DUSU चुनाव में ABVP का डंका-अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद पर किया कब्जा, सचिव का पद NSUI के खाते में

DUSU चुनाव में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और जॉइंट सेक्रेटरी के पद पर जीत हासिल की है. एनएसयूआई के हाथ सेक्रेटरी पद लगा है.

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नई दिल्लीः दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव के नतीजे आ गए हैं. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने डूसू छात्र संघ के चार पदों में से तीन पदों पर जीत हासिल की है. अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और जॉइंट सेक्रेटरी पद पर एबीवीपी ने जीत का परचम लहरा दिया है. वहीं सेक्रेटरी पद एनएसयूआई ने जीत लिया है. अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के अक्षित दहिया जीते हैं और उपाध्यक्ष पद पर प्रदीप तंवर ने कब्जा किया है. इसके अलावा जॉइंट सेक्रेटरी के चुनाव में शिवांगी खरवाल ने सबसे ज्यादा मतों से जीत हासिल की है. डूसू के छात्र संघ के चुनाव में सेक्रेटरी के पद पर एनएसयूआई के उम्मीदवार आशीष लांबा जीते हैं.

 

डूसू के चुनावी नतीजे के फाइनल आंकड़ों को देखें तो अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के अक्षित दहिया ने 29685 वोटों से जीत हासिल की जबकि दूसरे स्थान पर रही एनएसयूआई की चेतना त्यागी को 10646 वोट मिले. वहीं उपाध्यक्ष पद पर एबीवीपी के प्रदीप तंवर को 19858 वोट मिले और दूसरे स्थान पर एनएसयूआई के अंकित भारती रहे जिन्हें 7284 वोट मिले.

 

सेक्रेटरी के पद पर एनएसयूआई के आशीष लांबा ने 20934 वोटों के साथ जीत हासिल की और दूसरे स्थान पर एबीवीपी के योगित राठी रहे जिन्हें 18881 वोट मिले. इसके अलावा जॉइंट सेक्रेटरी के पद पर भी एबीवीपी ने कब्जा किया और शिवांगी खरवाल ने 17234 वोटों के साथ ये पद जीता. वहीं एनएसयूआई के अभिषेक छपराना को 14320 वोट मिले.

उत्तर पश्चिमी दिल्ली के किंग्सवे कैम्प के पुलिस लाइंस में स्थित कम्युनिटी हॉल मतगणना केंद्र पर वोटों की गिनती सुबह 8.30 बजे शुरु हुई थी. डूसू के लिए गुरुवार को हुए मतदान में 39.90 प्रतिशत छात्रों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. यह मतदान पिछले साल के मुकाबले करीब चार प्रतिशत कम है. पिछले साल 44.46 प्रतिशत छात्रों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था.

 

डूसू चुनाव की मतगणना के शुरुआती रुझानों में ही एबीवीपी के उम्मीदवार आगे चल रहे थे. हालांकि बीच में डिस्प्ले की खराबी की वजह से कुछ देर के लिए काउंटिंग रुकी थी लेकिन इसे जल्द ही ठीक कर लिया गया.

पिछले साल तीन पदों पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और एक पर नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने जीत दर्ज की थी. कुछ नेताओं ने कहा कि गर्मी और उमस के साथ कॉलेजों में छुट्टी की वजह से मतदान प्रतिशत कम रहा. चुनाव की वजह से गुरुवार को छुट्टी घोषित की गई थी, इसलिए छात्र मतदान करने नहीं आए. हालांकि, विधि विभाग, मिरांडा हाउस और रामजस कॉलेज में मतदान करने के लिए लंबी कतारें दिखीं. नॉर्थ कैम्पस में किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए 400 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.

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