Coronavirus: दुनिया में कोरोना के 50 लाख से ज्यादा केस, ब्राजील-रूस और भारत बन रहे नए हॉटस्पॉट
Worldometer के मुताबिक, कोरोना वायरस (Coronavirus) की घातकता और रिकवरी रेट के आंकड़ों से पता चलता है कि वैश्विक स्तर पर कोरोना का सबसे घातक चरण बीत चुका है. बुधवार को मृत्यु दर 14.23% और रिकवरी दर 85.77% थी. ऐसा 24 मार्च से पहले देखा गया था.
नई दिल्ली. चीन से मिले जानलेवा कोरोना वायरस (Coronavirus) से पूरी दुनिया लड़ रही है. ये वायरस अब तक विश्व के 140 से ज्यादा देशों में फैल चुका है. दुनियाभर के देशों का रियल टाइम डेटा देने वाली वेबसाइट Worldometer के मुताबिक, बुधवार को दुनिया में कोरोना के 50 लाख से ज्यादा मरीज हो गए हैं. 5 महीने से भी कम समय से ये संक्रमितों का आंकड़ा 50 लाख पार कर गया है.
वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, दुनिया में अब तक 50 लाख 39 हजार 429 लोग संक्रमित हैं. 19 लाख 94 हजार 012 ठीक हुए हैं. मौतों का आंकड़ा 3 लाख 26 हजार 501 हो गया है. संक्रमणों की कुल संख्या अब न्यूजीलैंड की जनसंख्या के बराबर है. वहीं, कोरोना के मामले में ब्राजील, रूस और भारत नए हॉटस्पॉट बनते दिख रहे हैं.
AFP न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, कोरोना से दुनियाभर में मरने वालों में तीन-चौथाई लोग यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका के हैं. सिर्फ यूरोप में 169,671 लोगों की मौतें हुई हैं. वहीं, अमेरिका में 92,387 लोग मारे गए हैं. अमेरिका में अब तक दुनियाभर में सबसे ज्यादा मौत हुई है. वहीं, रूस में बुधवार को संक्रमितों का आंकड़ा तीन लाख से ज्यादा हो गया. सबसे ज्यादा संक्रमितों वाले देशों की सूची में रूस अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर बना हुआ है. बुधवार को यहां 8 हजार 764 मामले दर्ज किए गए. ये एक मई के बाद संक्रमितों का सबसे कम आंकड़ा है.
इसके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गरीब देशों में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने को लेकर चिंता जाहिर की है. WHO के डायरेक्टर जनरल टैड्रोस ऐडरेनॉम ग़ैबरेयेसस कहते हैं, ‘इस कोरोना महामारी के खिलाफ अभी हमें लंबी लड़ाई लड़नी है. गरीब देशों में भी ये वायरस तेजी से फैलने लगा है. इससे चिंता बढ़ गई है.’ बता दें कि इथियोपिया के डॉक्टर टैड्रोस ऐडरेनॉम ग़ैबरेयेसस इस समय WHO के डायरेक्टर जनरल हैं.
उधर, संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने विकसित देशों को कोरोना को लेकर अफ्रीकी देशों से सबक लेने की सलाह दी है. उन्होंने कहा, ‘अफ्रीकी देशों ने महामारी पर अपने यहां कैसे लगाम लगाई है.’ फ्रांस के रेडियो से उन्होंने कहा कि शुरुआत में जैसा अनुमान लगाया गया था, उसकी तुलना में अफ्रीकी देशों में संक्रमण काफी धीमी गति से फैला. इसकी एक बड़ी वजह सही समय पर रोकथाम के लिए कदम उठाया जाना है. यह विकसित देशों के लिए सबक है.