बठिंडा में प्रमुख डाक्टर मेला राम बांसल सहिंत 8 लोगों की कोरोना से मौत, 63 नए पोजटिव मामले

-डा. मेला राम की मौत से शहर का हर नागरिक शोकाकुल, पिछले 10 दिनों से अस्पताल में थे भर्ती.-कोरोना काल में डाक्टर बेटे व बहूं की तरफ से उन्हें मरीज नहीं देखने की सलाह दी लेकिन उन्होंने कहा-इस संकट की घड़ी मैं अपने फर्ज से पीछे नहीं हट सकता

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बठिंडा. बुधवार की रात व वीरवार बठिंडा में कोरोना मरीजों के लिए दिक्कत भरी रही। जिले में शहर के नामी डाक्टर बांसल सर्जिकल व स्पेस्लिटी अस्पताल के प्रबंधक निर्देशक डा. मेला राम बांसल सहित 8 लोगों की मौत कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण हो गई। 93 साल के वरिष्ठ डॉक्टर मेला राम बांसल मेदांता अस्पताल दिल्ली में दाखिल थे। अस्पताल की तरफ से उनकी हालत गंभीर होने के बाद उन्हें वेंटिलेशन प्रदान करते हुए बठिंडा सत्यम अस्पताल लाया गया जहां रात 12:00 बजे उनकी मौत हो गई।

सुबह समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा की टीम के सदस्यों जनेश जैन, साहिब सिंह, सन्नी सिंह, राकेश जिंदल ने अस्पताल में पहुंच कर डॉक्टर मेला राम के शव को बॉडी बैग में पैक किया तथा शव को श्मशान भूमि में पहुंचाया। जहां संस्था के सोनू माहेश्वरी, रोहित गर्ग, कमलजीत सिंह, गौतम शर्मा ने अपनी टीम के साथ शव का अंतिम संस्कार कर दिया। संस्था द्वारा समाजसेवी डॉ मेला राम जी को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।

इस मौके पर डॉ मेला राम के परिजन भी उपस्थित थे। डॉ मेला राम बांसल 7 दिन पहले कोरोना पोजटिव पाए गए थे, इनके परिवारिक सदस्य तथा अस्पताल स्टॉफ के कुछ सदस्य भी कोरोना पोजटिव हैं जिनकी हालत स्थिर है। डा. मेला राम शहर के प्रमुख सर्जन होने के साथ समाज सेवी भी थे उन्होंने छह दशक से भी अधिक समय तक शहर के लोगों की सेवा की व इस दौरान आर्थिक पक्ष को कभी भी अहमियत नहीं दी व मरीजों का उपचार किया। यही कारण था कि उन्हें गरीबों का मसीहा भी कहा जाता था। अपने डाक्टरी पेशे के दौरान कभी भी किसी तरह का विवाद नहीं होना उनकी डाक्टरी पेशे के प्रति निष्ठा व उस शपथ के चरितार्थ करता रहा जिसमें डाक्टरी डिग्री लेने से पहले कहा जाता है कि वह अमीर व गरीब का भेद किए बिना जरूरतमंद मरीज का उपचार करेंगे। मेला राम शहर की सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं को नेक काम के लिए हर तरह की सहायता जिंदगी भर प्रदान करते रहे।

उनके अंदर सीखने की काबलियत जिंदगी भर थी यही कारण है कि आधुनिक युग में जब कंप्यूटर ने अपना प्रभुत्व जमाया तो डा. मेला राम की उम्र 90 के करीब थी। उन्होंने एक कंप्यूटर प्रोग्राम में हिस्सा लिया व पूरी लग्न से एक स्टूडेंट बनकर कंप्यूटर का शार्टटर्म कोर्स पूरा किया। आज डा. मेला राम के निधन पर शहर का हर व्यक्ति शोकाकुल है व उन्हें श्रद्धा के फूल भेट कर रहा है। देश भर में कोराना फैलने के बाद डा. मेला राम बांसल को उनके डाक्टर परिजन बेटे व बहूं ने उम्र के हिसाब से स्वयं का बचाव रख मरीज नहीं देखने की सलाह दी लेकिन उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में मैं अपने फर्ज से पीछे नहीं हट सकता हूं। उसी फर्ज को पूरा करते डा. मेला राम ने अपनी जान दे दी।

