Coronavirus Uttarakhand : राहत भरी खबर, लगातार तीसरे दिन नहीं मिला कोई पॉजिटिव मरीज

सीएमओ डॉ. केके सिंह ने बताया कि हल्द्वानी लैब ने लिखित रिपोर्ट न भेजने का कारण मरीज का फॉर्म सही ढंग से न भरा जाना बताया। अब दोबारा सैंपल एम्स भेजे गए हैं। वहीं जिला अस्पताल में छह लोगों में कोरोना जैसे लक्षण मिलने पर उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा है। उनके ब्लड सैंपल जांच के लिए एम्स ऋषिकेश भेज दिए हैं।

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उत्तराखंड में बीते तीन दिन से एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है और इसकी वजह से स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है। राज्य में अभी तक 35 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं, जिनमें से पांच मरीज ठीक हो चुके हैं।

दिल्ली में पिता कोरोना पॉजिटिव, इंजीनियर बेटे को आइसोलेशन में रखा
चमोली जिले में एक जल विद्युत परियोजना में कार्यरत इंजीनियर के पिता की दिल्ली में जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर स्वास्थ्य विभाग ने बेटे को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया। उसका ब्लड सैंपल जांच के लिए एम्स ऋषिकेश भेजा है।

नौ अप्रैल को उसे यह पता चला कि दिल्ली में उसके पिता की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है तो उसने परियोजना प्रबंधक से अवकाश मांगकर पिता का हालचाल पूछने के लिए दिल्ली जाने की अनुमति मांगी।

इसकी सूचना परियोजना अधिकारियों ने तत्काल जिला स्वास्थ्य विभाग को दी तो सीएमओ डॉ. केके सिंह के नेतृत्व में टीम परियोजना स्थल पहुंची और इंजीनियर को आइसोलेशन वार्ड भर्ती करा दिया। सीएमओ ने बताया कि एहतियातन इंजीनियर को आइसोलेशन में रखा है। अब जांच रिपोर्ट आने का इंतजार है।

अस्पताल में भर्ती दो लोगों की आठ दिन बाद भी नहीं आई रिपोर्ट
गोपेश्वर जिला अस्पताल में तीन अप्रैल से भर्ती कोरोना वायरस के संदिग्ध दो मरीजों की जांच रिपोर्ट आठ अप्रैल तक नहीं आई। स्वास्थ्य विभाग ने नौ अप्रैल को दोबारा उनके ब्लड सैंपल लेकर एम्स ऋषिकेश भेजे, लेकिन शनिवार तक एम्स से भी उनकी रिपोर्ट नहीं आ पाई, जबकि रिपोर्ट तीन से चार दिन में आनी जरूरी है।

सीएमओ डॉ. केके सिंह ने बताया कि हल्द्वानी लैब ने लिखित रिपोर्ट न भेजने का कारण मरीज का फॉर्म सही ढंग से न भरा जाना बताया। अब दोबारा सैंपल एम्स भेजे गए हैं। वहीं जिला अस्पताल में छह लोगों में कोरोना जैसे लक्षण मिलने पर उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा है। उनके ब्लड सैंपल जांच के लिए एम्स ऋषिकेश भेज दिए हैं।

लॉकडाउन के उल्लंघन में 14 लोगों पर मुकदमा दर्ज
लॉकडाउन के 18वें दिन कोटद्वार के संवेदनशील क्षेत्र लकड़ीपड़ाव और आमपड़ाव में प्रशासन द्वारा लगाई गई धारा 144 का लोगों ने जमकर उल्लंघन किया। इस पर पुलिस ने 14 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया। शनिवार को कई लोग बिना आवश्यक वस्तुओं की दुकान खोलकर भीड़ जुटाते देखेे गए तो कई बिना मतलब सड़कों पर घूमकर लॉकडाउन का उल्लंघन करते दिखाई दिए।

दुगड्डा में बिना आवश्यकता की अधिकतर दुकानें खुली देखी गईं। पुलिस ने ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए बिना मतलब सड़कों पर घूम रहे युवाओं पर लाठियां फटकारीं, वहीं भीड़ का हिस्सा बने लोगों और बिना आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को खोलने पर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

सड़क पर घूम रहे लोगों को घर भेजा
शनिवार को पुलिस ने देवाल में लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर अनावश्यक रूप से घूम रहे लोगों को भगाकर घरों में भेजा।

चौकी प्रभारी जगमोहन पडियार ने अनावश्यक रूप से बाजार में भीड़ करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी। पीएचसी के डॉ. मनोज कुमार ने बताया स्वास्थ्य विभाग की टीम होम क्वारंटीन में रह रहे 200 व पर्यटक आवास गृह पूर्णा के क्वारंटीन सेंटर में रखे गए 700 लोगों के संपर्क में है। अभी तक सभी स्वस्थ हैं।

सोशल मीडिया पर डाली भ्रामक पोस्ट, मिला नोटिस
पौड़ी में कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट (फेक न्यूज) डालने वाले एक व्यक्ति को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस का जवाब तीन दिन के भीतर नहीं दिए जाने पर उक्त व्यक्ति को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।

जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए थलीसैंण ब्लाक में गांव पहुंचे 10 लोगों को जिला प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में भर्ती किया। इसके बाद चौंखाल क्षेत्र स्थित ग्राम खतौली निवासी बीरेंद्र सिंह नेगी ने सोशल मीडिया (फेसबुक) पर एक पोस्ट डाली। इसमें नेगी ने प्रवासी ग्रामीणों को मेडिकल कॉलेज ले जाने, वहां की सुविधाओं व प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाए थे।

एक दुकान का चालान, छह को नोटिस
पौड़ी जिले के पूर्ति विभाग ने लॉकडाउन में लापरवाही बरतने पर एक दुकान का चालान व छह को नोटिस जारी किया है। शनिवार को जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली ने बुआखाल, घोड़ीखाल व परसुंडाखाल में दुकानों का निरीक्षण किया।

उन्होंने दुकानों में आवश्यक वस्तुओं की खपत, आपूर्ति व वितरण को लेकर जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान सस्ता-गल्ला की एक दुकान बंद मिली, जिसका चालान किया गया। साथ ही क्षेत्र में छह दुकानदारों को नोटिस दिया गया।

शराब की दुकानें खुलने पर आबकारी अधिकारी से जवाब-तलब
देशभर में चल रहे 21 दिन के लॉकडाउन के बीच रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय समेत अन्य स्थानों पर अंग्रेजी शराब की दुकान खुलने के मामले में डीएम ने आबकारी अधिकारी से जवाब-तलब किया है।
डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि जनपद में कुछ स्थानों पर अनधिकृत रूप से अंग्रेजी शराब की दुकानें खोली जा रही हैं।

इससे कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा हो सकता है। लॉकडाउन के दौरान अंग्रेजी शराब की दुकानों को बंद रखने के निर्देश दिए गए थे।

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