ब्रिटेन से भारत की फ्लाइट शुरू:कोरोना के नए स्ट्रेन के खतरे के बीच UK से आए 256 पैसेंजर्स, नए वेरिएंट के अब तक 75 केस
नई दिल्ली। देश में कोरोना के नए स्ट्रेन के बढ़ते मामलों के बीच ब्रिटेन से भारत की फ्लाइट्स शुरू हो गईं। शुक्रवार को दिल्ली में लैंड हुई UK की पहली फ्लाइट से 256 पैसेंजर्स आए। सरकार ने आज से ही ब्रिटेन से भारत के लिए फ्लाइट्स शुरू की हैं। इससे पहले भारत से ब्रिटेन जाने वाली फ्लाइट्स को 6 जनवरी से ही शुरू कर दिया गया था। वहीं, भारत में अब कोरोना के UK वाले स्ट्रेन के मामले बढ़कर 75 हो गए हैं।
पैसेंजर्स और क्रू मेंबर्स का टेस्ट जरूरी
सरकार ने ब्रिटेन से आई फ्लाइट के सभी पैसेंजर्स और क्रू मेंबर्स का RT-PCR टेस्ट जरूरी कर दिया है। एयरपोर्ट पर ही इसके लिए जरूरी इंतजाम किए गए हैं। यात्रियों को एयरपोर्ट से बाहर तभी जाने दिया जाएगा, जब उनकी कोरोना रिपोर्ट आ जाएगी।
हफ्ते में 30 फ्लाइट्स ऑपरेट होंगी
सिविल एविएशन मिनिस्टर हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि हर हफ्ते 30 फ्लाइट्स ऑपरेट की जाएंगी। 15 भारत से और 15 ब्रिटेन से उड़ान भरेंगी। वहीं, दिल्ली एयरपोर्ट ने पैसेंजर्स से अपील की है कि वे अपनी कनेक्टिंग फ्लाइट्स के लिए करीब 10 घंटे का गैप रखें।
केजरीवाल बोले- 31 जनवरी तक रोक लगे
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र ने प्रतिबंध हटाने और ब्रिटेन की उड़ानें शुरू करने का फैसला किया है। ब्रिटेन में कोरोना के गंभीर हालात को देखते हुए मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि ब्रिटेन की फ्लाइट्स पर 31 जनवरी तक रोक बढ़ाई जाए।
केंद्र ने 23 दिसंबर को लगाई थी रोक
केंद्र सरकार ने पिछले महीने ब्रिटेन में कोरोना का नया स्ट्रेन मिलने के बाद 23 दिसंबर से 7 जनवरी तक ब्रिटेन से आने वाली सभी उड़ानों पर रोक लगा दी थी। ब्रिटेन से आए लोगों के लिए अलग गाइडलाइंस भी जारी की गई थीं।
UK वेरिएंट पहले से 70% ज्यादा खतरनाक
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, वायरस में लगातार म्यूटेशन (स्वरूप में बदलाव) होता रहता है यानी इसके गुण बदलते रहते हैं। म्यूटेशन होने से ज्यादातर वेरिएंट खुद ही खत्म हो जाते हैं, लेकिन कभी-कभी यह पहले से कई गुना ज्यादा मजबूत और खतरनाक हो जाता है। यह प्रोसेस इतनी तेजी से होती है कि वैज्ञानिक एक रूप को समझ भी नहीं पाते और दूसरा नया रूप सामने आ जाता है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि कोरोना का जो नया रूप ब्रिटेन में मिला है, वह पहले से 70% ज्यादा खतरनाक हो सकता है।