दरिंदगी- बिहार के गोपालगंज में 15 लाख की घूस नहीं देने पर ठेकेदार को जिंदा जलाकर मार डाला
परिवारवालों ने आरोप लगाया कि अभियंता मुरलीधर सिंह बकाया राशि की भुगतान के एवज में रिश्वत की मांग कर रहा था. मांग पूरी नहीं किए जाने पर उनकी हत्या कर दी गई.
पटना: बिहार से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. राज्य के गोपालगंज जिले में घर के निर्माण का बकाया पैसा लेने गए एक ठेकेदार को जिंदा जला देने का मामला सामने आया है. गंभीर रूप से घायल ठेकेदार को गोरखपुर में इलाज के लिए रेफर किया गया लेकिन अस्पताल तक पहुंचने से पहले उसकी मौत हो गई.
घटना गोपालगंज के गंडक कॉलोनी स्थित गंडक विभाग के चीफ इंजीनियर के घर पर हुई. पीड़ित ठेकेदार का नाम रमाशंकर सिंह है. ठेकेदार रमाशंकर सिंह के बेटे का आरोप है कि घर बनने के बाद पैसे के भुगतान के लिए चीफ इंजीनियर की तरफ से 15 लाख रुपये घूस की मांग भी की जा रही थी.
क्या है पूरा मामला
बताया जा रहा है कि गंडक कॉलोनी में मुख्य अभियंता के घर का निर्माण कराया गया था. इस घर के निर्माण का ठेका रमाशंकर सिंह को मिला था. पीड़ित रमाशंकर सिंह के बेटे राणा प्रताप सिंह के मुताबिक चीफ इंजीनियर के आवास का निर्माण करीब 1 करोड़ 52 लाख रूपये की लागत से कराया गया था. जिसमे भवन निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद भी करीब 60 लाख रूपये का भुगतान लंबित था. आरोप है कि 60 लाख रूपये के भुगतान के लिए मुख्य इंजीनियर मुरलीधर सिंह के द्वारा 15 लाख रूपये की घूस की मांग की जा रही थी जिसको लेकर कई महीने से पेमेंट नहीं किया जा रहा था.
इसी पेमेंट को लेकर रमाशंकर सिंह मुख्य इंजीनियर मुरलीधर सिंह के नवनिर्मित आवास पर गए थे. रमाशंकर सिंह के बेटे का आरोप है कि जब उनके पिता मुख्य इंजीनियर मुरलीधर सिंह के नवनिर्मित आवास पर पैसे लेने गए तो इसी दौरान गार्ड रूम में उनके शरीर में आग लगाकर उन्हें जिन्दा जला दिया गया.
मृतक के परिजनों ने मुख्य इंजीनियर, उनकी पत्नी और अन्य लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है. इस मामले में नगर थाने में मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता और कार्यपालक अभियंता के अलावा चार अज्ञात खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है. वहीं पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने इसकी जांच के लिए एसआईटी गठित की है. जाहिर है जांच टीम इस बिंदु पर पहले जांच कर रही है कि आखिर ठेकेदार कैसे जला? ठेकेदार के शरीर में आग कैसे लगी?