बठिंडा में कोरोना संदिग्ध मेडिकल व्यापारी की मौत, एसएसपी दफ्तर सहित 11 नए पोजटिव मामले

-कोरोना प्रभावित मरीज़ों के लिए किये जा रहे हैं विशेष प्रबंध-डिप्टी कमिश्नर -सेहत विभाग ने घरों में एकांतवास में रहने वाले लोगों के लिए बनाई माहिरों की टीम, हर समय रखेगी निगरानी बठिंडा के कुछ क्षेत्रों को माईक्रो कन्नटेनमेंट से हटाया और कुछ नए एलान कर लगाए प्रतिबंध डीसी की चेतावनी आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ की जाएगी कानूनी कारवाई

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बठिंडा. बठिंडा में रविवार को कोरोना संदिग्ध मरीज की मौत हो गई जबकि उसकी रिपोर्ट आना बाकी है। वही 11 नए मामले सामने आए है। इसमें सर्वाधिक केस एसएसपी दफ्तर में तीन व स्पेशल जेल बठिंडा में तीन केस हैं। वही चिंता की बात यह है कि पंजाब नेशनल बैंक के सर्कल दफ्तर बठिंडा में भी एक कोरोना पोजटिव केस मिला है। वही बलुआना रेलवे स्टेशन के पास एक, अमरपुरा बस्ती गली नंबर पांच में एक, हररायपुर गांव में एक, कैंट क्षेत्र में एक कोरोना पोजटिव केस की पुष्टी हुई है। समाजसेवी संस्था नौजवान वेलफेयर सोसाइटी बठिंडा द्वारा कोरोना सन्दिग्ध का अंतिम संस्कार रविवार को किया गया। मृतक की पहचान सुनील गर्ग वासी गांधी गली नजदीक आर्य समाज चौक बठिंडा के तौर पर हुई है जो गर्ग फार्मासिस्टिकल का संचालन करते थे व उनकी आयु 42 साल के करीब बताई जा रही है। मृत्यु से पहले उन्हें कोरोना लक्षण दिखाई दिए थे व अस्पताल में उनका सैंपल भी लिया गया है लेकिन इसकी रिपोर्ट अभी नहीं मिल सकी है। मृतक बठिंडा के निजी अस्पताल में दाखिल था, अभी मृतक के लिए गए सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। उनका अंतिम संस्कार सुबह दाना मंडी स्थित रामबाग में नायब तहसीलदार कमलजीत बराड़ की अगुवाई में संस्था सदस्यों राजविंदर धालीवाल, सुखप्रीत सिंह, कमलजीत सिंह, जसकरन सिंह, जगदीप सिंह, अशोक निर्मल ने पीपीई किट्स डाल कर किया।