बठिंडा में 64 साल से हरमेल सिंह वासी पटवारी वाली गली नजदीक अशोका बैकरी कोर्ट रोड की भी कोरोना से मौत हुई है। उन्हें सास फूलने, गले में इफेक्शन व तेज बुखार की शिकायत के बाद बठिंडा में टेस्ट करवाया जो पोजटिव निकला था व उन्हें हालत गंभीर होने पर 8 सितंबर को फरीदकोट मेडिकल कालेज में दाखिल करवाया गया था जहां उनकी मौत हो गई। शव को फरीदकोट मेडिकल कॉलेज से बठिंडा लाकर वीरवार को अंतिम संस्कार किया गया।

इसी तरह 74 साल की महिला सुरजीत कौर वासी गली नंबर एक नामदेव नगर मान पैट्रोल पंप के सामने की भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद मौत हो गई। उन्हें भी सास की दिक्कत व बुखार के बाद फरीदकोट मेडिकल कालेज में दाखिल करवाया गया था जहां वीरवार को उनकी मौत हो गई।

बठिंडा में दो अन्य मरीजों की मौत हुई जिसमें गांव मलूका के गुरा सिंह उम्र करीब 55 साल कोरोना पोजटिव आने के बाद फरीदकोट मेडिकल कालेज में दाखिल थे जहां उनकी वीरवार की दोपहर बाद मौत हो गई। इसी तरह 70 साल के रमेश कुमार जिंदल वासी गली नंबर 9-3 गुरु गोबिंद सिंह नगर बठिंडा को भी सांस की दिक्कत व बुखार चढ़ने की शिकायत के बाद बठिंडा से फरीदकोट मेडिकल रैपर किया गया जहां टेस्ट में कोरोना पोजटिव मिलने के बाद उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।

एक अन्य मामले में 65 साल की प्रीत कौर वासी हाजीरत्न गेट किकरदास मुहल्ला बठिंडा की डीडीआरसी सेंटर बठिंडा में कोरोना संक्रमण के बाद मौत हो गई। सुरिंदर कुमार वर्मा वासी गली नंबर 13 नामदेव मार्ग बठिंडा और 65 साल के राजपाल वासी परसराम नगर गली नंबर 26 की भी फरीदकोट मेडिकल कालेज में उपचार के दौरान मौत हुई है। दोनों की रिपोर्ट मंगलवार को पोजटिव मिली थी व सांस लेने में दिक्कत के साथ तेज बुखार चढ़ने के चलते उन्हें मेडिकल कालेज फरीदकोट में रैफर करना पड़ा था।

इसी तरह गत दिनों बठिंडा के प्रेगमा अस्पताल में दाखिल मोगा जिला के गांव समाधभाई के रहने वाले एक 40 वर्षीय युवक की मौत हो गई थी, वही बठिंडा के सत्यम अस्पताल में दाखिल डबवाली निवासी एक व्यक्ति की मौत हुई थी। संस्था सदस्यों की एक टीम ने डबवाली वाले मृतक को डबवाली पहुंचाया तथा उसका अंतिम संस्कार पीपीई किट्स डालकर किया। वहीं संस्था की दूसरी टीम ने मोगा जिला निवासी मृतक का अंतिम संस्कार बठिंडा के दाना मंडी स्थित श्मशान भूमि में तहसीलदार सुखबीर सिंह बराड़ की अगुवाई में किया जहां मृतकों के परिजन भी उपस्थित थे।

