गिरफ्तारी से कब तक बच पाएंगे चिदंबरम? सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई

कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है. मंगलवार दोपहर से ही उनपर गिरफ्तारी की तलवार लटकी है और ईडी-सीबीआई उनके घर का चक्कर काट रही है. दिल्ली हाईकोर्ट से INX मीडिया केस में राहत ना मिलने के बाद से ही चिदंबरम गायब हैं, उनका फोन भी स्विच ऑफ है. बुधवार को इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई हुई.

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नई दिल्ली। INX मीडिया मामले में दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High court) से अग्रिम जमानत याचिका खारिज हो जाने के बाद पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम (P Chidambaram) पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है.

सुप्रीम कोर्ट से अग्रिम जमानत की उम्मीद लगाए बैठे पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को देश की शीर्ष अदालत से राहत नहीं मिली है. अब उनकी अग्रिम जमानत की याचिका पर 23 अगस्त यानी की शुक्रवार को सुनवाई होगी. इस बीच प्रवर्तन निदेशालय ने चिदंबरम के देश छोड़ने की आशंका के मद्देनजर लुकआउट सर्कुलर जारी कर दिया है. CBI और ED की टीम चिदंबरम की तलाश कर रही है.

नहीं पता कहां हैं पी चिदंबरम- सलमान खुर्शीद

पी चिदंबरम के वकील सलमान खुर्शीद ने कहा है कि उन्हें नहीं पता है कि पी चिदंबरम कहां हैं? पत्रकारों से बात करते हुए सलमान खुर्शीद ने कहा कि आज पहले ही शाम के पांच बज चुके हैं, आज ये केस लिस्ट नहीं हो सकती है.

सुप्रीम कोर्ट में चिदंबरम मामले पर तीखी बहस

सुप्रीम कोर्ट में कपिल सिब्बल की तरफ से कहा गया कि अगर सभी खामियां दूर हो गई हैं तो मामला सुना जाए. लेकिन जस्टिस रमन्ना ने कहा कि हम सिर्फ लिस्टिंग करेंगे, मामला नहीं सुनेंगे. इसके आगे रजिस्ट्रार ने अदालत को जानकारी दी कि लिस्टिंग पर फैसला CJI को करना है, लेकिन हमें अभी उनके आदेश का इंतजार है. चीफ जस्टिस अभी अयोध्या मामले को सुन रहे हैं, ऐसे में उन्हें बीच में टोका नहीं जा सकता है. कपिल सिब्बल के मामले पर जोर देने के बाद जस्टिस रमन्ना का कहना है कि अगर चीफ जस्टिस उन्हें आदेश देते हैं तो वह इस मामले की सुनवाई कर सकते हैं.

कपिल सिब्बल की अपील- कोर्ट जल्द सुने हमारी याचिका

सुप्रीम कोर्ट में पी. चिदंबरम की तरफ से कपिल सिब्बल ने कहा कि अभी तक ये मामला लिस्ट नहीं हो पाया है. इस पर जस्टिस रमन्ना ने जवाब दिया कि अक्सर किसी भी मामले की फाइल को शाम के वक्त आगे बढ़ाया जाता है, लेकिन इस मामले की फाइल को हमने सुबह ही आगे बढ़ा दिया है. कपिल सिब्बल ने कहा कि हमने याचिका की कमियों को दूर कर दिया है, ऐसे में अब मामले को सुना जाए.
कपिल सिब्बल ने अदालत को बताया कि चिदंबरम के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है, लेकिन वो कहीं भाग थोड़ी रहे हैं. इस पर जस्टिस रमन्ना की तरफ से जवाब दिया गया कि ये बेंच सिर्फ मामले की लिस्टिंग पर सुनवाई कर रही है.

 

सुप्रीम कोर्ट में स्वीकार हुई चिदंबरम की याचिका…

सुप्रीम कोर्ट में पी. चिदंबरम की जमानत याचिका स्वीकार कर ली है. यानी उनकी याचिका में जो खामी थी वह अब दूर हो गई है. अब चीफ जस्टिस रंजन गोगोई को फैसला लेना है कि वह इस मामले पर सुनवाई कब करते हैं. सुप्रीम कोर्ट में कपिल सिब्बल, पी. चिदंबरम की तरफ से दलील पेश कर रहे हैं. चिदंबरम के वकील कोर्ट रूम नंबर तीन में मौजूद हैं साथ ही सीबीआई की तरफ से भी वकीलों की टीम उपस्थित है.

