कोरोनावायरस / जापान की शिप पर फंसे भारतीय क्रू मेंबर्स की अपील- हमारे 90% लोग संक्रमण से बचे हैं, मोदीजी प्लीज हमें बचाइए
5 फरवरी से जापान के तटों पर शिप संक्रमण की आशंका के चलते फंसा है, इस पर 3700 यात्री-क्रू मेंबर्स सवार; 66 पॉजिटिव चीन में एक दिन के भीतर संक्रमण से करीब 100 लोगों की मौत, अब तक 40 हजार से ज्यादा लोग संक्रमण के शिकार हुए
बीजिंग. कोरोनावायरस के संक्रमण की आशंका से जापान के तटों पर 5 दिन से लग्जरी क्रूज फंसा हुआ है। इसमें 160 भारतीय क्रू मेंबर्स सवार हैं।
Today more 66 are inflected with Corona virus…. Now total 137 are posetive Corona virus…… Day by day are increasing this virus if are Infected people will be separated from Dimond princess cruise they may be alive. Request to India government total 160indian crew rescue from ship (Japan)….. Plzzzz share this Vdo…. Plzzzzz….. Plzzzz
Binay Kumar Sarkar यांनी वर पोस्ट केले रविवार, ९ फेब्रुवारी, २०२०
इन क्रू मेंबर्स ने भारत सरकार से मदद की अपील की है। एक न्यूज चैनल को भेजे वीडियो में क्रू मेंबर्स ने कहा कि 160 में से 90% भारतीय संक्रमण से बचे हुए हैं। इन लोगों ने कहा- मोदीजी प्लीज हमें कुछ भी करके बचा लीजिए। अगर संक्रमण हो गया और तब बचाने के लिए कोई आया तो उसका फायदा क्या है?
क्रूज में फंसे बिनय कुमार सरकार ने वीडियो जारी किया है. शेफ के तौर पर कार्यरत बिनय ने अपने फेसबुक अकाउंट से वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि क्रूज पर सवार 66 और नागरिकों की जांच रिपोर्ट में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है. इसके बाद क्रू मेंबर्स डरे हुए हैं. क्रूज पर सवार 137 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. ऐसा तब है, जब डायमंड प्रिंसेज नामक क्रूज पर क्रू मेंबर्स समेत सवार 3700 लोगों में से 500 के सैंपल की जांच कराई गई है.
बिनय का वीडियो वायरल होने के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारत घटनाक्रम पर करीबी नजर रखे हुए है. चालक दल के सदस्य या यात्री, किसी भी भारतीय में कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई है. वहीं भारतीय दूतावास ने भी क्रूज में भारतीयों के फंसे होने की पुष्टि की है.
People gone mad bro here in Singapore. #coronavirus pic.twitter.com/oyZruNe8nE
— Choi (@choipiko) February 10, 2020
इस शिप पर 3700 यात्री और क्रू मेंबर्स हैं। इनमें अब तक 123 लोग कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इस बीच में चीन में एक दिन में संक्रमण से करीब 97 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद मौतों का आंकड़ा 908 पहुंच गया है। 3062 नए मामले सामने आए। वायरस के पीड़ितों की संख्या 40 हजार के पार पहुंच गई है।
संक्रमण से रोज करीब 100 लोगों की मौत
कोरोनावायरस मात्र 15 सेकंड में व्यक्ति को अपनी चपेट में ले लेता है। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, भारत सहित कई देश के वैज्ञानिक इसका टीका तैयार करने में जुटे हैं। इससे रोजाना करीब 100 लोगों की मौत हो रही है। बताया गया है कि हॉन्गकॉन्ग में एक परिवार के 9 लोग साथ खाना खाने के बाद संक्रमित हो गए। अधिकारियों के मुताबिक, सबसे पहले परिवार के 24 साल के लड़के और उसकी 91 साल की दादी में कोरोनावायरस के लक्षण देखे गए। इसके बाद जांच में उसके माता-पिता और बाकी घर वालों में भी कोरोनावायरस की पुष्टि हुई।
जापान के समुद्री जहाज में एक दिन में 60 संक्रमित बढ़े
जापान के योकोहामा में क्रूज शिप डायमंड प्रिंसेज में अब वहां की सरकार सेना भेजने की तैयारी कर रही है। जहाज पर 138 भारतीय हैं, जिनमें 132 क्रू मेंबर्स और 6 यात्री हैं। इस शिप पर रविवार तक कोरोनावायरस से संक्रमित 63 लोग थे। सोमवार को 60 अन्य लोगों में कोरोनावायरस से संक्रमित पाया गया। इन्हें शिप से निकालकर पास के अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है। हालांकि, इनमें एक भी भारतीय शामिल नहीं हैं। जहाज पर कुल 3700 लोग मौजूद हैं।