कोरोना मरीज अलग शौचालय व कमरा होने के साथ टेककेयर होने पर घर में होंगे एकांतवास

  • डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिवासन ने बताया कि कोविड महामारी के मद्देनजर पंजाब सरकार की तरफ से जारी हिदायतों के अनुसार जिला प्रशासन बठिंडा की तरफ से कोरोना प्रभावित मरीज़ों के लिए विशेष प्रबंध किये जा रहे हैं। मरीजों की सुविधाओं और उनकी मनोस्थिती को ध्यान में रखते ऐसे मरीज़ों के घर में एकांतवास के लिए प्रबंध किये जा रहे हैं इसलिए प्रक्रिया निर्धारित करके कर्मचारियों की ड्यूटियों लगा दीं गई हैं जोकि कोरोना के लक्षणों वाले शकी मरीजों की रिपोर्ट आने के समय से लेकर ठीक होने तक हर सहायता के लिए हर समय तैयार रहेंगे।
  • उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में मरीज़ों की जरूरतों के लिए विशेष कोविड काल सेंटर स्थापित किया गया है जो कि रोज़मर्रा की कोरोना पॉजिटिव आने वाले मरीज़ों के साथ संपर्क में रहेगा। इसके अलावा सिविल अस्पताल बठिंडा में विशेष टीमों का गठन किया गया जो कि मरीजों को तुरंत अपेक्षित सहायता उपलब्ध करवाएगें। घर में एकांतवास किए गए मरीजों के पास घर में अलग कमरा और शौचालय होना चाहिए और घरमें सरकारी हिदायतों अनुसार इलाज दौरान उनकी देखभाल करने के लिए कोई व्यक्ति मौजूद हो।
  • यदि घर में यह सहूलतें मौजूद नहीं हैं तो उसको कोविड मरीजों के लिए बनाए एकांतवास केन्द्रों में इलाज के लिए शिफ्ट किया जाएगा। डिप्टी कमिश्नर ने ओर बताया कि घरों में एकांतवास किए मरीज निर्धारित किए दो प्रफार्मे भरकर कोविड काल सेंटर में अपनी फोटो समेत भेजेंगे। मरीजों की सेहत सम्बन्धित जानकारी लगातार अपडेट होगी जिसके लिए मरीज़ घर में ही अपना बुखार चैक करेंगे।
  • इस दौरान आक्सीजन का स्तर भी जिला प्रशासन के वट्सऐप ग्रुप में भेजेंगे जिससे हालात मुताबिक इलाज का अपेक्षित प्रबंध किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि कोविड काल सेंटर की टीम हरेक मरीज के लगातार संपर्क में रहेगी और उसकी परहेज़, अपेक्षित दवा, खाना, कसरत और मानसिक सेहत ठीक रखने में सहायता करेगी। हरेक मरीज का रोज़मर्रा की सेहत का रिकार्ड रखा जाएगा और समय-समय पर माहिर डाक्टर फोन,वट्सएप या जूम मीटिंगों के द्वारा सभी पॉजिटिव मरीज़ों के संपर्क में रहेंगे। डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिावसन ने कहा कि जिला प्रशासन की तरफ से न सिर्फ़ कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों बल्कि उनके संपर्क में आने वालों को भी कंटेक्ट ट्रेसिंग करके घर में एकांतवास के लिए प्रेरित किया जाएगा। इलाका निवासियों को गैरजरूरी कामों के लिए घरों से बाहर न आने की हिदायत ही दी गई।

शहरी इलाकों में कोरोना के पोजटिव मिल रहे नए इलाकों में, सेहत विभाग कम्यूनिटी प्रसार रोकने में जुटा

शहरी इलाके में कोरोना मरीजों की तादाद निरंतर बढ़ रही है। इसमें हालात यह है कि आए दिन शहर के विभिन्न नए इलाके में कोरोना मरीज बढ़ रहे हैं। बठिंडा शहरी क्षेत्र में हालांकि जुलाई व अगस्त में पहले चरण में जिन इलाकों में एकाएक कोरोना के मरीज बढ़े वही सेहत विभाग की सक्रियता के कारण उन इलाकों में कोरोना के प्रसार में रोक लगी है। यही कारण है कि प्रशासन की तरफ से एक बार जिस क्षेत्र को माईक्रो कंटेनमैंट जोन घोषित किया जा रहा है उसकी पहले तय 10 दिनों की समय सीमा में ही लगाम कसी जा सकी है व प्रशासन को अभी तक शहरी इलाके में इस तरह के जोन के दूसरे चरण के पांच दिनों की सीमा को लागू करने की जरूरत नहीं पड़ी है। यह शहरी लोगों के लिए एक अच्छा संकेत हैं वही समुदायिक प्रसार को रोकने के लिए प्रशासन की तरफ से उठाए जा रहे सार्थक कदमों का नतीजा है। जिन इलाकों में कोरोना के एक के बाद एक नए केस सामने आ रहे हैं वहां प्रशासन माईक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित होते ही सेहत विभाग की टीम को राहत कार्यों में लगा रहा है। इसमें पुलिस जहां नाकाबंदी कर बाहरी लोगों के प्रवेश को रोक रही है वही सेहत विभाग की टीमें घर-घर जाकर लोगों के रैपिड टेस्ट कर रही है। इससे स्थिति स्पष्ट हो रही है कि इस इलाके में कोरोना के कितने मरीज है व कितने लोगों को होम कोरोनटाइन करना है। जागरुकता के लिहाज से भी यह मुहिम काफी सफल हो रही है।