 

चिदंबरम की याचिका में गड़बड़ी

सूत्रों की मानें तो सुप्रीम कोर्ट में पी. चिदंबरम की तरफ से जो याचिका दायर की गई है, उसमें कुछ खामी है. ऐसे में गलत याचिका को CJI के सामने लिस्ट नहीं किया जा सकता है. अब पी. चिदंबरम के वकील इस खामी को दूर करने में लगे हैं, ताकि सुनवाई में किसी तरह की बाधा ना आ पाए.

मंगलवार को चिदंबरम की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में जस्टिस एनवी रमण (Justice NV Ramana) ने सुनवाई की. उन्होंने चिदंबरम के मामले को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया जस्टिस रंजन गोगोई (Chief Justice of India Justice Ranjan Gogoi) को बढ़ा दिया है.

इस बीच चिदंबरम के वकील अर्शदीप ने मंगलवार सांय  सीबीआई को पत्र लिखा था. पत्र में उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने चिदंबरम की याचिका पर सुनवाई के लिए 10.30 का समय तय किया है. इसलिए मैं (CBI) अनुरोध करता हूं कि तबतक मेरे मुवक्किल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाए और सुबह 10.30 बजे तक इंतजार करें.

चीफ जस्टिस लेंगे चिदंबरम पर फैसला

सुप्रीम कोर्ट में पी. चिदंबरम की तरफ से कपिल सिब्बल मामले को सामने रख रहे हैं. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की जानकारी दी और पूरी तरह मामले की सुनवाई तक गिरफ्तारी पर रोक लगाने की अपील की. लेकिन जस्टिस रमन्ना ने किसी तरह का फैसला देने से मना किया है और कहा है कि वह इस मामले को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के पास भेज रहे हैं, वह इस पर तुरंत सुनवाई का फैसला करेंगे. पी. चिदंबरम के वकील की तरफ से कहा गया है कि उन्होंने चीफ जस्टिस के सामने ये मामला इसलिए नहीं उठाया क्योंकि वह अभी अयोध्या मसले को सुन रहे हैं.

इसी बीच आज बुधवार की सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पी चिदंबरम के खिलाफ लुक-आउट नोटिस जारी किया. इसके बाद संजय निरुपम ने सरकार पर चिदंबरम से चोर सरीखा व्यवहाह करने का आरोप लगाया है. निरुपम ने लिखा-  “पी. चिदंबरम के लिए लुक आउट नोटिस! यह थोड़ा ज्यादा हो गया. देश के विद्वान राजनीतिज्ञ, पूर्व गृह मंत्री और वित्त मंत्री को एक चोर की तरह माना जा रहा है.’

वही सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस रमण ने पी. चिदंबरम के लिए गिरफ्तारी से तत्काल सूचीबद्ध करने या अंतरिम संरक्षण देने के लिए तत्काल सुनवाई से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि इस मामले को सीजेआई को भेजने की आवश्यकता है, पी. चिदंबरम की जमानत का मसला अब चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के सामने है. लेकिन वह अभी अयोध्या मसले को सुन रहे हैं, ऐसे में चीफ जस्टिस अब लंच के समय ही इस मसले को सुनेंगे और चिदंबरम को लेकर फैसला लेंगे.

इस पूरे मामले में पी. चिदंबरम के करीबियों की मानें तो 2017 तक इस मामले में FIR दर्ज नहीं हुई थी. पी. चिदंबरम के अलावा कार्ति चिदंबरम ने भी एजेंसियों का जांच में सहयोग किया है. कार्ति के ठिकानों पर 4 बार छापेमारी की गई, 25 बार वह एजेंसियों के सामने पेश भी हुए. अब चिदंबरम की तरफ से यही दलील रखी जाएगी कि अगर उन्होंने संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया है तो फिर केस दर्ज क्यों नहीं किया गया. पिता और पुत्र दोनों ही सांसद हैं ऐसे में उनकी संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक है.

प्रियंका गांधी ने किया समर्थन

पी. चिदंबरम पर सीबीआई-ईडी की कार्रवाई के बाद प्रियंका गांधी उनके समर्थन में आई हैं. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि हम उनके (चिदंबरम) साथ खड़े हैं और सच्चाई के लिए लड़ते रहेंगे, चाहे कोई भी परिणाम हो. प्रियंका गांधी ने कहा, ‘राज्यसभा के एक अत्यंत योग्य और सम्मानित सदस्य पी. चिदंबरम ने वित्त मंत्री और गृह मंत्री के रूप में दशकों तक निष्ठा के साथ हमारे देश की सेवा की. वह मोदी सरकार की विफलताओं को उजागर करते है, जो इस कायर सरकार को पसंद नहीं है, इसलिए उन्हें (चिंदबरम) शर्मनाक तरीके से टारगेट किया जा रहा है.’

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