दिल्ली कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर, पीसी चाको ने शीला दीक्षित से कहा-‘आपको आराम की जरूरत’

कांग्रेस पार्टी इन दिनों गुटबाजी और बगावत से जूझ रही है ताजा मामला दिल्ली से सामने आ रहा है जहां दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको ने दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित को चिट्ठी लिखकर तंज कसा है।

नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस पार्टी को लगातार झटके मिल रहे हैं,कर्नाटक संकट जारी है वहीं गोवा में भी कांग्रेस को भारी झटका लगा उसके विधायक कांग्रेस को बॉय कहकर बीजेपी में शामिल हो गए,अब दिल्ली से भी कांग्रेस के लिए अच्छे संकेत नहीं मिल रहे हैं यहां पार्टी में आपसी गुटबाजी चरम पर है।

दिल्ली कांग्रेस में इन दिनों ब्लाक कमेटी को भंग करने से गुटबाजी जोरों पर है, शीला दीक्षित गुट और दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको के बीच जो कोल्ड वॉर चल रहा है वो अब सामने आने लगा है बताया जा रहा है कि इसमें शीला दीक्षित अब अलग-थलग पड़ती दिख रही हैं।

इस सारी अंदरूनी खींचतान के बीच पीसी चाको की एक चिट्ठी सामने आई है जो उन्होंने शीला दीक्षित को लिखी है, इस चिट्ठी के सामने आने के बाद यहां कांग्रेसियों के बीच गुटबाजी सामने आ गई है।

बताया जा रहा है कि पीसी चाको ने शीला दीक्षित के नाम एक चिट्ठी लिखी है इसमें  लिखा है- चूंकि आपकी सेहत ठीक नहीं है, लिहाजा तीनों कार्यकारी अध्‍यक्ष स्वतंत्र रूप से काम कर सकते हैं, और जो भी फैसले लिए जाएंगे उसकी रिपोर्ट आपको दी जाती रहेगी। उन्‍होंने तीनों कार्यकारी अध्‍यक्षों को चिट्ठी लिखकर इस बात की सूचना भी दी है।

इसके अलावा पीसी चाको ने शीला दीक्षित को लिखी चिट्ठी में यह भी शिकायत की है कि उनका फोन नहीं उठाया जा रहा है जिससे वो अपनी बात उनसे नहीं कर पा रहे हैं।

इस वाकये से पहले पीसी चाको ने शीला दीक्षित को चिट्ठी लिखकर इस बात से नाराजगी जताई थी कि शीला दीक्षित ने 14 जिला कांग्रेस कमेटी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति पूछे बगैर की वहीं साथ 280 ब्लॉक कांग्रेस कमेटी पर्यवेक्षकों की नियुक्ति में भी उनसे कोई बात नहीं की गई मतलब साफ है कि उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि शीला दीक्षित कैंप में अधिकतर उनके पूर्व कैबिनेट मंत्री हैं, जिससे पार्टी के अन्य दिग्गज नेताओं में गहरी नाराजगी है। गौरतलब है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थीं। इसी दौरान प्रदेश कांग्रेस में कई महत्वूपर्ण फैसले किए गए थे, जिसमें ब्लॉक व जिला ऑब्जर्वर भी बनाए गए इस बात को लेकर कांग्रेस पार्टी के दूसरे धड़े ने विरोध दर्ज कराया था।

दूसरे गुटों के कुछ नेताओं ने राहुल गांधी को चिट्ठी लिखकर यह सवाल उठा दिया कि शीला दीक्षित की गैरमौजूदगी में कोई और फैसला ले रहा है इस मामले में तथ्य सामने आने चाहिए।

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