कोरोना वायरस को अमेरिका ने कहा चीनी वायरस, भड़का चीन
पोम्पियो ने चीन के उस दावे को भी खारिज कर दिया कि वायरस की उत्पत्ति चीन के वुहान शहर के अलावा कोई और जगह है क्योंकि कोरोना वायरस संक्रमण के 100,000 मामले सिर्फ इसी शहर से आए थे. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने गुरुवार को इसे लेकर कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि वायरस को चीनी कोरोनावायरस या वुहान वायरस कहना बहुत ही गैर-जिम्मेदाराना रवैया है. हालांकि, उन्होंने पोम्पियो का सीधे नाम नहीं लिया.
चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में कमी आ रही है, वहीं अमेरिका समेत तमाम देशों में यह तेजी से फैल रहा है. दुनिया की दो महाशक्तियों के बीच ट्रेड वॉर पहले से ही जारी है और अब कोरोना वायरस को लेकर अमेरिका और चीन के बीच नया विवाद छिड़ गया है. दरअसल, कोरोना वायरस को ‘चीनी वायरस’ कहे जाने और इसके लिए वुहान को कसूरवार ठहराने को लेकर चीन नाराज हो गया है.
दरअसल, अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने शुक्रवार को दूसरी बार कोरोना वायपस को ‘वुहान वायरस’ कहा जबकि बीजिंग व दुनिया भर के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कोविड-19 के लिए इस तरह के नाम इस्तेमाल करने से बचने के लिए कहा है. ऐसा करने से चीन के नागरिकों के खिलाफ नस्लीय भेदभाव भी बढ़ सकता है. हाल ही में सिंगापुर में चीनी मूल के एक छात्र के साथ कोरोना वायरस की वजह से नस्लीय हिंसा की घटना भी सामने आई थी. वहीं, कोरोना वायरस के लिए चीन के खान-पान को भी जिम्मेदार ठहराया जा रहा है.
- सीएनबीसी और फॉक्स न्यूज को शुक्रवार को दिए इंटरव्यू में अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने एक बार फिर कोविड-19 को वुहान वायरस कहा. पोम्पियो ने कहा कि पहली बात ये है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने खुद कहा है कि वायरस वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ है. मेरे शब्दों को छोड़ दीजिए, उन्हीं के शब्दों पर गौर करिए.
- पोम्पियो ने चीन के उस दावे को भी खारिज कर दिया कि वायरस की उत्पत्ति चीन के वुहान शहर के अलावा कोई और जगह है क्योंकि कोरोना वायरस संक्रमण के 100,000 मामले सिर्फ इसी शहर से आए थे. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने गुरुवार को इसे लेकर कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि वायरस को चीनी कोरोनावायरस या वुहान वायरस कहना बहुत ही गैर-जिम्मेदाराना रवैया है. हालांकि, उन्होंने पोम्पियो का सीधे नाम नहीं लिया.
- उन्होंने कहा, इसे बिना किसी तथ्य या गवाह के आधार पर कोविड 19 को चीनी वायरस का नाम देकर कुछ मीडिया पब्लिकेशंस चाहते हैं कि चीन खुद कसूरवार बन जाए. यह महामारी वैश्विक चुनौती है. अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस वायरस का जन्म चीन में ही हुआ है.
टॉक शो ‘द फाइव’ के दौरान फॉक्स न्यूज होस्ट जैसे वैटर्स ने कहा कि वह चाहते हैं कि कोरोना वायरस के लिए चीन आधिकारिक तौर पर पूरी दुनिया से माफी मांगे. उन्होंने ये तर्क भी दिया कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति चीन में ही हुई है. उनकी इस मांग को लेकर चीनी मीडिया में नाराजगी जताई गई है. चीन के सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ में छपे एक लेख में कहा गया है कि चीन को किसी भी तरह की माफी मांगने की जरूरत नहीं है.
- शिन्हुआ ने लिखा, वायरस की उत्पत्ति का पता लगाना बेहद जटिल काम है जिसमें पर्याप्त वक्त और विश्वसनीय वैज्ञानिक सबूत चाहिए. चीन में पहला केस सामने आने के बावजूद किसी को नहीं पता कि वायरस की उत्पत्ति कहां हुई.
- शिन्हुआ एजेंसी ने लिखा कि वैटर्स और उनके जैसी सोच रखने वाले लोगों ने महामारी रोकने के लिए चीन द्वारा किए गए प्रयासों की अनदेखी कर दी है जबकि उनके देश और लोगों ने बहुत कुछ कुर्बान किया है और इस चुनौती से निपटने में दुनिया की मदद भी की है. बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वायरस से होने वाली बीमारी का आधिकारिक नाम कोविड-19 और वायरस का नाम SARS-CoV-2 रखा था.