Many compliments to the 34-member Team Air INDIA for flying into #coronavirus-hit Wuhan city & evacuating more than 600 Indians onboard two special flights. pic.twitter.com/6qyrbRbBOD
— Vice President of India (@VPSecretariat) February 7, 2020
भारतीय एयरपोर्ट्स पर अब तक 1.9 लाख यात्रियों की जांच
कोरोनावायरस के खतरों को देखते हुए भारत सरकार ने पिछले कुछ समय में जांच का दायरा बढ़ाया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार तक देश के 21 एयरपोर्ट पर 1818 फ्लाइट्स के 1.9 लाख यात्रियों की जांच हुई। 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अभी 9452 लोगों को सर्विलांस पर रखा गया है। अधिकारियों के मुताबिक, इस वक्त संक्रमण रोकना पहली प्राथमिकता है।
इसके अलावा अब तक करीब 1510 सैंपल्स की जांच हो चुकी है। इनमें 1507 मामलों निगेटिव पाए गए। जिन तीन लोगों को कोरोनावायरस से संक्रमित पाया गया, वे सभी केरल के थे। वायरस को रोकने के लिए चीन के अलावा सिंगापुर, थाईलैंड और हाॅन्गकॉन्ग से आने वाली फ्लाइट्स पर भी नजर रखी जा रही है।
कोरोनावायरस की वजह से चीन में महंगाई बढ़ी
चीन के आधिकारिक डेटा के मुताबिक, वायरस की वजह से महंगाई का स्तर पिछले आठ सालों में सबसे ऊपर पहुंच गया है। चीन में पहले ही अर्थव्यवस्था धीमी हुई है। हालांकि, कोरोनावायरस के चलते सप्लाई चेन में रुकावट आई है। ज्यादातर शहरों को लॉकडाउन में रखा गया है। यानी इन जगहों पर यात्रा और व्यापार पर खराब असर पड़ा है। इसके अलावा अहम चीजों की आपूर्ति में भी रुकावट पैदा हुई है। खाने की चीजों के दाम में करीब 20% का उछाल आया है। पिछले महीने के खुदरा मुद्रास्फीति की बात करें तो इसका आंकड़ा 5.4% पहुंच गया है।
कोरोनावायरस की जांच के लिए चीन पहुंचेगी विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एक्सपर्ट्स की टीम सोमवार को कोरोनावायरस के हालात जानने के लिए चीन पहुंचेगी। डब्लयूएचओ के निदेशक डॉ टेडरोस ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अभी यह वायरस के बारे में काफी कम जानकारी है। हो सकता है कि अभी इसका असर स्थिर हो, लेकिन यह कभी भी भड़क सकता है। इससे पहले अमेरिका में चीन के राजदूत ने भी कहा था कि स्वास्थ्य संगठन की टीम जल्द चीन पहुंचेगी।
हवा से तैरकर लोगों को संक्रमित कर रहा कोरोनावायरस
एक दिन पहले ही चीनी अफसरों ने कोरोनावायरस को लेकर बेहद डरावना खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि यह वायरस अब हवा में मौजूद सूक्ष्म बूंदों में मिलकर संचरण करने लगा है और हवा में तैरते हुए दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर रहा है जिसे एयरोसोल ट्रांसमिशन कहा जाता है। अब तक वायरस के डायरेक्ट ट्रांसमिशन और कॉन्टेक्ट ट्रांसमिशन की ही पुष्टि हुई थी। शंघाई सिविल अफेयर्स ब्यूरो के उप प्रमुख ने बताया, ‘एयरोसोल ट्रांसमिशन का मतलब है कि वायरस हवा में मौजूद सूक्ष्म बूंदों से मिलकर एयरोसोल बना रहा है। मेडिकल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इससे सांस लेने पर भी संक्रमण हो रहा है।
गौरतलब है कि सरकार ने चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में फंसे 600 से अधिक भारतीयों को विशेष विमान भेजकर भारत लाया था. इन सभी को निगरानी में रखा गया था. बता दें कि चीन में कहर बरपा रहे कोरोना वायरस के मामले थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया, फिलीपींस समेत कई देशों में सामने आए हैं. चीन से लौटे केरल के तीन छात्रों में भी कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है. यह तीनों चीन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे.