स्वदेशी विमान ‘तेजस’ में उड़ान भरने वाले पहले रक्षा मंत्री बने राजनाथ, कहा- मुझे अपनी सेना पर नाज़

राजनाथ सिंह ने आज करीब से इस विमान की काबिलियतों को परखा. तेजस विमानों को बैंगलुरू में बनाया जाता है. तेजस आसमान में अपनी छाप छोड़ चुका है. जल्दी ही भारतीय नौसेना भी इसका इस्तेमाल करेगी, जिसकी टेस्टिंग गोवा में चल रही है.

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बैंगलूरू: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कर्नाटक की राजधानी बैंगलूरू में स्वदेशी भारतीय लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरी. तेजस में उड़ान भरने वाले राजनाथ सिंह देश के पहले रक्षा मंत्री बन गए हैं. राजनाथ तेजस की पिछली सीट पर बैठे नज़र आए. उन्होंने करीब आधे घंटे तक इस विमान में उड़ान भरी. उड़ान भरने के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि मुझे अपनी सेना पर नाज़ है.

मैंने हवा में तेजस के करतब भी देखे- राजनाथ सिंह

 

उड़ान भरने के बाद पत्रकारों से बातचीत में राजनाथ सिंह ने कहा,”मैं आज बहुत रोमांचित महसूस कर रहा हूं. मैंने करीब आधे घंटे तक तेजस में उड़ान भरी. इस दौरान मैंने हवा में तेजस के करतब भी देखे.” उन्होंने कहा, ”कैप्टन तिवारी ने बहुत सफलतापूर्वक उड़ान भरी है. तेजस में उड़ान भरना शानदार अनुभव रहा है.” भारत में बना तेजस तकनीक के मामले में बहुत आगे है. ये 100 किलोमीटर तक दुश्मनों पर पैनी नज़र रख सकता है.

आसमान में अपनी छाप छोड़ चुका है तेजस

 

स्वदेशी तकनीक से विकसित लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने तैयार किया है. राजनाथ सिंह ने आज करीब से इस विमान की काबिलियतों को परखा. तेजस विमानों को बैंगलुरू में बनाया जाता है. तेजस आसमान में अपनी छाप छोड़ चुका है. जल्दी ही भारतीय नौसेना भी इसका इस्तेमाल करेगी, जिसकी टेस्टिंग गोवा में चल रही है.

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड अब तक 16 तेजस लड़ाकू विमानों को वायुसेना को सौंप चुका है. जिसमें से 12 एयरक्राफ्ट तमिलनाडु के सुलूर एयरबेस पर वायुसेना की डैगर्स स्कॉवड्रन में शामिल हो चुके हैं. कुल 40 तेजस विमान जल्दी ही वायुसेना के बेड़े में शामिल होंगे.

 

F-16 और JF-17 से भी आगे होगा तेजस मार्क-1A

 

बता दें कि तेजस मार्क-1A भी बहुत जल्द आने वाला है. तकनीक के मामले में तेजस मार्क-1A अमेरिका के F-16 और चीन के JF-17 से भी आगे होगा. इसके अलावा तेजस मार्क-1A में वियोंड विजयुल रेंज यानि ऐसी मिसाइल होगी जो नजरों से दूर टारगेट को निशाना बना सकती है. हवा में ही ईंधन भरने की क्षमता भी नए तेजस मार्क-1A में होगी. 83 तेजस मार्क-1A लड़ाकू विमानों का सौदा एचएएल और वायुसेना में जल्द होने जा रहा है.

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