अस्पताल में हिंसा / हड़ताल के आगे झुकीं CM ममता बनर्जी, डॉक्टरों की सभी मांगें मानी, माफी पर सवाल कायम

राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी डॉक्टरों पर ही हमलावर हैं. ममता सरकार से खफा डॉक्टरों ने इस्तीफों की झड़ी लगा दी है अभी तक राज्य में 150 से अधिक डॉक्टर अपना पद छोड़ चुके हैं.

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  • बंगाल में पांचवें दिन भी डॉक्टरों की हड़ताल जारी, बंगाल के डॉक्टरों को देशभर से मिला समर्थन, दिल्ली के 18 अस्पतालों में हड़ताल, स्ट्राइक पर 10 हजार से ज्यादा डॉक्टर, बंगाल सरकार को दिया 48 घंटे का अल्टीमेटम

कोलकाता। डॉक्टरों की हड़ताल के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया. इसके दौरान उन्‍होंने डॉक्‍टरों के साथ हुई मारपीट की घटना को दुर्भाग्‍यपूर्ण बताया. साथ ही डॉक्‍टरों की सभी छह मांगें मान ली हैं. हालांकि डॉक्‍टरों की माफी मांगने वाली मांग पर अभी भी संदेह बरकरार है. न्‍यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, ममता बनर्जी ने कहा, ‘हमनें डॉक्‍टरों की सभी मांगें मान ली है. मैंने अपने मंत्रियों, प्रमुख सचिव को डॉक्‍टरों से मिलने के लिए भेजा है. शुक्रवार को भी हमनें डॉक्‍टरों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने के लिए 5 घंटे तक इंतजार किया, लेकिन वे नहीं आए. उन्‍हें संवैधानिक संस्‍था का सम्‍मान करना चाहिए.

पश्चिम बंगाल: ममता ने मांगी डॉक्‍टर्स की सभी मांगें, माफी पर सवाल कायम

इससे पहले घायल डॉक्टरों के परिजनों ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अस्पताल आना चाहिए. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि प्रशासन की ओर से हर संभव सहायता करने का आश्वासन दिया गया है. परिजनों ने कहा कि इस तरह की यह कोई पहली घटना नहीं है, राज्य में 200 से ज्यादा ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं. इन्हें रोकने के लिए सरकार को सख्त उठाने चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए.पश्चिम बंगाल के डॉक्टरों की हड़ताल का असर देशभर में दिखाई दे रहा है. सिर्फ पश्चिम बंगाल ही नहीं दिल्ली के एम्स समेत 18 बड़े अस्पतालों के डॉक्टर भी हड़ताल पर हैं.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अपील के बाद भी डॉक्टरों की हड़ताल का समाधान नहीं निकला और हड़ताली डॉक्टर अपने रूख पर अड़े हुए हैं. बंगाल में लगातार पांचवें दिन भी डॉक्टरों की हड़ताल जारी है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डॉक्टरों को चिट्ठी लिखकर हड़ताल खत्म करने की अपील की तो जवाब में डॉक्टरों ने अपनी मांगों की नई लिस्ट जारी की है. वहीं बंगाल के डॉक्टरों के समर्थन में दिल्ली के डॉक्टरों की हड़ताल से मरीज बेहाल हैं, हड़ताली डॉक्टरों ने 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर उनकी मागों को नहीं माना गया तो कल यानी रविवार को 14 अस्पतालों में ओपीडी और रुटीन सर्जरी भी बंद होगी.कोलकाता के NRS अस्पताल में डॉक्टर के ऊपर हुए हमले के बाद घायल डॉक्टर के परिजनों ने कहा कि मुख्यमंत्री को अस्पताल आना चाहिए था. हालांकि उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से हर संभव सहायता करने का आश्वासन दिया गया है. परिजनों ने कहा कि इस तरह की यह कोई पहली घटना नहीं है, राज्य में 200 से ज्यादा ऐसी घटनाएं हुई हैं. ऐसे में डॉक्टरों के सुरक्षा दी जानी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए. फिलहाल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी घायल डॉक्टर से मिलने के लिए अस्पताल जाएंगी.