पिछले कुछ दिनों में शहर के स्पोर्टकिंग इलाके के साथ वर्धमान फैक्ट्री में केस बढे है। वही एम्स, न्यू शक्ति नगर, बाबा दीप सिंह नगर, स्पेशल जेल, सेंट्रल जेल, कैंट एरिया, जोगी नगर सरीखे इलाकों में कोरोना को कंट्रोल करने में सफलता मिली है।

इसी कड़ी में जिला मैजिस्ट्रेट-कम -डिप्टी कमिश्नर बी.श्रीनिवासन ने कोरोना वायरस महामारी के चलते पंजाब सरकार की तरफ से जारी हिदायतों के अनुसार आदेश जारी करके जिले के अलग-अलग क्षेत्रों को माईक्रो कंटेनमैंट जोन समाप्त कर खोल दिया और कुछ नए क्षेत्रों में से माईक्रो कंटेनमैंट जोन घोषित किया। डीसी की तरफ से जारी आदेशों के अनुसार जिला मैजिस्ट्रेट ने मुलतानिया रोड स्थित डी.डी. मित्तल टावर, अमरपुरा बस्ती की गली नंबर 3 और 5 में पहले बनाऐ गए माईक्रो कन्नटेनमैंट जोन को हटाने का ऐलान किया। हटाए गए क्षेत्रों में कोई नया केस न आने के कारण अब यहां आम दिनों की तरह गतिविधियों हो सकेंगी।

जिला मैजिस्ट्रेट की तरफ से जारी एक ओर आदेश के अनुसार यहां के गणपति इनक्लेब हाऊस नंबर 401-410, कमला नेहरू कालोनी हाऊस नंबर 200-540, बाबा दीप सिंह नगर गली नंबर 3/6 के इलावा एच.डी.एफ़.सी. बैक रामपुरा फूल और सांईं मंदिर वाली गली रामपुरा फूल को नया माईक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने का ऐलान किया गया। यह इलाके अगले 10 दिन तक माईक्रो कंटेनमैंट जोन बने रहेंगे, जिसको नए केस आने पर 5 दिनों के लिए बढ़ाया जाएगा। इन सभी क्षेत्रों में आने-जाने के लिए चैक पोस्ट बनाए जाएंगे। सेहत विभाग की टीमों की तरफ से हर रोज़ घर-घर जाकर कोरोना के लक्षणों वाले शकी मरीजों की पहचान की जाएगी जिससे समय रहते उनको जरूरी सेहत सुविधाएं मुहैया करवाई जा सकेंगी। इस दौरान लोगों को मास्क पहनने, हाथ धोने और आस आसपास साफ-सफ़ाई रखने के लिए जागरूक किया जाएगा। डीसी ने स्पष्ट किया कि एकांतवास और सामाजिक दूरी सम्बन्धित खुले आम पाबंदियों का उल्लंघन करने वाले के विरुद्ध डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 और भारतीय दंडांवली के अंतर्गत कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

कोरोना पीडित ठीक हो कर लौटे घर -डिप्टी कमिशनर

जिले में अब तक कोविड -19 के अंतर्गत 30587 सैंपल लिए गए, जिनमें से कुल 1891 पॉजिटिव केस आए है, इनमें से 920 कोरोना पीडित व्यक्ति ठीक हो कर अपनी-अपने घर लौट गए। इस समय जिले में कुल 684 केस एक्टिव हैं और 264 केस ओर जिलों में शिफ्ट हो चुके हैं। इसके इलावा अब तक सु 23 करोना प्रभावित व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। डिप्टी कमिश्नर बी श्रीनिवासन ने बताया कि बीते 24 घंटों के दौरान पॉजिटिव 59, नेगेटिव 360 और कोरोना प्रभावित 71 मरीज़ ठीक होने के उपरांत अपने घर वापस लौट गए।

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