नई दिल्ली। लोकसभा में करारी हार पर राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस अब तक अपने नए नेता का चुनाव नहीं कर सकी है. इस बीच कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की आज यानी शनिवार को बैठक होने जा रही है. दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में यह बैठक शुरू हो गई है. कहा जा रहा है कि इस बैठक में नेताओं से अध्यक्ष के नाम पर सलाह ली जाएगी और चर्चा की जाएगी.
राहुल गांधी चाहते हैं कि लगातार और वृहद चर्चा के बाद ही पार्टी के नेता नए अध्यक्ष का फैसला करें. जानकारी के मुताबिक, राहुल गांधी ने संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल को कहा है कि इस मसले पर और चर्चा कीजिए और सलाह मशवरा कीजिए. बताया जा रहा है कि कांग्रेस वर्किंग कमिटी चर्चा करेगी और अगले दो-तीन दिन तक तमाम सदस्य उसके बाकी नेताओं से चर्चा करके नाम तय करने की प्रक्रिया पूरी करेंगे.
The Congress Working Committee meeting is underway at AICC HQ. pic.twitter.com/PPREhodcCA
— Congress (@INCIndia) August 10, 2019
- राहुल गांधी नए अध्यक्ष के लिए वृहद स्तर पर चर्चा की बात कर रहे हैं. पार्टी के अन्य नेता इस पर लगातार चिंता जाहिर कर रहे हैं कि नेतृत्वविहीन पार्टी होने से पार्टी को नुकसान हो रहा है और राहुल को अपना काम जारी रखना चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता है कि पार्टी को आगे बढ़ना होगा.
- राहुल गांधी पहले ही नेताओं से कह चुके हैं कि उन्होंने पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल से अनुरोध किया है कि नए अध्यक्ष का चुनाव करने से पहले 3-4 दिनों में ज्यादा से ज्यादा लोगों के मत और विचार ले लिए जाएं. राहुल गांधी को इस्तीफा दिए 2 महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है.
- दूसरी ओर पार्टी के कई नेता इस पर नाराज हैं कि अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस के ढीले रवैये से पार्टी को खासा नुकसान हुआ है.
- पार्टी के नेता इस बात पर भी चिंता जाहिर कर चुके हैं कि नेतृत्व संकट से पार्टी की छवि धूमिल हो रही है और कई लोग पार्टी छोड़ रहे हैं. राहुल गांधी मानते हैं कि पार्टी में हर कोई दबाव में है लेकिन जो कुछ हुआ वो मेरे मत से अच्छा है क्योंकि हम लंबे समय से कंफर्ट जोन में थे.
- कहा जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष के नाम का ऐलान 15 अगस्त से पहले हो सकता है और यह फैसला एक सांकेतिक मैसेज के रूप में होगा क्योंकि पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस अध्यक्ष ही झंडारोहण करता है.
नये अध्यक्ष के लिए मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत और सुशील कुमार शिंदे का नाम
सीडब्ल्यूसी की बैठक से एक दिन पहले राहुल गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक में कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष पर अगले कुछ दिनों के भीतर निर्णय हो जाएगा। माना जा रहा है कि आज की सीडब्ल्यूसी की बैठक में नए अध्यक्ष के चयन के लिए किसी पैनल अथवा व्यवस्था पर निर्णय होगा।
पार्टी के नये अध्यक्ष को लेकर मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत और सुशील कुमार शिंदे सहित कई वरिष्ठ नेताओं के नामों की चर्चा है। अध्यक्ष पद के लिए पार्टी के नेता प्रियंका गांधी के नाम की पैरवी भी कर चुके हैं।
मुकुल वासनिक
दो पूर्व प्रधानमंत्री, नरसिम्हा राव और डॉ. मनमोहन सिंह के साथ काम कर चुके वासनिक को सांगठनिक और प्रशासनिक कौशल के लिए जाना जाता है। मुकुल वासनिक मूल रूप से महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। 27 सितंबर 1959 को जन्मे वासनिक ने पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई की है। वासनिक सबसे कम उम्र में सांसद बने और अबतक वे चार बार सांसद रह चुके हैं। अध्यक्ष पद के लिए वासनिक के नाम की पैरवी अहमद पटेल भी कर रहे हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे
