नई दिल्ली. उत्तर-पूर्वी दिल्ली में पिछले तीन दिनों से हिंसा (Delhi Violence) और तनाव का माहौल है. इन सबके बीच उपद्रवियों की चपेट में फंसे एक परिवार को बचाने के लिए बीजेपी पार्षद के अपनी जान जोखिम में डाल दी और सांप्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल पेश की. उन्होंने एक मुस्लिम परिवार को हिंसक भीड़ का शिकार होने से बचा लिया. यह मिसाल पेश की है दिल्ली के यमुना विहार (Yamuna Vihar) इलाके से बीजेपी पार्षद प्रमोद गुप्ता ने. सीएए के खिलाफ और पक्ष में उतरे लोगों के बीच हिंसा भड़कने से अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है.
दरअसल, हिंसा प्रभावित इलाके में इस मुस्लिम परिवार के घर को भीड़ आग के हवाले करने वाली थी. इसी दौरान प्रमोद गुप्ता भी वहां पहुंच गए. उन्होंने परिवार को हिंसक भीड़ से बचाया. आज तक की खबर के अनुसार, इस दौरान उस परिवार के घर के सामने 150 लोगों की भीड़ मौजूद थी. यह घटना सोमवार रात 11:30 बजे की है.
भीड़ कर रही थी नारेबाजी
शख्स ने बताया कि भीड़ लगातार बढ़ती जा रही थी और नारेबाजी भी की जा रही थी. इस दौरान उपद्रवियों की भीड़ मुस्लिम बहुल इलाके में पहुंच गई थी. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को इस इलाके में घुसने से रोकने का प्रयास भी किया था. इस बीच, उग्र भीड़ ने परिवार के गैराज से उनकी कार और बाइक निकाल ली थी. पीड़ित व्यक्ति के अनुसार, भीड़ ने एक बुटीक में आग लगा दी. यह बुटीक उनके किराएदार की थी. उपद्रवी उनकी कार और बाइक भी जलाने वाली थी.
बचाने के लिए आगे आए बीजेपी पार्षद
बताया जा रहा है कि हंगामा बढ़ने की जानकारी मिलने के बाद बीजेपी पार्षद पीड़ित परिवार से पास पहुंचे. इस दौरान उन्होंने वहां उपद्रवियों को इस परिवार को नुकसान पहुंचाने से रोका. पीड़ित परिवार के सदस्यों में दो महीने का मासूम भी शामिल था. इस बच्चे को उपद्रवियों की भीड़ के हमले से बाहर निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी.
घर जलने से बचाया