दो मरीजों को एचआईवी पोजटिव ब्लड देने वालों पर सख्त कानूनी कारर्वाई को लेकर एसपी को सौंपा मांगपत्र
-भाजयुमों वर्करों ने प्रशासन से आरोपियों पर केस दर्ज करनी की रखी मांग, वही कारर्वाई नहीं करने पर अदालत जाने की दी धमकी
बठिंडा. सिविल अस्पताल में दो लोगों को एचआईवी पॉजीटिव खून चढ़ाने का मुद्दा गर्माने लगा है। मंगलवार को जहां शहर की प्रमुख सामाजिक संस्थाओं ने मामले में रोष जताते सख्त कानूनी कारर्वाई की मांग रखी वही राजनीतिक संगठनों ने भी इस अमानवीय कृत्य के खिलाफ आवाज उठाना शुरू कर दी है। इसमें ब्लड बैंक सिविल अस्पताल में कर्मचारियों व अधिकारियों की कथित लापरवाही के चलते एक महिला व बच्चे को एचआईवी ब्लड लगाने पर सरकारी ब्लड बैंक कर्मियों के खिलाफ शहरवासियों में रोष की लहर है। वही सरकारी ब्लड बैंक से रक्त लेने वाले लोग डर के माहौल में है।
पिछले दिनों महिला व बच्चे को एचआईवी पॉजीटिव रक्त चढ़ाए जाने के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी की युवा इकाई की तरफ से प्रदर्शन कर पुलिस के एसपी सुरिंदर पाल सिंह को मांग पत्र देकर लापरवाही बरतने वाले सभी मुलाजिमों व ऑफिसरों पर कार्यवाही की मांग की है। जानकारी देते हुए भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष संदीप अग्रवाल ने कहा कि यह एक बेहद सवेंदनशील मामला है।
ब्लड बैंक के कर्मियों की लापरवाही से लोगो की जान खतरे में पड़ गई है। पीड़ित व्यक्ति हमेशा के लिए रोगी बन सकता है। उन्होंने सरकार व प्रसाशन से मांग की ऐसे दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए इन्हें तुरन्त गिरफ्तार करना चाहिए व पीड़ित व्यक्तियों को सरकार को मुआवजा देना चहिए। भाजपा लीगल सेल के प्रदेश सदस्य रजिंद्र शर्मा व जिला कन्वीनर सुनील त्रिपाठी ने कहा कि अगर प्रसाशन द्वारा दोषियों पर कार्यवाही नहीं की गई तो वो अदालत में पटीशन दायर करेंगे। भाजयुमों के जिला उपाध्यक्ष परेश गोयल व सचिव मीनू बेगम ने कहा कि राज्य सरकार तंत्र चलाने में नाकाम हो चुकी है, जिसके चलते मुलाजिम ऐसी कोताही कर रहे है। इन्हें तुरन्त नौकरी से बर्खास्त करना चाहिए। इस मौके पर जिला कार्यकारिणी सदस्य प्रदीप गर्ग, गौरव गुप्ता,गगन गोयल,संजीव डागर उपस्थित थे।