जिले में अब तक लिए गए कुल 43800 सैंपल, 2141 कोरोना को मात देकर लौटे घर

जिले के अंदर कोविड -19 के अंतर्गत अब तक 43800 सैंपल लिए गए है, जिनमें से कुल 3655 पॉजिटिव केस आए, इनमें से 2141 कोरोना पीडित व्यक्ति ठीक हो कर घर लौट गएI इस समय जिले में कुल 984 केस एक्टिव हैं और 472 केस ओर जिलों में शिफ्ट हो चुके हैंI इसके अलावा अब तक जिले के अंदर वीरवार को हुई 6 मौतों को जोड़कर 64 कोरोना प्रभावित व्यक्तियों की मौत हो चुकी हैI यह जानकारी डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिवासन ने दी है। डिप्टी कमिशनर ने बताया कि बीते 24 घंटों के दौरान पॉजिटिव 149, नेगेटिव 510 और करोना प्रभावित 63 मरीज ठीक होने के उपरांत अपने घर वापस लौटे गए हैI उन्होंने जिला निवासियों से अपील की कि कोरोना वायरस से बचने के लिए एक दूसरे से आपसी दूरी बना कर रखे और अपने मुँह पर मास्क ज़रूर पहने। इसके साथ ही अपने हाथों को बार-बार साबुन के साथ धोने या सैनेटाईज़र के साथ जरूर साफ करे।

बठिंडा एम्ज में कोविड मरीज़ों के लिए 20 बैंडों की व्यवस्था

पंजाब सरकार की तरफ से कोविड महामारी दौरान मरीज़ों के लिए अलग -अलग स्तर पर सहूलतें उपलब्ध करवाई जा रही हैं। इसी कड़ी में एम्ज बठिंडा में लेबल-2 के ऐसे कोरोना मरीजों के लिए सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं जिन मरीज़ों में कोरोना के थोड़े लक्षण शुरू हुए हैं।

इन कोविड पॉजिटिव मरीज़ों के लिए 20 बैड आरक्षित कर दिए गए हैं और साथ ही डाक्टरी अमलों की ड्यूटियां लगा दीं गई हैं। डिप्टी कमिश्नर बठिंडा बी श्रीनिवासन ने इस सम्बन्ध में जानकारी देते बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने एम्ज बठिंडा में कोरोना मरीज़ों के लिए सुविधाओं सम्बन्धित मीटिंग की है। उन्होंने कहा कि एम्ज की सुविधा के मामलो में पंजाब सरकार की तरफ से किसी किस्म की कमी नहीं आने दी जाएगी और हर स्तर पर पूरी मदद की जाएगी। एम्ज़ बठिंडा में कोविड टैस्ट करवाने के लिए लैब भी जल्द शुरू की जा रही है।

वीरवार को बठिंडा में मिले 63 नए कोरोना पोजटिव मरिज

वीरवार को बठिंडा में विभिन्न स्थानों में 63 नए कोरोना मरीजों की रिपोर्ट पोजटिव आई है। इसमें सर्वाधिक 8 मामले जीआर कोरोनटाइन सेंटर में मिले हैं जबकि एम्स के एनसीसी लिमिटेड के 6, सेंट्रल जेल के 6, कैंट क्षेत्र में चार, भिसियाना एयरफोर्स के आसपास 3, नत रोड एसबीएस नगर में एक कोरोना से संक्रमित व्यक्ति मिले हैं। इसके अलावा नार्थ एस्टेट में एक, बैनीवाला मानसा में एक, प्रोगमा अस्पताल स्ट्रीट नंबर 1 में एक, शक्ति नगर गली नंबर 3 में एक, सराभा नगर में दो, रामा मंडी में दो, घुद्दा में एक, बठिंडा शहरी क्षेत्र में दो, गोनियाना मंडी में तीन, भारती माडल स्कूल रामपुरा के पास एक, पंचायत खर पति नत्त रोड में एक, डा. कालड़ा तलवंडी साबों में एक, होटल सनसिटी में एक, फास्ट-वे दफ्तर में दो, बसंत बिहार गली नंबर-6 में एक, आदेश अस्पताल में दो, सिरिया में एक, गीता भवन गली में एक, जोडकिया में एक, नतरोड एसबीएस नगर, संगत में एक, पीएमसी रामपुरा में एक, सिधाना भगता में एक, बुडा वाली गली में एक, सिविल स्टेशन एक, एमजीसी स्कूल में एक, आदर्श नगर गली नंबर 12 में एक, कमला नेहरु कालोनी में एक कोरोना पोजटिव केस मिला है। इस तरह के जिले में अब तक 61 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है जबकि 63 नए केस सामने आने के बाद 3660 संक्रमित लोगों की पिछले पांच माह में कोरोना की पुष्टी हुई है।

 

 

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