इमरान खान का खुलासा- पाक में खुफिया एजेंसी ISI खोज रही कोरोना संदिग्ध
प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि कोरोना के संदिग्ध मरीजों का पता लगाने के लिए सरकार आईएसआई प्रणाली का उपयोग कर रही है, जिसे आतंकियों का पता लगाने के लिए बनाया गया था.
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कहा- लॉकडाउन बर्दाश्त नहीं कर पाएगी संघर्षशील अर्थव्यवस्था
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बोले PM- स्मार्ट लॉकडाउन के विकल्प पर विचार कर रही सरकार
वैश्विक महामारी बन चुकी कोरोना की बीमारी से 200 से अधिक देश प्रभावित हैं. पाकिस्तान में भी कोरोना पीड़ितों की तादाद 11000 के पार पहुंच चुकी है. कोरोना पीड़ितों की पहचान के लिए दुनिया जहां रैपिड टेस्ट जैसे साधनों का इस्तेमाल कर रही है, वहीं पाकिस्तान में कोरोना के मरीजों की तलाश के लिए खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का इस्तेमाल हो रहा है.
यह जानकारी खुद प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दी. कोरोना से लड़ने के लिए धन जुटाने को आयोजित तीन घंटे के टेलीथॉन की अध्यक्षता करते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह खुलासा किया. उन्होंने कहा कि कोरोना के संदिग्ध मरीजों का पता लगाने के लिए सरकार आईएसआई प्रणाली का उपयोग कर रही है, जिसे आतंकियों का पता लगाने के लिए बनाया गया था.
कई लोकल चैनलों पर लाइव एहसास नामक टेलीथॉन को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि इस बीमारी के खिलाफ लड़ने के लिए लॉकडाउन कोई विकल्प नहीं है. पता लगाने और परीक्षण करने को ही फिर से कारोबार पटरी पर लाने का रास्ता बताते हुए उन्होंने कहा कि पूर्ण लॉकडाउन को देश की संघर्षशील अर्थव्यवस्था बर्दाश्त नहीं कर पाएगी.
इमरान खान ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने और लोगों की सुरक्षा के बीच संतुलन को आवश्यक बताते हुए कहा कि इस संबंध में जो भी फैसला होगा, वह सभी पाकिस्तानियों के लिए होगा, केवल संभ्रांत लोगों के लिए नहीं. उन्होंने कहा कि सरकार स्मार्ट लॉकडाउन के विकल्प पर विचार कर रही है.
मस्जिद खोलने की अनुमति पर चिकित्सकों ने जताई चिंता
गौरतलब है कि रमजान का पाक महीना शुरू हो रहा है. कोरोना का प्रसार रोकने के लिए आवश्यक गाइडलाइंस का पालन करते हुए मस्जिद खोलने की अनुमति सरकार ने दे दी है. इसपर स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों ने चिंता जताई है. चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार ने पहले ही लॉकडाउन में छूट दे दी. तब से कोरोना के केस तेजी से बढ़े हैं.
मरीजों की तादाद बढ़ी तो खतरनाक होंगे हालात
डॉक्टरों के अनुसार देश में प्रमुख अस्पतालों में पहले से ही अधिकतम क्षमता के बराबर मरीज भर्ती हैं. अब मरीजों की संख्या बढ़ी, तो हालात खतरनाक होंगे. बता दें कि पाकिस्तान में कोरोना के मरीजों की तादाद 11155 पहुंच चुकी है. कोरोना के कारण 237 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कुल 2527 लोग पूरी तरह ठीक होने के बाद हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं.