गिरफ्तारी से कब तक बच पाएंगे चिदंबरम? सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई
कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है. मंगलवार दोपहर से ही उनपर गिरफ्तारी की तलवार लटकी है और ईडी-सीबीआई उनके घर का चक्कर काट रही है. दिल्ली हाईकोर्ट से INX मीडिया केस में राहत ना मिलने के बाद से ही चिदंबरम गायब हैं, उनका फोन भी स्विच ऑफ है. बुधवार को इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई हुई.
नई दिल्ली। INX मीडिया मामले में दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High court) से अग्रिम जमानत याचिका खारिज हो जाने के बाद पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम (P Chidambaram) पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है.
INX Media case: Congress leader P Chidambaram’s (in file pic) lawyers Kapil Sibal, Salman Khurshid & Vivek Tankha were present before the CJI Ranjan Gogoi’s Constitution Bench when the Ayodhya Bench was rising for the day, but did not mention urgent listing of interim bail case. pic.twitter.com/8zvXTzUYvW
— ANI (@ANI) August 21, 2019
सुप्रीम कोर्ट से अग्रिम जमानत की उम्मीद लगाए बैठे पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को देश की शीर्ष अदालत से राहत नहीं मिली है. अब उनकी अग्रिम जमानत की याचिका पर 23 अगस्त यानी की शुक्रवार को सुनवाई होगी. इस बीच प्रवर्तन निदेशालय ने चिदंबरम के देश छोड़ने की आशंका के मद्देनजर लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया है. CBI और ED की टीम चिदंबरम की तलाश कर रही है.
नहीं पता कहां हैं पी चिदंबरम- सलमान खुर्शीद
पी चिदंबरम के वकील सलमान खुर्शीद ने कहा है कि उन्हें नहीं पता है कि पी चिदंबरम कहां हैं? पत्रकारों से बात करते हुए सलमान खुर्शीद ने कहा कि आज पहले ही शाम के पांच बज चुके हैं, आज ये केस लिस्ट नहीं हो सकती है.
सुप्रीम कोर्ट में चिदंबरम मामले पर तीखी बहस
कपिल सिब्बल की अपील- कोर्ट जल्द सुने हमारी याचिका
कपिल सिब्बल ने अदालत को बताया कि चिदंबरम के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है, लेकिन वो कहीं भाग थोड़ी रहे हैं. इस पर जस्टिस रमन्ना की तरफ से जवाब दिया गया कि ये बेंच सिर्फ मामले की लिस्टिंग पर सुनवाई कर रही है.
सुप्रीम कोर्ट में स्वीकार हुई चिदंबरम की याचिका…
चिदंबरम की याचिका में गड़बड़ी
मंगलवार को चिदंबरम की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में जस्टिस एनवी रमण (Justice NV Ramana) ने सुनवाई की. उन्होंने चिदंबरम के मामले को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया जस्टिस रंजन गोगोई (Chief Justice of India Justice Ranjan Gogoi) को बढ़ा दिया है.
इस बीच चिदंबरम के वकील अर्शदीप ने मंगलवार सांय सीबीआई को पत्र लिखा था. पत्र में उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने चिदंबरम की याचिका पर सुनवाई के लिए 10.30 का समय तय किया है. इसलिए मैं (CBI) अनुरोध करता हूं कि तबतक मेरे मुवक्किल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाए और सुबह 10.30 बजे तक इंतजार करें.
चीफ जस्टिस लेंगे चिदंबरम पर फैसला
इसी बीच आज बुधवार की सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पी चिदंबरम के खिलाफ लुक-आउट नोटिस जारी किया. इसके बाद संजय निरुपम ने सरकार पर चिदंबरम से चोर सरीखा व्यवहाह करने का आरोप लगाया है. निरुपम ने लिखा- “पी. चिदंबरम के लिए लुक आउट नोटिस! यह थोड़ा ज्यादा हो गया. देश के विद्वान राजनीतिज्ञ, पूर्व गृह मंत्री और वित्त मंत्री को एक चोर की तरह माना जा रहा है.’
Look out notice for P. Chidambaram ?
It sounds a bit too much.
Country’s scholarly politician, former Home minister and Finance minister being treated like a thief.
This is not good at all.— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) August 21, 2019
वही सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस रमण ने पी. चिदंबरम के लिए गिरफ्तारी से तत्काल सूचीबद्ध करने या अंतरिम संरक्षण देने के लिए तत्काल सुनवाई से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि इस मामले को सीजेआई को भेजने की आवश्यकता है, पी. चिदंबरम की जमानत का मसला अब चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के सामने है. लेकिन वह अभी अयोध्या मसले को सुन रहे हैं, ऐसे में चीफ जस्टिस अब लंच के समय ही इस मसले को सुनेंगे और चिदंबरम को लेकर फैसला लेंगे.
Mentioning for urgent listing of Chidambaram's plea to be made before Justice NV Ramana in court no. 3 of the #SupremeCourt.#Chidambaram has maintained he isn't a flight risk, haven't been accused of influencing witnesses of tampering with the Evidence. pic.twitter.com/rgXV4DnzRg
— Utkarsh Anand (@utkarsh_aanand) August 21, 2019
इस पूरे मामले में पी. चिदंबरम के करीबियों की मानें तो 2017 तक इस मामले में FIR दर्ज नहीं हुई थी. पी. चिदंबरम के अलावा कार्ति चिदंबरम ने भी एजेंसियों का जांच में सहयोग किया है. कार्ति के ठिकानों पर 4 बार छापेमारी की गई, 25 बार वह एजेंसियों के सामने पेश भी हुए. अब चिदंबरम की तरफ से यही दलील रखी जाएगी कि अगर उन्होंने संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया है तो फिर केस दर्ज क्यों नहीं किया गया. पिता और पुत्र दोनों ही सांसद हैं ऐसे में उनकी संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक है.
प्रियंका गांधी ने किया समर्थन
An extremely qualified and respected member of the Rajya Sabha, @PChidambaram_IN ji has served our nation with loyalty for decades including as Finance Minister & Home Minister. He unhesitatingly speaks truth to power and exposes the failures of this government,
1/2— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 21, 2019