Delhi Violence : हिंसा का चौथा दिन, 24 मौतें और 250 से ज्यादा लोगों के घायल होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने शांति की पहली अपील की

Delhi Violence Live Updates: दिल्ली में नागरिकता संशोधन एक्ट के नाम पर हुई हिंसा में मरने वालों का आंकड़ा 22 पहुंच गया है. अरविंद केजरीवाल ने मांग की है कि दिल्ली के हिंसा प्रभावित क्षेत्र में सेना की तैनाती होनी चाहिए.

  • दिल्ली में नहीं थमा CAA पर बवाल
  • उत्तर पूर्वी दिल्ली में हालात संवेदनशील
  • दिल्ली के चार क्षेत्रों में लगा कर्फ्यू
  • केजरीवाल की मांग- तैनात हो सेना

नागरिकता संशोधन एक्ट के नाम पर दिल्ली में फैली हिंसा (Delhi Violence) में अबतक 24 लोगों की जान चली गई है. बुधवार को दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने हिंसा प्रभावित इलाकों में मार्च किया और लोगों से शांति की अपील की. पिछले तीन दिनों से हो रही हिंसा के दौरान उत्तर पूर्वी दिल्ली में कई जगह पर पत्थरबाजी-आगजनी की घटना हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर दिल्ली वालों से शांति की अपील की है.

नई दिल्ली. उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सीएए विरोधी हिंसा में बुधवार तक 22 लोगों की मौत हो गई, 250 जख्मी हैं। जीटीबी अस्पताल में 22 और जेपी अस्पताल में 2 मौतें दर्ज हुई है। हिंसा के 3 दिन बाद प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से शांति और भाईचारे की अपील की। वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा- हिंसा प्रभावित इलाकों में सेना तैनात की जाए। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अब हालात काबू करने की जिम्मेदारी एनएसए अजीत डोभाल संभाल रहे है। बुधवार दोपहर वो डीसीपी नॉर्थ-ईस्ट के दफ्तर पहुंचे और स्थिति की समीक्षा की। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कैबिनेट को रिपोर्ट करेंगे। बुधवार को ही मोदी कैबिनेट की मीटिंग भी हुई।

दूसरी तरफ, मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात 12.30 बजे एक वकील की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने सुनवाई की। मुस्तफाबाद हिंसा में घायल लोगों को यहां के अल हिंद अस्पताल से किसी बड़े हॉस्पिटल शिफ्ट करने के आदेश दिए। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के चांद बाग इलाके में बुधवार को आईबी अधिकारी अंकित शर्मा का शव मिला है। गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार सुबह शाहदरा हिंसा में घायल डीसीपी अमित शर्मा के परिवार से फोन पर बातचीत की।

डोभाल ने कहा- हालात पूरी तरह काबू में हैं
बुधवार शाम 4 बजे एनएसए अजित डोभाल उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी के दफ्तर पहुंचे। यह इलाका हिंसा प्रभावित सीलमपुर के करीब है। डीसीपी के दफ्तर से निकलकर एनएसए डोभाल ने मौजपुर इलाके में पहुंचकर हालाता का जायजा लिया। वे यहां कॉलोनी की गलियों में घूमे। डोभाल ने कहा- हालात पूरी तरह काबू में हैं। मुझे कानून-व्यवस्था बनाने वाली एजेंसियों पर पूरा भरोसा है। पुलिस अपना काम कर रही है।

अमित शाह देंगे कैबिनेट को जानकारी
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, बुधवार को प्रधानंत्री मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट मीटिंग होगी। इसमें गृहमंत्री अमित शाह कैबिनेट को दिल्ली के हालात से अवगत कराएंगे। इस दौरान दिल्ली पुलिस की रणनीति पर भी चर्चा होगी। एसएन. श्रीवास्तव को दिल्ली पुलिस का स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) बनाया गया है। माना जा रहा है कि वे ही दिल्ली के अगले पुलिस मुखिया होंगे। वर्तमान पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक को एक महीने का एक्सटेंशन दिया गया था। यह 29 फरवरी को समाप्त हो रहा है। श्रीवास्तव दिल्ली में लंबे वक्त विभिन्न पदों पर तैनात रहे हैं।