बुलाने के बाद भी बैठक में नहीं आए डॉक्टर: ममता
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि सरकार ने हड़ताली डॉक्टरों की सभी मांगें मान ली हैं. सीएम ममता के मुताबिक, उन्होंने अपने मंत्रियों और प्रिंसिपल सेक्रेटरी को शुक्रवार को और आज हड़ताली डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल से मुलने के लिए भेजा था, उन्होंंने 5 घंटे इंतजार किया, लेकिन वे नहीं आए. डॉक्टरों को संवैधानिक संस्था को सम्मान देना होगा.मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हड़ताली डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की. उन्होंने कहा है कि हजारों लोग चिकित्सा उपचार की प्रतीक्षा कर रहे हैं.

डॉक्टरों के साथ मारपीट दुर्भाग्यपूर्ण: ममता
डॉक्टरों की हड़ताल के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही हैं. जिसमें सीएम ममता बनर्जी ने डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.राज्य सरकार जल्द से जल्द सामान्य चिकित्सा सेवाएं फिर से शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है.हमने लगातार एक समाधान तक पहुंचने की कोशिश की थी.

  • रेजिडेंट डॉक्टर्स आज शाम 6 बजे एम्स के परिसर में कैंडल मार्च करेंगे.
  • दिल्ली एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने पश्चिम बंगाल सरकार को हड़ताली डॉक्टरों की मांगें पूरी करने के लिए 48 घंटों का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने मांगें पूरी नहीं कीं तो एम्स में अनिश्चितकालीन हड़ताल करने पर मजबूर होंगे.डॉक्टरों ने कहा, अगर मांगें नहीं मानी गईं तो रविवार को दिल्ली के 14 अस्पतालों में ओपीडी और रुटीन सर्जरी भी बंद होगी.
IMA के प्रतिनिधिमंडल ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से की मुलाकात

देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन शुरू करने के साथ 17 जून को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने 14 जून से तीन दिनों तक देशव्यापी विरोध-प्रदर्शन शुरू करने के साथ 17 जून को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है। आईएमए ने अस्पतालों में डॉक्टरों के खिलाफ होने वाले हिंसा की जांच के लिए कानून बनाने की मांग की है। संगठन का कहना है कि इसका उल्लंघन करने वालों को न्यूनतम सात साल जेल की सजा का प्रावधान होना चाहिए। वहीं, बंगाल में अब तक 300 डॉक्टर इस्तीफा दे चुके हैं, जिसमेंकोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल के 175 डॉक्टरों नेसामूहिक रूप से इस्तीफा दिया है।

जूनियर डॉक्टरों के जॉइंट फोरम के प्रवक्ता डॉ.अरिंदम दत्ता ने हड़ताल वापस लेने के लिए सीएम बनर्जी के सामने छह शर्तें रखी हैं।

  • मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को डॉक्टरों को लेकर दिए गए बयान पर बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए
  • डॉक्टरों पर हुए हमले की निंदा करते हुए एक बयान जारी करना चाहिए
  • पुलिस की निष्क्रियता की जांच होनी चाहिए
  • डॉक्टरों पर हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए
  • जूनियर डॉक्टरों और मेडिकल छात्रों पर लगाए गए झूठे आरोपों को वापस लिया जाना चाहिए
  • अस्पतालों में सशस्त्र पुलिसकर्मियों की तैनाती की जानी चाहिए

बंगाल में डॉक्टरों की हड़ताल का असर अब देश के अन्य हिस्सों में भी दिखना शुरू हो गया है. दिल्ली, यूपी, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र समेत देश के कई हिस्सों में डॉक्टरों ने काम करने से इनकार कर दिया है. कई शहरों में डॉक्टर सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं. डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से मरीजों पर संकट टूट पड़ा है. AIIMS के बाहर मरीजों के परिजन परेशान घूम रहे हैं.

