बठिंडा. सिविल अस्पताल बठिंडा में आए दिन थेलेसीमिया पीड़ित मरीजों को एचआईवी पोजचिव रक्त चढ़ाने के मामले में डाक्टरों, राजनीतिक दलों व थेलेसीमिया पीड़ित एसोसिएशन के बीच विवाद हो गया। इस दौरान विवाद हाथोंपाई तक पहुंच गया। इसमें आम आदमी पार्टी व शिव सेना हिंदुस्तान के नेताओं ने एसएमओ के खिलाफ नारेबाजी की वही थेलेसीमिया पीड़ित एसोसिएशन के प्रधान सुरेश कुमार गर्ग ने लापरवाही के विरोध में डाक्टर पर भद्र टिप्पणी की इसके बाद कोतवाली पुलिस ने मामले में सुरेश गर्ग को हिरासत में ले लिया लेकिन आप नेता व शिव सेना नेता मौके से चले गए।
फिलहाल सिविल सर्जन बठिंडा अमरिंक सिंह सिद्धू ने थाना कोतवाली पुलिस के पास लिखित शिकायत दी है इसमें आम आदमी पार्टी, शिव सेना हिंदुस्तान व थेलेसीमिया एसोसिएशन के पदाधिकारियों पर सरकारी काम में विघन डालने, हाथोंपाई करने के आरोप में मामला दर्ज करने की सिफारिश की है। एसएमओ मनिंदरपाल सिंह ने कहा कि ब्लड बैंक के इंचार्ज रजिंदर कुमार उनके पास ब्लड बैंक की समस्या को लेकर बात करने गए थे इसी दौरान आप के नवदीप जिंदा, शिव सेना के हिंदुस्तान के सुशील जिंदल व थेलेसीमिया एसोसिएशन के सुरेश कुमार गर्ग उनके दफ्तर में आए व अभद्र शब्दावली का इस्तेमाल कर हाथोंपाई करने लगे।
वही थेलेसीमिया एसोसिएशन के प्रधान सुरेश कुमार गर्ग ने कहा कि उन्होंने आज अधिकारियों से जहां बैठक रखी थी वही कुछ मरीजों को रक्त चढाया जाना था। इसमें कुछ राजनीतिक दल वाले उनकी अनुमति के बिना उनके साथ हो गए व उन्होंने दफ्तर में हंगामा किया जबकि वह सिविल सर्जन, एसएमओ व ब्लड बैंक अधिकारियों से मांग कर रहे थे कि वह थेलेसीमिया पीड़ित बच्चों को रुटीन का चैकअप कर उन्हे रक्त चढाए। वह काफी समय से ब्लड बैंक में इंतजार कर रहे थे लेकिन ब्लड बैंक इंचार्ज एसएमओ के दफ्तर में बैठे चाय पी रहे थे। इसी बात को लेकर मौके पर विवाद खड़ा हो गया। वही दूसरी तरफ पंजाब सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के प्रधान डा. गुरमेल सिंह का कहना है कि आज की घटना के बाद समूह डाक्टरों ने हड़ताल करने का फैसला लिया है इसमें जब तक डाक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चत नहीं की जाती वह काम नहीं करेंगे।