किसान आंदोलन: दिल्ली के स्टेडियम नहीं बनेंगे अस्थाई जेल, केजरीवाल सरकार ने ठुकराई पुलिस की मांग
अरविंद केजरीवाल सरकार ने दिल्ली पुलिस की उस मांग को ठुकरा दिया है, जिसमें पुलिस ने किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए अस्थाई जेल बनाने की इजाजत मांगी थी.
दिल्ली पुलिस को अरविंद केजरीवाल सरकार से झटका लगा है. दिल्ली सरकार ने पुलिस की 9 स्टेडियम को अस्थाई जेल बनाने की मांग को नकार दिया है. दिल्ली पुलिस ने किसानों के प्रदर्शन के कारण अस्थाई जेल की मांग की थी. दिल्ली सरकार की ओर से कहा गया है कि किसानों की मांग जायज है, ऐसे में उन्हें जेल में डालना ठीक नहीं है.
दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन की ओर से एक बयान जारी किया गया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि किसानों की मांग जायज है और उनका प्रदर्शन अहिंसक तरीके से हो रहा है. शुक्रवार सुबह ही किसान बड़ी संख्या में दिल्ली बॉर्डर पर आ गए थे, जिसके बाद पुलिस ने तैयारी शुरू की थी.
दरअसल, बड़ी संख्या में किसान दिल्ली बॉर्डर पर हैं और राजधानी में प्रवेश कर सकते हैं. ऐसे में दिल्ली पुलिस ने राज्य सरकार से कुल 9 स्टेडियम को अस्थाई जेल बनाने की इजाजत मांगी थी. ताकि अगर किसान दिल्ली में इकट्ठा होते हैं तो उनपर एक्शन लिया जा सके.
राघव चड्ढा ने किया विरोध
दिल्ली पुलिस की इस अपील के बाद आम आदमी पार्टी की ओर से भी प्रतिक्रिया आ गई है. AAP नेता राघव चड्ढा का कहना है कि वो राज्य सरकार से अपील करते हैं कि पुलिस की इस अपील को ठुकरा दें. राघव ने कहा कि किसानों को उनकी बात रखने का हक है और उनके साथ किसी मुजरिम की तरह बर्ताव नहीं किया जा सकता है. साथ ही आम आदमी पार्टी की ओर से सोशल मीडिया पर लगातार किसानों के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा जा रहा है. हमारे किसानों को Y+ सिक्योरिटी तो दूर मोदी सरकार ने उनपर आंसू गैस और वाॅटर कैनन चलवाई। क्या अपना हक मांगना गुनाह है?
केजरीवाल ने किया था किसानों का समर्थन
ऐसे में हर किसी की नज़र अरविंद केजरीवाल पर थीं. क्योंकि खुद केजरीवाल किसानों के प्रदर्शन को जायज ठहरा चुके थे और पुलिस द्वारा उनपर लिए जा रहे एक्शन के खिलाफ आवाज उठा चुके हैं. वहीं, पुलिस कोरोना संकट का हवाला देते हुए दिल्ली में भीड़ इकट्ठा करने से रोकना चाह रही है इसलिए किसानों के लिए अस्थाई जेल बनाने की मांग थी.
हमारे किसानों को Y+ सिक्योरिटी तो दूर मोदी सरकार ने उनपर आंसू गैस और वाॅटर कैनन चलवाई।
क्या अपना हक मांगना गुनाह है? pic.twitter.com/1k27v6ynr5
— AAP (@AamAadmiParty) November 27, 2020
बीते दिन भी जब हरियाणा बॉर्डर पर किसानों पर पानी की बौछारें मारी गई तो अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर विरोध दर्ज करवाया था और केंद्र के कृषि कानूनों का भी विरोध किया था. AAP ने संसद में भी इन कानूनों का विरोध किया था.