बठिंडा में कोरोना से 18 साल के युवक सहित दो लोगों की मौत, 47 नए पोजटिव मामले आए सामने

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बठिंडा. जिले में बुधवार को दो कोरोना पोजटिव मरीजों की मौत हो गई। वही 47 नए कोरोना पोजटिव मरीजों की पुष्टी हुई है। इसमें चिंता वाली बात यह है कि अब तक नौजवानों को कोरोना से अछूता मानकर चल रहे थे लेकिन बठिंडा में 18 साल के एक नौजवान की पोजटिव आने के बाद मौत हो गई। मौड़ कला में रहने वाले 18 साल के अमृतपाल सिंह को तेज बुखार व खासी की शिकायत के बाद बठिंडा में कोरोना टेस्ट करवाया गया जिसमें उन्हें 22 सितंबर को पोजटिव करार दिया गया। इसके बाद उन्हें सास लेने में दिक्कत होने लगी व आक्सीजन लेबल निरंतर गिरने लगा। इसके चलते उन्हें फरीदकोट मेडिकल कालेज में रैफर कर दिया गया जहां मंगलवार की देर रात उनकी मौत हो गई।

वही दूसरी मौत बठिंडा के गांव गिल कला वासी 55 साल के भंगूराम की हुई है। इन्हें भी खासी, बुखार के बाद आक्सीजन लेबल कम होने की शिकायत के बाद कोरोना टेस्ट करवाने की सलाह दी थी जिसमें वह पोजटिव निकले। 25 सितंबर के बाद वह निरंतर डाक्टरों की निगरानी में थे लेकिन दो दिन पहले सास लेने में दिक्कत के कारण उन्हें फरीदकोट मेडिकल कालेज में रैफर कर दिया गया जहां उनकी मौत हो गई। इस तरह से जिले में कोरोना से मरने वाले लोगों की तादाद 126 पहुंच गई है। गत दिवस मंगलवार को जिले में 6 कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हो गई थी।  जिले में छह हजार के करीब  सैंपल लिए जा चुके हैं जिनमें से 5700 केस पॉजीटिव आए है। इनमें से 4150 कोरोना पीड़ित ठीक हो चुके हैं। इस समय जिले में 790 केस एक्टिव है। जब कि 745 केस अन्य जिलों में शिफ्ट हो चुके हैं।

यहां सेहत विभाग के लिए दूसरी चिंता की बात है कि कोरोना से जीतने वाले जिंदगी हार रहे हैं। रिपीट सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आने वाले कुछ लोगों की हालत बिगड़ रही है और उनकी मौत हो रही है। प्राइवेट अस्पतालों में दाखिल होने वाले अधिकतर लोगों की मौत हो रही है। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं कि पेशेंट कोरोना से ठीक होने के बाद घर चला गया और कुछ दिन बाद उसकी मौत हो गई। डॉक्टर बताते हैं कि कोरोना ऐसा वायरस है जोकि व्यक्ति के शरीर के अंदरुनी पार्ट खासकर फेफड़ों को काफी नुकसान पहुंचाता है। इसलिए पेशेंट कोरोना से ठीक होने के बाद उसके फेफड़े पहले की तरह काम नहीं करते और थोड़ी से लापरवाही से पेशेंट की जान पर बन आती है। पिछले दिनों तो कई मामले ऐसे सामने आए जिसमें डायलिसिस पर चल रहा व्यक्ति कोरोना को हराने के बाद नहीं बच पाया। भुच्चो वासी 60 साल के व्यक्ति को कोरोना हुआ। उसकी किडनी डैमेज थी और वह फरीदकोट मेडिकल कालेज डायलिसिस पर चल रहे थे। डॉक्टरों को लग रहा था कि उसका कोरोना से रिकवरी करना मुश्किल है। लेकिन वह कोरोना से ठीक हो गए। उन्हें घर भेज दिया गया, लेकिन घर जाने के कुछ दिन बाद ही उनकी मौत हो गई थी।

फिलहाल बठिंडा में बुधवार को सर्वाधिक 16 केस सैनिक छावनी परिसर में आए है। वही तीन मामले एयरफोर्स स्टेशन भिसियाना में मिले हैं। इसके अलावा आदेश अस्पताल में एक तो रामा मंडी में विभिन्न स्थानों में 13 मामले सामने आ चुके हैं। रामा मंडी में जहां शुरूआती दिनों में खासकर अगस्त सितंबर में सर्वाधिक कोरोना पोजटिव केस मिले वही सितंबर के अंतिम सप्ताह में इनकी तादाद में कमी आई थी लेकिन बुधवार को फिर से यहां कोरोना के नए केस मिले हैं। रामा में जिन स्थानों में कोरोना केस मिले उनमें रामा कैचिंया, पीएनबी बैंक, वार्ड नंबर 6 पीरखाना रोड, नजदीक रेलवे स्टेशन रामा, गुरुद्वारा साहिब के पास, नहरी कालोनी व बग्गा रोड रामा में नए मामले आए है। जिले में कोटभाई में एक, हरबंस नगर गली नंबर 5 व 12 में दो केस, उधम सिंह नगर गली नंबर सात में एक, कोटसमीर में एक, पुलिस लाइन बठिंडा में एक, धोबियाना बस्ती रोड स्थित प्रीत नगर में एक, खालसा होटल बठिंडा में एक, सिविल लाइन में एक, सदानंद गौशाला में एक, अमरपुरा बस्ती गली नंबर 9 -3 में  एक, विशाल नगर गली नंबर 2 ए में एक, बाबा फरीद नगर गली नवंबर 2-8 में एक, सिविल अस्पताल बठिंडा में एक, महिमा भगवाना में एक, मिनी सचिवालय में एक कोरोना पोजटिव केस सामने आया है। वही रेपिड कोरोना टेस्ट में भी करीब 15 से 20 लोग प्रतिदिन कोरोना पोजटिव मिल रहे हैं।

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