CWC 2019 में टीम से पक्षपात : होटल में नहीं था स्वीमिंग पूल, आईसीसी पर भड़की ये टीम
खराब पिच और ट्रेनिंग व्यवस्था को लेकर श्रीलंकाई टीम मैनेजमेंट ने आईसीसी से शिकायत की है. आरोप है कि कार्डिफ और ब्रिस्टल में श्रीलंका को घास वाली पिच मिली, जबकि दूसरी टीमों को कम घास वाली पिचें मिली थीं. इसके अलावा होटल में भी खराब इंतजाम का आरोप लगाया है.
लंदन। श्रीलंका टीम के मैनेजर अशांता डे मेल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से इंग्लैंड एंड वेल्स में जारी वर्ल्ड कप में खराब पिच और ट्रेनिंग व्यवस्था को लेकर शिकायत की है. वेबसाइट ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, श्रीलंकाई मैनेजर ने पिचों को लेकर कहा कि आईसीसी इस मामले में दोहरा व्यवहार कर रही है. वहीं, आईसीसी ने इन सभी आरोपों को यह कहते हुए सिरे से खारिज कर दिया कि वह किसी तरह का पक्षपात नहीं कर रही है. शनिवार को श्रीलंकाई टीम ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगी. अभी तक उसे वर्ल्ड कप की कमजोर टीमों में आंका जा रहा है।
#श्रीलंका टीम के मैनेजर #अशांताडेमेल ने #आईसीसी से #इंग्लैंडएंडवेल्स में जारी #विश्वकप में खराब पिचें और खराब ट्रेनिंग व्यवस्था को लेकर शिकायत की है। #ICCWorldCup2019 #CWC19
Photo: Sri Lanka Cricket pic.twitter.com/LuJzj1x9fx
— IANS Tweets (@ians_india) June 14, 2019
घास वाली पिचों पर हुए मैच
श्रीलंका के दो मैच बारिश की भेंट चढ़ गए, जबकि न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए पहले मैच में उसे कार्डिफ में और उसके बाद अफगानिस्तान वाले मैच में घास युक्त पिचें मिली थीं. अशांता ने अंग्रेजी अखबार ‘डेली मेल’ से कहा ‘हमने जो अभी तक नोटिस किया है कि हमारे जो चार मैच कार्डिफ और ब्रिस्टल में हुए, उनमें हमें घास युक्त विकेट मिली. लेकिन उन्हीं मैदान पर दूसरी टीमों को कम घास वाली पिचें मिलीं, जिन पर बड़ा स्कोर किया जा सकता था.’
होटल में स्वीमिंग पूल नहीं था
अशांता ने अभ्यास को लेकर आ रही समस्याओं के बारे में कहा ‘कार्डिफ में हमें अभ्यास के लिए जो सुविधाएं मिली थीं, वे भी अच्छी नहीं थीं. तीन नेट्स की जगह उन्होंने हमें दो नेट्स दिए थे. ब्रिस्टल में हमें जो होटल मिला था, उसमें स्वीमिंग पूल भी नहीं था, जो हर टीम के लिए काफी जरूरी होता है. ब्रिस्टल में ही पाकिस्तान और बांग्लादेश को जो होटल मिले, उसमें स्वीमिंग पूल था.’ अशांता ने बताया ‘हमने आईसीसी को इन सभी चीजों के बारे में चार दिन पहले लिखा है, लेकिन अभी तक हमें कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. हम तब तक आईसीसी को लिखेंगे जब तक हमें इसका कोई जबाव नहीं मिलता.’