इंडियाबुल्स हाउसिंग पर लगे 5698 करोड़ के संदिग्ध लोन बांटने के आरोप! जानिए पूरा मामला
सिटिजन व्हिसिल ब्लोवर फोरम ने यस बैंक पर लोन की हेराफेरी के गंभीर आरोप लगाते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में 21 अक्टूबर को नई याचिका दायर की है. इसमें कहा गया है कि यस बैंक ने इंडियाबुल्स को 5698 करोड़ रुपये के संदिग्ध लोन दिए.
मुंबई. सिटिजन व्हिसिल ब्लोवर फोरम (Citizen Whistleblower Forum) की ओर से लगे आरोपों के मामले में आज हाईकोर्ट सुनवाई करेगा. सिटिजन व्हिसिल ब्लोवर फोरम ने इंडियाबुल्स (Indiabulls Housing) के यस बैंक (Yes Bank) के साथ कारोबार पर सवाल उठाए हैं. फोरम का आरोप है कि दोनों ने मिलकर हेराफेरी की है.याचिका में लोन के पैसे की हेराफेरी के आरोप लगाते हुए कहा गया है कि इंडियाबुल्स -यस बैंक (Indiabulls-Yes Bank) दोनों ने एक दूसरे को लोन दिए. इससे जनता के पैसे को निजी संपत्ति में बदला गया. याचिका में कहा गया है कि राणा कपूर (Rana Kapoor) परिवार से जुड़ी कंपनियों को 2034 करोड़ रुपये के लोन दिए गए. यस बैंक ने इंडियाबुल्स हाउसिंग को 5698 करोड़ के संदिग्ध लोन दिए है. राणा कपूर परिवार की करीब 7 कंपनियों को लोन दिए गए.
क्या है मामला-सिटिजन व्हिसिल ब्लोवर फोरम ने यस बैंक पर लोन की हेराफेरी के गंभीर आरोप लगाते हुए दिल्ली हाईकोर्ट में 21 अक्टूबर को नई याचिका दायर की है. इसमें कहा गया है कि यस बैंक ने इंडियाबुल्स को 5698 करोड़ रुपये के संदिग्ध लोन दिए.
>> निगेटिव नेटवर्थ वाली कंपनियों को भी लोन बांटे गये जिसमें समीर गहलोत से जुड़ी कंपनियां शामिल हैं. बता दें कि समीर गहलोत इंडियाबुल्स प्रोमोटर हैं.
>> कुछ साल पहले यस बैंक को सभी लोन चुकाए जा चुके हैं. सभी लोन प्रोमोटर समीर गहलोत की पर्सनल गारंटी पर दिए गए थे. समीर गहलोत की नेटवर्थ 15000 करोड़ रुपये है.