे ये साफ़ लिखा था कि कुछ लोगों का समूह बनाया जाए ताकि जल्द से जल्द नया कांग्रेस अध्यक्ष चुना जा सके.

राहुल गाधी के इस्तीफ़े के बाद सीनियर नेताओ का एक समूह सोनिया गांधी के पास गया था ताकि गांधी परिवार की तरफ़ कोई से नाम सुझाया जाए. लेकिन राहुल के बाद सोनिया गाधी ने भी साफ़ मना कर दिया और कहा कि हम तीनों लोगों मे से कोई भी इस प्रकिया का हिस्सा नही बनेगा. यानि कांग्रेस मे गांधी परिवार के बिना अध्यक्ष चुनना अब बड़ी चुनौती हो गई है ऐसे रास्ता बचता है कि कांग्रेस वर्किग कमेटी की बैठक बुलाकर पार्टी मे अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराया जाए.

कांग्रेस वर्किग कमेटी चुनाव की घोषणा कर भी देती है तो चुनाव तीन राज्यों ( हरियाणा , झारखंड और महाराष्ट्र ) के विधानसभा चुनाव के बाद ही हो पाएगा. इससे पहले 1997 मे राजेश पायलट ने सीताराम केसरी के ख़िलाफ़ और 2000 मे जितेन्द्र प्रसाद ने सोनिया गांधी के सामने चुनाव लड़ा था और सोनिया गाधी चुनाव जीत गयी थी लेकिन इस बार सामने गांधी परिवार नहीं होगा.

पार्टी में प्रियंका गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की मांग तेज

कांग्रेस अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद पार्टी में प्रियंका गांधी वाड्रा को इस संकटपूर्ण समय में सबसे पुरानी पार्टी का प्रमुख बनाने की मांग उठ रही है. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे और पूर्व सांसद अभिजीत मुखर्जी ने प्रियंका गांधी वाड्रा के पक्ष में खुली अपील करते हुए कहा कि उन्हें पार्टी की कमान संभालने की देशभर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मांग को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए. पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अनिल शास्त्री ने कहा कि इस वक्त पार्टी की अगुवाई करने के लिए प्रियंका गांधी बेहतरीन शख्सियत हैं और राहुल गांधी के पद छोड़ने पर अडिग रहने के मद्देनजर प्रियंका गांधी को कांग्रेस का नया प्रमुख चुना जाना चाहिए.

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