तीन महीने में देश को मिलेगा नया आर्मी चीफ, तीन नाम हैं रेस में सबसे आगे
नए सेनाध्यक्ष की रेस में लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरावने, लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह और लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैनी सबसे आगे चल रहे हैं. हालांकि नए सेनाध्यक्ष की नियुक्ति पर आखिरी फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली नियुक्ति कमेटी ही लेगी.
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रेस में लेफ्टिनेंट जनरल नरावने, रणबीर सिंह व एसके सैनी आगे
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PM मोदी के नेतृत्व वाली कैबिनेट की नियुक्त कमेटी करेगी चयन
नई दिल्ली। भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत 31 दिसंबर को रिटायर हो रहे हैं, जिसके चलते उनके उत्तराधिकारी यानी नए सेनाध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. अधिकारियों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी. नए सेनाध्यक्ष की रेस में लेफ्टिनेंट जनरल एमएम नरावने, लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह और लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैनी सबसे आगे चल रहे हैं.
आपको बता दें कि वर्तमान सेनाध्यक्ष के रिटायर होने से चार-पांच महीने पहले से ही नए सेनाध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है. नए सेनाध्यक्ष की नियुक्ति में रक्षा मंत्रालय का दखल बेहद कम होता है. नए सेनाध्यक्ष की नियुक्ति पर आखिरी फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली कैबिनेट की नियुक्ति कमेटी ही लेगी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अकेले मंत्री हैं जो नियुक्ति कमेटी में शामिल हैं.
पहले नए सेनाध्यक्ष के चयन का ऐलान वर्तमान सेनाध्यक्ष के रिटायर होने के एक महीने पहले या फिर 45 दिन पहले होता था. हालांकि अब यह धारण बदल गई है. नए सेनाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर प्रक्रिया उस समय शुरू की गई है, जब वर्तमान सेनाध्यक्ष बिपिन रावत रिटायर होने वाले हैं और पाकिस्तान के साथ भारत का तनाव गहराया हुआ है. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और सीमा पार से लगातार फायरिंग कर रहा है.
वहीं, बुधवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत के सुरक्षा बल सीमा पार चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं. पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकानों के फिर से सक्रिय होने के सवाल पर राजनाथ सिंह ने कहा कि देश के सुरक्षा बल पूरी तरह से तैयार हैं. वे चेन्नई में तटरक्षक बल के गश्ती जहाज ‘वराह’ की लॉन्चिंग पर पहुंचे थे.
इससे पहले सोमवार को सेनाध्यक्ष बिपिन रावत ने कहा था कि पाकिस्तान ने बालाकोट में अपने आतंकी कैंपों को फिर से सक्रिय कर दिया है. सेनाध्यक्ष रावत का यह बयान उस समय सामने आया, जब वो जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंपों के बारे में चर्चा कर रहे थे. आपको बता दें कि 14 फरवरी को कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था, जिसके जवाब में भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को तबाह कर दिया था.