1972 से लेकर अब तक मल्लिकार्जुन खड़गे 9 बार लगातार विधायक रहे, दो बार सांसद चुने गए लेकिन 2019 में चली मोदी लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। वो लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता भी रह चुके हैं। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए उनका अनुभव पक्ष में जा सकता है। फिलहाल उनकी उम्र 77 वर्ष है और ये बात उनके खिलाफ जा सकती है।
अशोक गहलोत
संगठन चलाने का पुराना अनुभव रहा है। साल 2017 में गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन के पीछे उन्हीं का प्रयास माना गया। सोनिया और राहुल गांधी से बेहतर रिश्ते हैं। इसके अलावा कांग्रेस के अन्य नेताओं से भी उनके समीकरण ठीक हैं। फिलहाल राजस्थान के मुख्यमंत्री हैं।
सुशील कुमार शिंदे
सुशील कुमार शिंदे कांग्रेस के वरिष्ठ और पुराने नेता हैं। वह भारत के गृहमंत्री और ऊर्जा मंत्री रहे हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र के सीएम के रूप में भी उन्होंने सेवाएं दी हैं। सुशील कुमार शिंदे का जन्म 4 सितंबर 1941 को महाराष्ट्र के सोलापुर में एक मराठी परिवार में हुआ। 2019 के लोकसभा चुनाव में शिंदे ने महाराष्ट्र के सोलापुर से चुनाव लड़ा लेकिन इस बार भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
प्रियंका गांधी
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह समेत पार्टी के कई नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष के लिए प्रियंका गांधी के नाम की पैरवी की थी। हालांकि राहुल गांधी ने अपने इस्तीफे के बाद साफ तौर पर कहा कि न तो वह और न ही गांधी परिवार का कोई दूसरा सदस्य इस जिम्मेदारी को संभालेगा।
कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद कांग्रेस कार्यसमिति को क्षेत्रवार पांच जोन में बांटा जाएगा. इस जोन के नेता अध्यक्ष पद को लेकर कांग्रेस विधायक दल के नेता, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, सांसद और सचिवों से बात करेंगे. इस चर्चा के बात के बाद कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष का ऐलान किया जाएगा.
अंतरिम अध्यक्ष चुनने के लिए कांग्रेस कार्यसमिति को जिन पांच भागों में बांटा गया है. वे जोन हैं:
वेस्ट जोन
वेस्ट जोन में गुजरात, दादर नगर हवेली, दमन दिव, गोवा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, मुम्बई और राजस्थान शामिल हैं. इस जोन में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद, मोतीलाल वोरा, एके एंटनी, सिद्दरामैया, जितिन प्रसाद, कुलदीप विश्नाई और श्रीनिवासन बी वी शामिल हैं.
ईस्ट जोन
ईस्ट जोन में सोनिया गांधी, तरुण गोगोई, कुमारी शैलजा, केसी वेणुगोपाल, जितेंद्र सिंह, आरपीएन सिंह, पीएल पुनिया, दीपेंद्र हुड्डा, शक्तिसिंह गोहिल शामिल हैं. इस जोन में देश के बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल शामिल है.
नार्थ जोन
नॉर्थ जोन में प्रियंका गांधी, अविनाश पांडे, पी चिदंबरम, ज्योतिरादित्य सिंधिया, पीसी चाको और आशा कुमारी शामिल है. इन जोन में दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, चंडीगढ़, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश राज्य आते हैं.
नार्थ ईस्ट जोन
नार्थ ईस्ट जोन में अम्बिका सोनी, अहमद पटेल, हरीश रावत, दीपक बाबरिया, मीरा कुमार, ओमान चांडी और सचिन राव शामिल हैं. इस जोन में अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, मेघालय, सिक्किम और त्रिपुरा शामिल है.
साउथ जोन
साउथ जोन में मनमोहन सिंह, आनंद शर्मा, मुकुल वासनिक, रणदीप सुरजेवाला, राजीव साठव, अधीर रंजन चौधरी शामिल हैं. इस इलाके में आंध्र प्रदेश, कर्णाटक, केरल, तेलंगाना, तमिलनाडु, लक्षद्वीप और पुदुचेरी शामिल है.