भाजपा ने ममता से इस्तीफे की मांग की
भाजपा ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफे की मांग की। दरअसल, बंगाल मेंगृह और स्वास्थ्य विभाग का प्रभार ममता के पास ही है। भाजपा नेडॉक्टरों की समस्या को हल करने के लिए राज्यपाल के.एन. त्रिपाठी से हस्तक्षेप की मांग की है। भाजपा नेता मुकुल राय ने कहा कि राज्यपाल को तत्काल मुख्यमंत्री से बात करनी चाहिए।इस गतिरोध को दूर करने और शांति बहाल करने के लिएअपनी संवैधानिक शक्तियों का प्रयोग करना चाहिए।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से मुलाकात भी की और अपनी मांगों के बारे में बताया

AIIMS के डॉक्टरों ने आज दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन से मुलाकात भी की और अपनी मांगों के बारे में बताया. राजधानी दिल्ली में दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (DMA) ने हड़ताल बुलाई है, जिसका असर AIIMS जैसे बड़े अस्पतालों में देखने को मिल रहा है. इसके अलावा मुंबई में भी डॉक्टरों ने काम करने से इनकार कर दिया है. मुंबई के डॉक्टरों का कहना है कि वह साइलेंट प्रोटेस्ट करेंगे. उत्तर प्रदेश के वाराणसी में भी डॉक्टर हड़ताल कर रहे हैं.

बंगाल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं के बाद शुरू हुई हड़ताल

इससे पहले पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा की घटनाओं के बाद शुरू हुई हड़ताल को शुक्रवार को देशभर से समर्थन मिला। दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब, मध्यप्रदेश और बिहार के डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन ने दिनभर के बंद का ऐलान किया।

11 जून को जूनियर डॉक्टरों के साथ मारपीट हुई

दरअसल, बंगाल के एनआरएस मेडिकल कॉलेज में 11 जून को जूनियर डॉक्टरों के साथ मारपीट हुई थी। इसके बाद से डॉक्टर विरोध जता रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता ने गुरुवार को इस हड़ताल को भाजपा और माकपा की साजिश बताया। उन्होंने डॉक्टरों को हड़ताल खत्म नहीं करने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी। अब तककोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के 95,दार्जिलिंग में नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज के 119और सागर दत्तामेडिकल कॉलेज के 18 डॉक्टरों समेत कई अस्पतालों के 300 डॉक्टरइस्तीफा दे चुके हैं। उनका कहना है कि वेहिंसा और धमकियोंके माहौल में काम नहीं कर सकते।

ना सिर्फ दिल्ली और मुंबई बल्कि पंजाब, केरल, राजस्थान, केरल, बिहार, मध्य प्रदेश में भी डॉक्टरों ने काम करने से इनकार कर दिया है. इन शहरों, राज्यों और अस्पतालों में दिखेगा असर…AIIMS Delhi, AIIMS Patna, AIIMS Raipur, Safdarjung VMMC New Delhi, Madhya Pradesh, Bihar,Kerala, Rajasthan, Punjab, IMA, DMA, IMSBHU Varanasi, URDA

बंगाल की घटना के बाद गुरुवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डॉक्टरों ने पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया और 14 जून को हड़ताल पर जाने की बात कही. ऐसे में दिल्ली में भी आज आपको डॉक्टर मरीजों का इलाज करते नहीं बल्कि प्रदर्शन करते दिख सकते हैं.

ममता ने बीजेपी को कोसा!

डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने को ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की साजिश बताया है. ममता ने कहा है कि बीजेपी अब डॉक्टरों को भी अपने जाल में फंसा रही है. उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट भी लिखा और भाजपा को घेरा. उन्होंने लिखा कि NRS अस्पताल में जो भी हुआ वह गलत था, मैंने अपने मंत्री को भी भेजा था. लेकिन डॉक्टर मान नहीं रहे हैं, इसकी वजह से मरीजों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

An unfortunate incident took place in NRS Hospital 3 days ago. I sent my colleague, Chandrima Bhattacharjee,…

Mamata Banerjee यांनी वर पोस्ट केले गुरुवार, १३ जून, २०१९

इतना ही नहीं ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि गृह मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह बंगाल को सांप्रदायिक माहौल में झोंकना चाहते हैं. उन्होंने बीजेपी पर ही डॉक्टरों को भड़काने का आरोप लगाया. उधर बंगाल में भी कई दल और समूह डॉक्टरों का समर्थन कर रहे हैं, कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम की बेटी शबा हकीम भी डॉक्टरों के समर्थन में उतर आई हैं.

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