LIVE:मन की बात में बोले पीएम मोदी-कोरोना के खिलाफ महायज्ञ, जनता लड़ रही लड़ाई

pm नरेंद्र मोदी आज सुबह 11 बजे एक बार फिर रेडियो कार्यक्रम मन की बात में देश को संबोधित कर रहे हैं. आज अप्रैल महीने का आखिरी रविवार है. ये कार्यक्रम हर महीने के आखिरी रविवार को ही प्रसारित होता है.

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नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ की। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश एकसाथ चल रहा है। ताली, थाली ने देश को प्रेरित किया है। ऐसा लग रहा है कि महायज्ञ चल रहा है। हमारे किसान खेत में मेहनत कर रहे हैं कि कोई भूखा नहीं रहना चाहिए। कोई मास्क बना रहा है, तो कोई क्वारैंटाइन में रहते हुए स्कूल की पुताई कर रहा है। कोई पेंशन माफ कर रहा है। यह उमड़ता-घुमड़ता भाव ही लड़ाई को पीपल ड्रिवन बना रहा है।

उन्होंने कहा कि बहुत ही आदर के साथ 130 देशवासियों की इस भावना को नमन करता हूं। सरकार ने कोविडवॉरियर्स.जीओवी.इन प्लेटफॉर्म भी तैयार किया है। इसमें सरकार ने सभी को एक-दूसरे से जोड़ दिया है। इससे सवा करोड़ लोग जुड़ चुके हैं। आशा कार्यकर्ता, नर्स सभी जुड़े हैं। ये लोग योजना बनाने में मदद भी कर रहे हैं। हर लड़ाई कुछ न कुछ सिखाकर जाती है। कुछ मार्ग बनाती है, मंजिलों की दिशा भी देती है। भारत में नए बदलाव भी हुए हैं। हर सेक्टर तकनीकी बदलाव की तरफ बढ़ रहा है। देश का हर इनोवेटर नया निर्माण कर रहा है।

मोदी के भाषण की अहम बातें 

1) देश एक टीम की तरह काम कर रहा 

जब देश एक टीम बनकर काम करती है, तब हम देखते हैं कि कितना बेहतर हो सकता है। दवाइंया पहुंचाने के लिए लाइफलाइन उड़ान सेवा चल रही है। कई टन दवाएं एक से दूसरे हिस्से में पहुंचाई गई हैं। 60 से ज्यादा ट्रैक पर पार्सल ट्रेनें चलाई जा रही हैं। डाक सेवा भी मजबूती से काम कर रही है। गरीबों के अकाउंट में सीधे पैसे ट्रांसफर किए जा रहे हैं। गरीबों को सिलेंडर और राशन दिया जा रहा है।

2) पुलिस को लेकर सोच में भी बदलाव आया

स्थानीय प्रशासन, राज्य सरकारों की कोरोना से लड़ाई में अहम भूमिका है। हाल ही में जो अध्यादेश लाया गया है, स्वास्थ्यकर्मियों ने इसकी प्रशंसा की है। ऐसे स्वास्थ्यकर्मी जो कोरोना से लड़ाई में लगे हुए हैं, उन पर हमला करने वालों को सजा का प्रावधान किया गया है। घरों में काम करने वाले, सामान्य कामगार, दुकानों में काम करने वाले, ऑटो चालकों की इतनी बड़ी भूमिका है, ये हमें अनुभव हो रहा है। पहले इन लोगों के काम को अक्सर नोटिस नहीं किया जाता था। पहले की बजाय पुलिस को लेकर सोच में भी बदलाव आया है। आज पुलिस जरूरतमंदों को खाना पहुंचा रही हैं। इससे पुलिस का मानवीय पक्ष सामने आया है। इसके चलते लोग पुलिस से जुड़ रहे हैं। मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में बहुत ही सकारात्मक बदलाव आ सकता है। हमें कभी भी इसे नकारात्मक रंग से रंगना नहीं है।

इससे पहले 29 मार्च को मन की बात की थी

प्रधानमंत्री का यह इस साल का चौथा और मन की बात का कुल 64वां संस्करण होगा। इससे पहले पीएम मोदी ने 29 मार्च को मन की बात की थी। 12 अप्रैल को एक ट्वीट करते हुए बताया था कि इस महीने की मन की बात 26 तारीख को होगी। इसके लिए मोदी ने सुझाव मांगे थे। इससे पहले जब मोदी ने मन की बात की थी तब उन्होंने कोरोना पर ही अपनी बात रखी थी। इस बार भी यही उम्मीद लगाई जा रही है कि मोदी अपने मन की बात में कोरोनावायरस के बारे में ही जिक्र करेंगे।

 

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