स्वदेशी विमान ‘तेजस’ में उड़ान भरने वाले पहले रक्षा मंत्री बने राजनाथ, कहा- मुझे अपनी सेना पर नाज़
राजनाथ सिंह ने आज करीब से इस विमान की काबिलियतों को परखा. तेजस विमानों को बैंगलुरू में बनाया जाता है. तेजस आसमान में अपनी छाप छोड़ चुका है. जल्दी ही भारतीय नौसेना भी इसका इस्तेमाल करेगी, जिसकी टेस्टिंग गोवा में चल रही है.
बैंगलूरू: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कर्नाटक की राजधानी बैंगलूरू में स्वदेशी भारतीय लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरी. तेजस में उड़ान भरने वाले राजनाथ सिंह देश के पहले रक्षा मंत्री बन गए हैं. राजनाथ तेजस की पिछली सीट पर बैठे नज़र आए. उन्होंने करीब आधे घंटे तक इस विमान में उड़ान भरी. उड़ान भरने के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि मुझे अपनी सेना पर नाज़ है.
Bengaluru: Defence Minister Rajnath Singh inspected the various aircraft at HAL (Hindustan Aeronautics Limited) airport, after he undertook a 30-minute sortie in Light Combat Aircraft (LCA) Tejas today. #Karnataka pic.twitter.com/kTQ8nUfkp4
— ANI (@ANI) September 19, 2019
मैंने हवा में तेजस के करतब भी देखे- राजनाथ सिंह
उड़ान भरने के बाद पत्रकारों से बातचीत में राजनाथ सिंह ने कहा,”मैं आज बहुत रोमांचित महसूस कर रहा हूं. मैंने करीब आधे घंटे तक तेजस में उड़ान भरी. इस दौरान मैंने हवा में तेजस के करतब भी देखे.” उन्होंने कहा, ”कैप्टन तिवारी ने बहुत सफलतापूर्वक उड़ान भरी है. तेजस में उड़ान भरना शानदार अनुभव रहा है.” भारत में बना तेजस तकनीक के मामले में बहुत आगे है. ये 100 किलोमीटर तक दुश्मनों पर पैनी नज़र रख सकता है.
#WATCH DRDO Chief Dr G Satheesh Reddy says, "Raksha Mantri controlled and flew the Tejas for sometime." Defence Minister says, "Koi problem nahi, jaise-jaise N Tiwari batate rahe, waise-waise mein karta raha." pic.twitter.com/Do23J05M2I
— ANI (@ANI) September 19, 2019
आसमान में अपनी छाप छोड़ चुका है तेजस
स्वदेशी तकनीक से विकसित लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने तैयार किया है. राजनाथ सिंह ने आज करीब से इस विमान की काबिलियतों को परखा. तेजस विमानों को बैंगलुरू में बनाया जाता है. तेजस आसमान में अपनी छाप छोड़ चुका है. जल्दी ही भारतीय नौसेना भी इसका इस्तेमाल करेगी, जिसकी टेस्टिंग गोवा में चल रही है.
Air Vice Marshal N Tiwari, Project Director, National Flight Test Centre, ADA (Aeronautical Development Agency): Defence Minister Rajnath Singh was very happy with flying quality of the aircraft (LCA Tejas). We went close to Mark 1, the speed of sound. pic.twitter.com/Jl2sVcMdFI
— ANI (@ANI) September 19, 2019
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड अब तक 16 तेजस लड़ाकू विमानों को वायुसेना को सौंप चुका है. जिसमें से 12 एयरक्राफ्ट तमिलनाडु के सुलूर एयरबेस पर वायुसेना की डैगर्स स्कॉवड्रन में शामिल हो चुके हैं. कुल 40 तेजस विमान जल्दी ही वायुसेना के बेड़े में शामिल होंगे.
F-16 और JF-17 से भी आगे होगा तेजस मार्क-1A
बता दें कि तेजस मार्क-1A भी बहुत जल्द आने वाला है. तकनीक के मामले में तेजस मार्क-1A अमेरिका के F-16 और चीन के JF-17 से भी आगे होगा. इसके अलावा तेजस मार्क-1A में वियोंड विजयुल रेंज यानि ऐसी मिसाइल होगी जो नजरों से दूर टारगेट को निशाना बना सकती है. हवा में ही ईंधन भरने की क्षमता भी नए तेजस मार्क-1A में होगी. 83 तेजस मार्क-1A लड़ाकू विमानों का सौदा एचएएल और वायुसेना में जल्द होने जा रहा है.