-
क्रिकेटर मनोज प्रभाकर की पत्नी फरहीन और बेटा भी आरोपी
-
मनोज के सहयोगी संजीव गोयल सहित दो अन्य पर भी आरोप
-
लंदन में रहने वाली महिला संध्या शर्मा पंडित के फ्लैट पर कब्जा किया
नई दिल्ली: दिल्ली के मालवीय नगर थाने में क्रिकेटर मनोज प्रभाकर, उनकी पत्नी फरहीन प्रभाकर, बेटे और सहयोगी संजीव गोयल को अलावा दो अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. यह मामला ठगी, जालसाज़ी और आपराधिक साजिश का है. मनोज प्रभाकर सहित अन्य आरोपियों पर लंदन में रहने वाली एक बुज़ुर्ग महिला के फ्लैट पर कब्जा करने और धमकी देने का आरोप है. पीड़ित महिला का नाम संध्या शर्मा पंडित है.
सर्वप्रिया विहार के एक अपार्टमेंट में दूसरी मंजिल में महिला संध्या शर्मा पंडित का घर है. उसी अपार्टमेंट के पहले फ्लोर पर मनोज प्रभाकर रहते हैं. प्रभाकर पर आरोप है कि महिला के फ्लैट के फर्जी कागजात बनवाकर उसका ताला तोड़ा और उसमें अपने एक जानकार को रख दिया.
मनोज प्रभाकर पर यह भी आरोप है कि उन्होंने महिला का पूरा सामान चोरी कर लिया. उन्होंने महिला को जान से मारने की धमकी दी और डेढ़ करोड़ रुपये भी मांगे जा रहे थे. पीड़ित महिला संध्या शर्मा पंडित के मुताबिक 1995 में उसके पति लक्ष्मी चंद पंडित ने दिल्ली के मालवीय नगर के सर्वप्रिया विहार में एक अपार्टमेंट की दूसरी मंजिल विनोद सलूजा नाम के बिल्डर से खरीदी थी. यह फ्लैट आधुनिक सुविधाओं से लैस और जरूरत का सारा सामान इसमें पहले से था. इस फ्लैट में महिला अपने पति के साथ 2006 तक रही. फिर वे लंदन चले गए. इसके बाद 2018 तक महिला का देवर और पारिवारिक दोस्त इस फ्लैट में रहे. लेकिन उसके बाद यह फ्लैट खाली हो गया.
इस फ्लैट के नीचे पहली मंजिल पर क्रिकेटर मनोज प्रभाकर अपने परिवार के साथ रहते हैं. सभी घरों में जाने का एक ही कॉमन रास्ता है. इसी साल महिला को जानकारी मिली कि उसके मकान के लॉक को तोड़कर बाहरी गेट बदल दिए गए हैं और घर के अंदर कोई रह रहा है. महिला के मुताबिक इस साल सितंबर में जब वह लंदन से आई तो उसे घर के अंदर नहीं घुसने दिया. उसके मकान में रह रहे शख्स ने बताया कि वह मनोज प्रभाकर का किरायेदार है. महिला ने जब काफी कोशिश के बाद मनोज प्रभाकर और उनकी पत्नी से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि अब यह प्रॉपर्टी उनकी है.
पीड़ित महिला के मुताबिक जब उसने पुलिस को बुलाया तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई और डेढ़ करोड़ रुपये मांगे गए. उसके घर में रखा महंगा सामान भी चोरी कर लिया गया. फ्लैट के फ़र्ज़ी दस्तावेज बनाकर उस पर कब्ज़ा कर लिया गया.
महिला ने इस मामले में जब पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक को शिकायत की तो दिल्ली के मालवीय नगर थाने में मनोज प्रभाकर,उनके परिवार और सहयोगी संजीव गोयल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया. आरोप है कि संजीव गोयल ने ही कब्ज़ा दिलवाने और फ्लैट के फर्जी कागज बनवाने में मदद की.