बठिंडा. वीरवार को बठिंडा जिले में कोरोना से 2 मौत हो गई है। पहला काेरोना पाजिटिव मरीज बठिंडा के आदेश अस्पताल में दाखिल था। जिसकी कुछ दिन पहले न्यूरो की सर्जरी की गई थी। जिसके बाद से उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी। वीरवार सुबह उसकी अस्पताल में मौत हो गई, जिसकी जानकारी सेहत विभाग को दे दी गई है। जिला टीकाकरण आफिसर डॉ. कुंदन पाल ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि मरीज का आप्रेशन करने से पहले कोविड का टेस्ट लिया गया था, जिसकी रिपोर्ट आप्ररेशन होने के बाद आई थी। आप्रेशन होने के बाद से ही उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी। जिसकी वीरवार को मौत हो गई है। मृतक मोगा जिले का रहने वाला है। जिले में यह पहली मौत है। विभाग की तरफ से उसका आपरेशन करने वाले अस्पताल के डाक्टरों के अलावा स्टाफ होमक्वारांटन किया जा रहा है, जबकि उसके परिजनों के सैंपल लिए जाएंगे।
वही कोरोना के कारण आज बठिंडा जिले के दूसरे एक व्यक्ति की फरीदकोट में मृत्यु हो गई। हरबंस नगर, बठिंडा का रहने वाला 36 वर्षीय व्यक्ति किडनी की बीमारी से पीड़ित था और डायलिसिस के लिए फरीदकोट मेडिकल कॉलेज गया था। जहां परीक्षण के दौरान कोरोना की पुष्टि हुई। आज सुबह 11:30 बजे उनका निधन हो गया। इसकी पुष्टि उपायुक्त बी श्रीनिवासन ने की है।
वीरवार को हुई इस मौत की पुष्टि सिविल सर्जन डा.अमरीक सिंह , जिला टीकाकरण अधिकारी डा.कुंदन पाल व आदेश अस्पताल के न्यूरो सर्जन ने की। उनके अनुसार 23 जून को कोरोना से पीडि़त 70 वर्षीय बुजुर्ग को मिल्ट्री अस्पताल से आदेश अस्पताल में ब्रेन की सर्जरी के लिए भर्ती किया गया था। 24 जून को उसके ब्रेन की सर्जरी हुई थी लेकिन 25 जून को उसने दम तोड़ दिया। आदेश अस्पताल के न्यूरो सर्जन डा.अवतार सिंह बांसल ने बताया कि रोगी को जब अस्पताल में भर्ती किया गया था जो उसकी हालत बेहद नाजुक थी। उसके दिमाग में प्रैशर बढ़ा हुआ था जो कि पहले मिल्ट्री अस्पताल में भर्ती था। वहीं उसका कोरोना का टैस्ट हुआ था जो पॉजीटिव पाया गया। मौत कोरोना से हुई है पुष्टि उन्होने कर दी लेकिन पोस्टमार्टम के लिए मना कर दिया क्योंकि ऐसे मृतकों का पोस्टमार्टम नहीं किया जाता। उन्होंने बताया कि उक्त मृतक मोगा निवासी था जो छावनी में रह रहे अपने बेटे के पास आया था, इस लिए उसकी लाश को मोगा ही भेजा जाएगा जहां उसका अंतिम संस्कार होगा। सेहत विभाग ने आप्रेशन करने वाले डाक्टर सहित पूरे स्टाफ को होम क्वारटांइन कर दिया।
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
सिविल अस्पताल के सिविल सर्जन डा.अमरीक सिंह के अनुसार यह मौत कोरोना से हुई है जो कि मिल्ट्री अस्पताल में भर्ती था जहां इसके टैस्ट भी हुए थे जो पॉजीटिव आए। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण से पीडि़त उक्त बुजुर्ग के ब्रेन पर कोरोना का अटैक हुआ था जिस कारण उसकी सर्जरी की जरूरत पड़ी और उसे आदेश अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जहां वीरवार को उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि चूंकि ऐसे मामलों में पोस्टमार्टम नही किया जाता इस लिए इस मौत को कोरोना से ही जोड़कर देखा जा रहा है।
क्या कहते हैं आदेश के न्यूरो सर्जन:
आदेश मैडीकल कॉलेज के न्यूरो सर्जन डा.अवतार सिंह बांसल का कहना है कि उक्त मरीज को जब अस्पताल में भर्ती किया गया तो उसकी हालत बहुत नाजुक थी जिसके ब्रेन का आप्रेशन करना अति जरूरी था। मिल्ट्री अस्पताल में रहते हुए मृतक के कोरोना संबंधी नमूने लिए गए थे जो पॉजीटिव पाए गए थे। 23 जून को मिल्ट्री अस्पताल के कहने पर उसे आदेश अस्पताल स्थित ब्रेन की सर्जरी के लिए भर्ती किया था लेकिन सर्जरी के बाद भी उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी। उन्होंने बताया कि उक्त मृतक मोगा जिले से सबंधित था और वह किनके संपर्क में आया , इसके बारे उन्हें कोई जानकारी नही।
5 सैंपलों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सभी कैंट स्थित सेना के जवान
बठिंडा. देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। जिले में वीरवार को 5 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है। पांचों मरीज बठिंडा आर्मी कैंट से संबंधित हैं और दिल्ली से ट्रेनिंग पूरी करके बठिंडा वापस आए थे। अधिकारियों के अनुसार दिल्ली से वापस आने के बाद सभी ने बठिंडा सिविल अस्पताल के फ्लू कार्नर में कोविड-19 का टेस्ट करवाया था। जिसकी रिपोर्ट बुधवार देर सांय को प्राप्त हुई। बठिंडा में सेना के जवानों में संक्रमण का पहला मामला सामने आया है। इन्हें इलाज के लिए अस्पताल में आइसोलेट किया गया है और उनके कॉन्टेस्ट आए लोगों का पता लगाया जा रहा है। दिल्ली में ट्रेनिंग के दौरान इनके संक्रमित होने की आशंका जताई जा रही है। वहीं यह भी चर्चा है कि पिछले दिनों कैंट में सेना का सीनियर अधिकारी परिवार समेत अन्य स्टेट से वापस आया था, इस दौरान पूरे परिवार का कोरोना टेस्ट करवाया गया था, जिसकी रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई, उम्मीद है कि उक्त अधिकारी के संपर्क में कई लोग भी पॉजिटिव आए थे और कैंट अधिकारियों की ओर से उन्हें कैंट के अंदर ही क्वारंटाइन किया गया था।
सिविल सर्जन डा. अमरीक सिंह संधू ने बताया कि बुधवार को 5 सैंपलों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सभी कैंट स्थित सेना के जवान है। उन्होंने बताया कि 397 सैंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हुई हैं। अब तक 109 कोरोना पॉजिटिव आए हैं, 37 केस एक्टिव है।
इधर, सिविल अस्पताल में सर्जरी बंद, निजी अस्पतालों के डॉक्टर भी मरीजों से मांग रहे कोरोना रिपोर्ट
कोरोना महामारी के बीच सरकारी अस्पताल में पिछले तीन माह से और कई प्राइवेट अस्पतालों में भी सर्जरी नहीं हो रही है। लेकिन अब धीरे-धीरे सभी तरह की सर्जरी शुरू होने लगी है। इसी बीच मरीजों का एक टेस्ट और बढ़ गया, वह है कोरोना का टेस्ट। डॉक्टर अब सर्जरी से पहले कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट मांगने लगे हैं। कुछ दिन पहले पीजीआई में सर्जरी वाले मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। सर्जरी से पहले डॉक्टर ने उसका कोरोना टेस्ट करवाया था। हालांकि कुछ सर्जरी बिना टेस्ट के भी की जा रही है। अस्पताल प्रशासन की ओर से सिविल अस्पताल में आॅपरेशन थिएटर के नजदीक कोरोना वार्ड बनाया गया था। सर्जरी शुरू करने लिए कोरोना वार्ड को अन्य जगह शिफ्ट कर दिया। लेकिन अभी भी सर्जरी बंद है। निजी अस्पतालों में सर्जरी की चल रही है। लेकिन डॉक्टर पहले कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट मांग रहे है। एसएमओ डाॅ. मनिंदर पाल सिंह ने बताया कि डाक्टर सीधे तौर पर मरीज के संपर्क में होते हैं। इसी कारण कोरोना टेस्ट जरूरी किया है।