नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद से ही कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर घमासान जारी है। नतीजों के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने की इच्छा जाहिर की और इस्तीफे की पेशकश की। हालांकि पार्टी ने उनकी इस मांग को नकार दिया। राहुल ने इस पर कहा कि जब तक पार्टी किसी नए अध्यक्ष की खोज नहीं कर लेती तब तक वो इस पद पर बने रहने को तैयार हैं, लेकिन वो अपना फैसला नहीं बदलेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि अध्यक्ष गांधी परिवार से बाहर का होना चाहिए।
अब रिपोर्ट है कि कांग्रेस किसी को अंतरिम अध्यक्ष के रूप में नियुक्त कर सकती है। इस पर विचार किया जा रहा है। पार्टी में यह विचार उभर रहा है कि कांग्रेस को अपने ‘अंतरिम अध्यक्ष’ के रूप में एक वरिष्ठ नेता का नाम लेना होगा, जो सामूहिक निर्णय लेने के लिए नेताओं के एक कॉलेजियम की अध्यक्षता करेंगे। सूत्रों ने कहा कि चुनाव परिणामों के बाद से जारी गतिरोध को सुलझाने के लिए कांग्रेस के दिग्गज नेता एके एंटनी की पार्टी प्रमुख से मुलाकात करने की संभावना है।
माना जा रहा है कि राहुल अपने फैसले पर अडिग हैं और वो इस पद पर नहीं बने रहना चाहते हैं। पार्टी के कई सीनियर नेता उन्हें मनाने में जुटे हुए हैं, लेकिन इसमें अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है। ऐसे में कुछ वरिष्ठ नेता उनका विकल्प खोजने में लग गए हैं। इसके लिए हाई लेवल मीटिंग भी की जा सकती है।
हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोइली ने राहुल गांधी से अपील की थई कि वह अपनी जिम्मेदारी संभालें और कुछ प्रदेश इकाइयों में असंतोष समाप्त करें। उन्होंने कहा कि वह विकल्प लाए बिना पार्टी का अध्यक्ष पद नहीं छोड़ सकते। उन्होंने कहा, ‘यदि वह इस्तीफा देना चाहते भी हैं तो यह इसका समय नहीं है। जब तक वह स्थिति को संभालने के लिए विकल्प नहीं लाते, मैं नहीं समझता कि राहुल गांधी को पद छोड़ना चाहिए।’