देहरादून। भाई- बहन के पावन त्यौहार रक्षाबंधन से पहले सभी बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए राखियां खरीदने में लगी हुईं हैं. वहीं राजधानी देहरादून में महिलाओं के समूह ने सीमा पर तैनात भारतीय सेना के सैनिकों के लिए हजारों की संख्या में राखियां बनाई हैं.
हर साल स्थानीय महिलाएं और लड़कियां अपना समय निकाल कर सैनिकों के लिए राखियां बनाती हैं. इस सब में खास बात ये है कि इन राखियों को देहरादून की महिलाएं खुद बनाती हैं. उन महिलाओं ने इस बार सेना के साथ-साथ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत के साथ एनएसए अजित डोभाल के लिए भी विशेष तौर पर राखी बनाई हैं.
इन राखियों को डाक के साथ अन्य माध्यमों से सीमा पर भेजा जा रहा है. इन राखियों को भेजने का मुख्य कारण सैनिकों को ये संदेश देना है कि आप सीमा पर दिन रात खड़े होकर देश की रक्षा कर रहे हैं तो देश के अंदर पूरा देश आपके साथ खड़ा है और जिनकी वजह से ये देश आज सुरक्षित है उन भाइयों की रक्षा की कामना इस रक्षा सूत्र के माध्यम से देश की बहनें कर रहीं हैं.
बता दें हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है. हिंदुओं के लिए इस त्यौहार का विशेष महत्व है. यह त्यौहार भाई-बहन के अटूट प्यार और एक-दूसरे की रक्षा करने के संकल्प के साथ मनाया जाता है.
इस खास दिन बहनें अपने भाई की कलाई में रक्षासूत्र बांधकर उसकी लंबी उम्र और सुख की कामना ईश्वर से करती हैं तो वहीं भाई अपनी बहन को उसकी रक्षा का वचन देता है. इस साल यह त्यौहार 15 अगस्त को मनाया जाएगा.