बठिंडा में सोमवार को 12 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले, माडल टाउन व गणपति एक्लेव में चार मामले

-आर्मी क्षेत्र से कोरोना पोजटिव केसों का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा, तीन नए केस आए

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बठिंडा. बठिंडा जिले में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को जिले में 12 नए कोरोना पोजटिव केस सामने आने से सेहत विभाग के हाथ पैर फूल गए है। हालात यह है कि शहर की दो सबसे पाश कालोनी माडल टाउन व गणपति एक्लेव में चार मामले सामने आए जिसमें दो माडल टाउन फेस वन से संबंधित है जबकि दो गणपति एक्लेव में रहने वाले हैं। इसके अलावा आईवीवाई अस्पताल में एक, बलुआना में एक, सैनिक छावनी व एमईएस में तीन, रामा मंडी, संगत व फूलो में एक-एक केस कोरोना पोजटिव मिला है।

इस मामले में चिंताजनक पहलू यह है कि माडल टाउन में इससे पहले भी केस सामने आ चुके हैं जबकि गणपति एक्लेव ऐसा क्षेत्र है जहां सैकड़ों फ्लैट बने हैं व पूरी कालोनी में सार्वजनिक पार्क व अन्य गतिविधियों वाले स्थान जुड़े हैं। सेहत विभाग इस बात को लेकर चिंतित है कि कालोनी एक क्षेत्र के अंदर बनी होने के कारण लोगों का आवागमन व एक दूसरे से मिलना ज्यादा रहता है कालोनी होने के चलते अंदर पुलिस बल व निगरान टीमें अंदर नहीं जाती है। इस स्थिति में लोगों को सुबह व सांय के समय बाहर निकलकर घूमने का सिलसिला रुटीन का हिस्सा रहता है। फिलहाल सेहत विभाग ने उक्त लोगों के संपर्क में आए सभी लोगों को एकांतवास में रखने के साथ उनके सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए है। फिलहाल जिले में शनिवार को 170 केस एक्टिव थे जिसमें रविवार को 6 लोग रिकवर होकर वापिस घरों को लौट गए जबकि 10 नए केस रविवार को मिलने से यह तादाद 174 हो गई थी वही सोमवार को 12 नए केस आने से एक्टिव केसों की तादाद 186 के करीब बताई जा रही है।

यहां बताते चले कि वर्तमान में रामा मंडी तेल रिफायनरी के बाहर व सैनिक छावनी में कोरोना के सर्वाधिक मामले आ रहे हैं। इसमें रामा रिफायनरी में रोजगार की तलाश में अधिकतर लेबर बाहर से आती है व इसमें अभी तक किसी तरह का नियंत्रण नहीं हो सकी है वही सैनिक छावनी में भी सेना व दूसरे विंगों के लोगों का बाहरी राज्यों में मूवमेंट रुटीन का हिस्सा रहता है इस स्थिति में थोड़ी सी लापरवाही कोरोना संक्रमण का कारण बन रही है। वही सोमवार को आए केसों में 27 से 48 साल के बीच के मामले अधिक है। जबकि 50 साल से ऊपर भी दो लोग है।

दूसरी तरफ माहिरों का कहना है कि कोरोना संकट काल में जिला प्रशासन की ओर से संक्रमितों के क्षेत्र को हॉटस्पॉट जोन बनाकर बचाव के लिए गाइड लाइन का पालन करने पर जोर देने की जरूरत है। पिछले कुछ दिनों से रामां मंडी स्थित रिफाइनरी और कैंट एरिया से कोरोना पॉजिटिव केस सबसे अधिक मिले हैं। लेकिन हालत यह है कि कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद भी क्षेत्र को न तो सेनेटाइज करवाया जा रहा है और न ही बैरिकेडिंग आदि की कोई व्यवस्था की जा रही है। जिस कारण उन क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। जिले में लगातार पॉजिटिव केस निकल रहे हैं। रामां मंडी स्थित रिफाइनरी में करीब 10 हजार वर्कर तैनात है, ऐसे में रिफाइनरी से अब तक करीब 21 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसी तरह कैंट एरिया में भी कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। वहीं रिफाइनरी में इन दिनों प्रवासी मजदूर काम-काज के लिए आ रहे हैं। रिफाइनरी में आने वाले प्रवासी मजदूरों का प्रबंधकों की ओर से पहले कोरोना टेस्ट करवाया जा रहा है। इसके बाद ही उन्हें रिफाइनरी के अंदर प्रवेश मिल रहा है। रिफाइनरी के क्वारंटाइन सेंटर से अब तक दो कोरोना पॉजिटिव मरीज फरार हो चुके हैं।
गत रविवार को जिले में 10 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई थी। कोरोना पॉजिटिव आए मरीजों में 8 कैंट एरिया के सेना के जवान है, जो पिछले दिनों ट्रेनिंग से वापस आए है। वही सोमवार को भी पांच लोग भी इसी क्षेत्र से मिले हैं। इन्होंने बाहर से वापस आने पर कोरोना टेस्ट करवाया गया था, उन्हें आर्मी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दाखिल किया गया है।

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