बठिंडा में कोरोना पोजटिव दो लोगों की मौत, कोविड सेंटर में दाखिल मरीज की मौत के बाद परिजनों का हंगामा
-परिजनों ने लगाया उपचार में लापरवाही करने का आरोप, कहा सुबह हुई थी बात लेकिन दोपहर बाद झूठ बोलकर कर्मी करते रहे गुमराह , रविवार को एक संदिग्ध मरीज की भी हो चुकी है मौत। जिले में मृतकों का आकड़ा 27 पहुंचा।
बठिंडा. बठिंडा में दाखिल एक कोरोना मरीज व फरीदकोट मंडिकल कालेज में दाखिल बठिंडा वासी की रविवार दोपहर बाद मौत हो गई। इससे पहले एक संदिग्ध मरीज की सुबह के समय मौत हुई थी। इस तरह से बठिंडा में कोरोना पोजटिव से मरने वाले मरीजों की तादाद 27 हो गई है। बठिंडा में दाखिल मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों ने डीडीआरसी सेंटर के बाहर जमकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप था कि सेहत विभाग के कर्मचारियों व डाक्टरों ने उन्हें गुमराह किया व इलाज में कोताही बरती जिसके कारण उसकी मौत हुई।
जानकारी अनुसार मानसा के दोदरा गांव के पूर्व सरपंच गुरचरण सिंह की दो दिन पहले तबियत खराब हुई थी उसे सास लेने में दिक्कत के चलते सिविल अस्पताल मानसा में लेकर जाया गया जहां शनिवार को उसे बठिंडा सिविल अस्पताल में रैफर कर दिया गया था। सिविल अस्पताल में गुरचरण सिंह का रैन्डम टेस्ट किया गया जिसमें वह कोरोना पोजटिव निकला। पूर्व सरपंच की उम्र 65 साल के करीब होने के चलते डाक्टरों ने परिवार की सहमती के बाद उसे उपचार के लिए बठिंडा में ही दाखिल कर दिया गया। इसमें मृतक के बेटे लवली सिंह ने बताया कि रविवार की सुबह साढ़े सात बजे से 10 बजे के करीब उसकी गुरचरण सिंह के साथ फोन पर दो बार बात हुई।
साढ़े सात बजे वह कह रहे थे कि उसकी तबीयत ठीक लग रही है और वह चाय पीने जा रहा है। इसके बाद उन्होंने दोपहर के समय जब फोन किया तो वहां तैनात कर्मियों ने उन्हें सही जानकारी देने की बजाय पहले कहा कि वह सो रहे हैं व उन्हें जगाना नहीं है व बाद में फोन पर कहा कि वह यहां से भाग गए है। इसके बाद वह मानसा से बठिंडा पहुंचे व वहां दोपहर बाद तीन बजे उन्हें सूचना दी गई कि गुरचरण सिंह की मौत हो गई है व शव को संस्कार के लिए लेकर जाने की व्यवस्था कर रहे हैं। लवली सिंह ने आरोप लगाया कि इसके बाद वहां तैनात कर्मी वहां से गायब हो गए। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पिता के उपचार में लापरवाही की गई है जिसके चलते उनकी मौत हुई है।
वही दूसरे कोरोना पोजटिव मरीज सुलखन सिंह की फरीदकोट मंडिकल कालेज में मौत हुई है। 50 साल के सुलखन सिंह बठिंडा के बीड़तलाब बस्ती में रहते थे। व दो दिन पहले उनकी कोरोना रिपोर्ट पोजटिव आई थी व सास में दिक्कत आने व आक्सीजन लेबल कम होने के चलते उन्हें गत दिवस फरीदकोट मेडिकल कालेज में रैफर कर दिया गया था जहां दोपहर बाद उनकी मौत हो गई।