गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस पर गुरुद्वारा साहिब पहुंचे पीएम मोदी, 400वां प्रकाश पर्व मनाया
श्री गुरु तेग बहादुर (Guru Teg Bahadur) सिखों के साथ भारतीय समाज के 9वें गुरु थे. उन्होंने सिख धर्म के प्रचार के लिए भारत के पूर्वी और उत्तर भारत का दौरा किया था. वहीं, मुगल शासन के खिलाफ भी गुरू तेग बहादुर मजबूती से खड़े हुए थे. दिल्ली में ही साल 1675 में भारतीय हिदू समाज की रक्षा करते शहीद हो गए थे.
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह दिल्ली में गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब का दौरा किया और अपने सर्वोच्च बलिदान के लिए गुरु तेग बहादुर को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी का यह दौरा पहले से निर्धारित नही था। मिली जानकारी के अनुसार पीएम मोदी सुबह ही गुरुद्वारे में आये और गुरु तेग बहादुर जी को श्रद्धांजलि दी और उनको याद किया।
#WATCH | PM Narendra Modi offers prayers at Gurudwara Rakab Ganj Sahib in Delhi. (Source – DD) pic.twitter.com/Ap9MchtdYP
— ANI (@ANI) December 20, 2020
सुबह जैसे ही गुरुद्वारे में पीएम मोदी की आने की सूचना मिली सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। दिल्ली पुलिस के बड़े अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। बता दें कि सिख समुदाय के लोग आज शहीद दिवस मना रहे हैं। लोग गुरु तेग बहादुर जी को याद कर रहे हैं। गुरुद्वारों में श्रद्धालु जा रहे हैं और तेग बहादुर जी को याद कर रहे हैं।
नई दिल्ली. आज गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी दिवस है. इसी मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) दिल्ली स्थित गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब (Gurudwara Rakab Ganj Sahib) पहुंचे. खास बात है कि पीएम मोदी के इस गुरुद्वारे पहुंचने को काफी औचक माना जा रहा है. उनके इस दौरे पर किसी तरह की कोई खास यातायात व्यवस्था नहीं की गई थी.
गुरु तेग बहादुर जी का जीवन साहस और करुणा का प्रतीक: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर पंजाबी में सिख गुरु को अपनी श्रद्धांजलि भी दी। उन्होंने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर जी का जीवन साहस और करुणा का प्रतीक है। उनकी शहीदी दिवस पर, मैं महान श्री गुरु तेग बहादुर जी को नमन करता हूं और एक न्यायपूर्ण और समावेशी समाज के लिए उनके दृष्टिकोण को याद करता हूं।
सीएम केजरीवाल ने भी दी गुरु तेग बहादुर साहिब जी को श्रद्धांजलि
इससे पहले शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर गुरु तेग बहादुर साहिब जी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘धन धन श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के शहीदी दिवस पर उन्हें कोटि कोटि नमन’। केजरीवाल ने ट्वीटर पर पंजाबी और हिंदी दोनों भाषाओं में लिखकर गुरु तेग बहादुर साहिब जी को नमन किया।
गुरुद्वारे पहुंचे पीएम मोदी ने ट्वीट किया इस सुबह मैंने ऐतिहासिक गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब में प्रार्थन की, जहां श्री गुरु तेग बहादुर जी के पवित्र शरीर का अंतिम संस्कार किया गया था. मैं बहुत ही धन्य महसूस कर रहा हूं. दुनियाभर में लाखों की तरह मैं भी श्री गुरु तेग बहादुर जी की दयालुता से प्रेरित हुआ हूं.
एक अन्य ट्वीट में पीएम ने लिखा यह गुरु साहिब की विशेष कृपा है कि हम गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व को हमारी सरकार के कार्यकाल में मना रहे हैं. आइए इस मौके को ऐतिहासिक तरीके से मनाएं और श्री तेग बहादुर जी के आदर्शों को मानें.
दिल्ली में शहीद हुए थे गुरु तेग बहादुर जी
बता दें कि पंजाबी समुदाय आज गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी दिवस मना रहा है। 10 सिख गुरुओं में से नौवें गुरु गुरु तेग बहादुर का जन्म 1621 में हुआ था और 1675 में वह दिल्ली में शहीद हुए थे।
गौरतलब है कि गुरु तेग बहादुर सिखों के 9वें गुरु थे. उन्होंने सिख धर्म के प्रचार के लिए भारत के पूर्वी और उत्तर भारत का दौरा किया था. वहीं, मुगल शासन के खिलाफ भी गुरू तेग बहादुर मजबूती से खड़े हुए थे. दिल्ली में ही साल 1675 में शहीद हो गए थे. उनका जन्म साल 1621 में हुआ था.
गुरु तेग बहादुर का जन्म पंजाब के अमृतसर में हुआ था. गुरु हरगोबिंद साहिब जी के घर में जन्में गुरु तेग बहादुर बचपन से ही धार्मिक और निडर स्वभाव के थे. गौरतलब है कि मुगल सत्ता ने उन्हें इस्लाम कुबूलने के लिए मजबूर किया था. हालांकि, उन्होंने मुगल साम्राज्य के सामने इसका खुलकर विरोध किया और कभी भी इस्लाम धर्म कुबूल नहीं किया. गुरु तेग बहादुर के इस फैसले के बाद मुगल राजा औरंगजेब ने उन्हें मौत की सजा दे दी थी. (फोटो: ANI)