बठिंडा में कोरोना से माडल टाउन में रहने वाले 65 साल के व्यक्ति की मौत, 15 नए मामले आए सामने
-24 घंटों दौरान जिले में 108 केस पोजटिव मिले हैं जबकि नेगेटिव 750 और करोना प्रभावित 77 मरीज़ ठीक होने के उपरांत अपनी अपने घर वापस लौटे गए
बठिंडा. जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण से एक और व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 15 नए पोजटिव केसों की पुष्टी हुई है। 24 घंटों दौरान जिले में 108 केस पोजटिव मिले हैं जबकि नेगेटिव 750 और करोना प्रभावित 77 मरीज़ ठीक होने के उपरांत अपनी अपने घर वापस लौटे गए। कोरोना से अब तक 36 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि पिछले चार दिनों में 9 लोगों की मौत हो चुकी है। रविवार को माडल टाउन बठिंडा में रहने वाले 65 साल के दर्शन सिंह वालियां की फरीदकोट मेडिकल कालेज में मौत हो गई। दो दिन पहले उन्हें बुखार व सास लेने में दिक्कत के चलते सिविल अस्पताल बठिंडा लाया गया था जहां कोरोना टेस्ट करवाने के बाद रिपोर्ट पोजटिव आई थी। उनकी हालत में सुधार न होने पर उन्हें फरीदकोट मेडिकल कालेज में रैफर कर दिया गया था जहां रविवार को उनकी मौत हो गई। शहर की समाज सेवी संस्था नौजवान वैलफेयर सोसायटी के सदस्यों ने शव को फरीदकोट से बठिंडा पहुंचाया। जहां जिला प्रशासन व परिजनों की मौजूदगी में मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। इसके अलावा रविवार को जिले के विभिन्न इलाकों से 15 नए कोरोना पोजटिव केस मिले हैं।
इसमें बठिंडा के राम बाग रोड गली नंबर दो में दो केस, बाबा दीप सिंह नगर में दो केस, चक्क हीरा सिंह वाला में दो केस, आदेश अस्पताल में एक, चाउंके में दो, करेनवाला में एक, आवा बस्ती में एक, गोबिंदपुरा में एक, गांव भुल्लर में एक, रेलवे स्टेशन के सामने एक, सिविल अस्पताल चाउंके में एक कोरोना पोजटिव केस मिला है। सेहत विभाग का मानना है कि बेशक वर्तमान में पीक टाइम चल रहा है लेकिन पिछले कुछ दिनों से कोरोना से संक्रमित लोगों की तादाद में कमी ई है। वही कोरोना के कारण जिन लोगों की मौत हुई है उसमें अधिकतर लोग ऐसे थे जो कोरोना होने के काफी समय बाद टेस्ट के लिए अस्पताल पहुंचे। इसके चलते उनकी हालत काफी गंभीर हो गई।
यही कारण है कि अस्पताल में दाखिल होने के दो से तीन दिनों बाद उनकी मौत हुई है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह किसी भी तरह के संदिग्ध लक्षण सामने आने जिसमें भूख न लगना, सास लेने में दिक्कत, स्वाद का पता नहीं लगना, सूघने की क्षमता समाप्त होना व बुखार लगातार रहने जैसे लक्षण दिखते ही कोरोना का टेस्ट करवाएं। वही इन लक्षणों के सामने आते ही सबसे पहले स्वयं को एकांतवास में रखे व सेहत कर्मी से तत्काल संपर्क करे।
वही जिला प्रशासन के अनुसार अब तक जिले के अंदर कोविड -19 के अंतर्गत 33727 सैंपल लिए गए, जिनमें से कुल 2409 पॉजिटिव केस आए है। वही इनमें से 1395 कोरोना पीडित व्यक्ति ठीक हो कर अपने घर लौट गए। इस समय जिले में कुल 640 केस एक्टिव हैं और 344 केस अन्य जिलों में शिफ्ट हो चुके हैं। इसके इलावा जिला प्रशासन के अनुसार अब तक जिले के अंदर 30 करोना प्रभावित व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। यह जानकारी डिप्टी कमिशनर बी. श्रीनिवासन् ने सांझी की। डिप्टी कमिशनर ने आगे ओर बताया कि बीते 24 घंटों दौरान जिले में 108 केस पोजटिव मिले हैं जबकि नेगेटिव 750 और करोना प्रभावित 77 मरीज़ ठीक होने के उपरांत अपनी अपने घर वापस लौटे गए।
डिप्टी कमिश्नर ने जिला निवासियों से अपील की कि करोना वायरस से बचने के लिए एक दूसरे से आपसी दूरी बना कर रखे और अपने मुँह पर मास्क ज़रूर पहने। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही अपने हाथों को बार-बार साबुन के साथ धोने या सैनेटाईजर के साथ ज़रूर साफ़ करे।
सत्यम हार्ट हस्पताल नामदेव मार्ग में करोना प्रभावित मरीज़ों के लिए नए 5 बैंड लगाने के आदेश
बठिंडा. जिला मैजिस्ट्रेट कम डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिवासन ने जिले में आपात जरूरतों के मद्देनजर सेहत सुविधाएं बढ़ाने का फैसला लिया है। इसके तहत बठिंडा में 40 फुट रोड पर स्थित सत्यम हार्ट और सुपरस्पेशलिटी हस्पताल में कोरोना प्रभावित मरीज़ों के लिए 5 नए बैंड लगाने के हुक्म जारी किए गए हैं। उनकी तरफ से यह आदेश आपदा प्रबंधन एक्ट 2005 की धारा 34 और सरकार की तरफ से जारी पत्र अनुसार लोकहित में जारी किए गए हैं। डिप्टी कमिश्नर ने जारी हुक्मों में कहा कि जिला प्रशासन करोना प्रभावित मरीजों को कोविड केयर सेंटरों में बढ़िया संभव सहूलतें प्रदान कर रहा है परन्तु फिर भी कोरोना के बढ़ रहे प्रभाव को देखते हुए जिले के निजी अस्पतालों में सहूलतें शुरू करनीं जरुरी हो गई हैं। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि आदेशों की उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। यह हुक्म अगले हुक्मों तक लागू रहेंगे। इसी तरह जिला मैजिस्ट्रेट की तरफ से राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एक्ट 2005 और महामारी रोग ए.सी.टी. 1897 के अधीन मिले अधिकारों का प्रयोग करते जिला बठिंडा के समूह प्राईवेट रेडीओलोजिस्टों को आदेश देते कहा कि सी.टी. स्कैन दौरान यदि किसी भी व्यक्ति में करोना वायरस के लक्षण नजर आते हैं तो वह उसी दिन रिपोर्ट सिविल सर्जन बठिंडा को भेजनी यकीनी बनाएंगे।