डोभाल संभालेंगे दिल्ली में अमन बहाली की जिम्मेदारी
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) दिल्ली में हालात काबू करने की जिम्मेदारी संभालेंगे। वे प्रधानमंत्री और कैबिनेट को रिपोर्ट करेंगे। मंगलवार देर रात डोभाल ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक और स्पेशल सीपी एसएन. श्रीवास्तव के साथ जाफराबाद और सीलमपुर के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। स्थानीय लोगों से बातचीत की। सरकारी सूत्रों के मुताबिक, अफसरों के साथ मीटिंग में डोभाल ने साफ कर दिया कि हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पर्याप्त पुलिस और अर्द्धसैनिक बल तैनात किए जाएंगे।

केजरीवाल ने कहा- सेना तैनात करें
बुधवार सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “यहां स्थिति चिंताजनक है। पुलिस ने हालात काबू करने के लिए तमाम कोशिशें कीं लेकिन वो नाकाम रही। हिंसा प्रभावित इलाकों में सेना तैनात की जाए और कर्फ्यू लगाया जाए। मैं इस बारे में गृहमंत्री को पत्र लिख रहा हूं।” खास बात ये है कि मंगलवार को ही केजरीवाल ने दिल्ली पुलिस की तारीफ करते हुए कहा था कि वो अपना काम बेहतर तरीके से कर रही है। बुधवार को उन्होंने इसी पुलिस बल को नाकाम बता दिया और सैन्य तैनाती की मांग कर दी।

हाईकोर्ट जज के यहां आधी रात को सुनवाई

मुस्तफाबाद हिंसा में घायल कई लोगों का यहां के अल हिंद अस्पताल में इलाज चल रहा है। मंगलवार देर रात एक वकील ने जस्टिस मुरलीधर को फोन पर अस्पताल के खराब हालात और मरीजों की जानकारी दी। उनसे फौरन दखल की अपील की गई। इसके बाद, जस्टिस मुरलीधर और जस्टिस एजे. भंबानी ने जस्टिस मुरलीधर के घर पर ही सुनवाई की। अल हिंद अस्पताल के डॉक्टर अनवर से फोन पर जानकारी ली। बेंच ने पुलिस को आदेश दिया कि सुरक्षा के बीच घायलों को अल हिंद अस्पताल से जीटीबी या किसी अन्य हॉस्पिटल शिफ्ट किया जाए। अपील में कहा गया था कि मुस्तफाबाद हिंसा में घायल हुए लोगों का उचित इलाज वहां के अल हिंद अस्पताल में संभव नहीं है। लिहाजा, मरीजों और डॉक्टरों को पुलिस सुरक्षा में जीटीबी या किसी अन्य अस्पताल में भेजा जाए। बुधवार दोपहर 2.15 बजे बेंच फिर मामले की सुनवाई करेगी।

अमित शाह ने 24 घंटे में तीन बैठकें कीं
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दंगों पर काबू पाने के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार रात तक 24 घंटे के अंदर 3 बैठकें कीं। दिल्ली के नए विशेष आयुक्त (कानून व्यवस्था) एसएन श्रीवास्तव के साथ देर रात तक तीन घंटे बैठक चली। इसके बाद एनएसए अजित डोभाल हालात का जायजा लेने के लिए सीलमपुर पहुंच गए। दंगाग्रस्त इलाकों भजनपुरा, घोंडा, यमुना विहार, चांदबाग, करावल नगर सहित कई इलाकों में मंगलवार तड़के ही हिंसा शुरू हो गई थी। गुरु तेग बहादुर अस्पताल में 7 बजे से घायल पहुंचने लगे थे। हर 10-15 मिनट में गोली या पत्थरों से घायल कोई न कोई शख्स पहुंचता रहा।

हाईकोर्ट का सीबीएसई को आदेश- परीक्षा के लिए छात्रों को 10 से 15 दिन का वक्त दें
दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को सीबीएसई को आदेश दिया कि वो 10वीं और 12वीं के छात्रों को परीक्षा तिथियों के बारे 10 या 15 दिन पहले बताएं। हाईकोर्ट ने यह आदेश नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में हो रही हिंसा के मद्देनजर दिया। जस्टिस राजीव शकधेर ने कहा- हालात खराब हो रहे हैं। कई लोगों की मौत हुई है। हालात काबू होने का इंतजार करना होगा। आप एक या दो दिन के लिए आदेश जारी नहीं कर सकते। वो हर रोज ये नहीं सोच सकते कि कल परीक्षा होगी। आप 10 या 15 दिन के हिसाब से योजना बनाएं। हाईकोर्ट का आदेश सीबीएसई की उस घोषणा के बाद आया है जिसमें बोर्ड ने कहा था कि वो हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के 86 स्कूलों में परीक्षाएं स्थगित कर रहा है।

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