रायपुर/भिलाई. छत्तीसगढ़ में नेताओं, अफसरों और कारोबारियों पर छापामार कार्रवाई में आयकर विभाग को 150 करोड़ रुपए के बेनामी लेन-देन के सबूत मिले हैं। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने सोमवार को कहा कि प्रदेश में अफसरों को अवैध तौर पर हर महीने बड़ी रकम दी जा रही थी। सीबीडीटी ने पिछले 5 दिनों में 25 ठिकानों पर कार्रवाई के बाद पहली बार इस बारे में जानकारी दी।
राज्य में आयकर विभाग की कार्रवाई पांचवें दिन भी जारी रही। सोमवार दोपहर को आयकर विभाग की टीम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपसचिव सौम्या चौरसिया के भिलाई स्थित बंगले पर पहुंची। अधिकारियों ने सौम्या से पूछताछ भी की। इससे पहले टीम ने 28 फरवरी को भी उनके बंगले पर छापा मारा था, लेकिन 24 घंटे के बाद भी किसी के सामने नहीं आने पर विभाग ने बंगले को सील कर दिया था।
छत्तीसगढ़ सरकार ने कहा- कुछ नहीं मिला, यह सिर्फ साजिश
आयकर विभाग के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने भी इस मामले में बयान जारी किया। सरकार ने कहा- आयकर विभाग की तरफ से जारी बयान में किसी भी तरह के कोई पुख्ता प्रमाण का उल्लेख नहीं है। किसी भी व्यक्ति और संस्था का नाम भी इसमें नहीं है। साथ ही, किसी से जब्ती के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। आयकर विभाग की तरफ से दी गई सूचना यह बताती है कि उनके हाथ कोई सफलता नहीं लगी। यह राज्य सरकार को अस्थिर करने और प्रदेश में एक दहशत फैलाने की साजिश है।
Respected @narendramodi Ji,
हमारे पूर्वजों ने संविधान में संघीय ढांचे का प्रावधान बहुत सोच समझकर किया था। आपने मुख्यमंत्री रहते हुए इसका बार बार ज़िक्र भी किया है।
कुछ केंद्रीय एजेंसियों द्वारा छत्तीसगढ़ में संघीय ढांचे के प्रावधानों को चोट पहुंचाने वाली कार्रवाइयां हुई हैं।… pic.twitter.com/j0vFjwMGL9
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 2, 2020
बघेल ने मोदी को चिठ्ठी लिखकर विरोध जताया
आयकर विभाग की कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। बघेल ने इसे संघीय व्यवस्था के खिलाफ बताया। तीन पेज की इस चिठ्ठी में छापों में केंद्रीय सुरक्षा बलों के इस्तेमाल को भी दुर्भाग्यपूर्ण और असंवैधानिक बताया गया।
छत्तीसगढ़ में 27 फरवरी से जारी है कार्रवाई
आयकर की टीम ने 27 फरवरी को सुबह छत्तीसगढ़ में अफसरों, नेताओं और कारोबारियों के यहां छापे मारे थे। 13 लोगों के 25 ठिकानों पर छापे मारे गए थे। इनमें रायपुर के मेयर एजाज ढेबर, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड, आईएएस अनिल टुटेजा, सीए अजय सिंघवानी, होटल कारोबारी गुरुचरण सिंह होरा, मेयर के भाई अनवर ढेबर, डॉ. ए फरिश्ता, सीए संजय संचेती और सीए कमलेश जैन के नाम प्रमुख हैं। इन सभी लोगों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नजदीकी बताया जा रहा है। रविवार को आयकर विभाग की केंद्रीय टीम ने अधिकांश जगह जांच पूरी कर ली। हालांकि, ऑपरेशन को लीड कर रहे कुछ अफसर रायपुर में ही डेरा जमाए हुए हैं। इसके बाद राज्य की कांग्रेस सरकार ने छापों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला शुरू किया।
चार दिन की कहानी
पहला दिन: छत्तीसगढ़ पहुंचने के आधे घंटे में 25 ठिकानों पर छापे मारे
27 फरवरी को सुबह 7.30 बजे दिल्ली से चार्टर्ड प्लेन के जरिए आयकर विभाग के 105 अफसर रायपुर पहुंचे। इनके साथ सीआरपीएफ के 200 जवान भी थे। आधे घंटे बाद ही अफसर और जवान आठ अलग-अलग टीमों में बंट गए। सुबह 8 बजे से रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, महापौर के भाई अनवर ढेबर, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड, आईएएस अनिल टुटेजा, सीए अजय सिंघवानी, होटल कारोबारी गुरुचरण सिंह होरा, डॉ. ए फरिश्ता, सीए संजय संचेती और सीए कमलेश जैन के 25 ठिकानों पर एक साथ छापे मारे। एक टीम भिलाई पहुंची और सेक्टर-9 स्थित आबकारी विभाग के ओएसडी अरुणपति त्रिपाठी के बंगले पर छापा मारा।
Chhattisgarh: Income Tax Department seals Bhilai residence of Saumya Chaurasia, Deputy Secretary at Chief Minister's Office (CMO). Income Tax Department began the raid at his residence yesterday & sealed it today. pic.twitter.com/sRFom12LwT
— ANI (@ANI) February 29, 2020
टकराव: आयकर टीम की गाड़ियों पर अवैध पार्किंग की कार्रवाई
पहले दिन रात 8 बजे छत्तीसगढ़ पुलिस ने राज टॉकीज के पास खड़ी आयकर अफसरों की गाड़ियों को जैक लगाकर लॉक कर दिया। रात 12 बजे ट्रैफिक पुलिस सभी गाड़ियों को अवैध पार्किंग में खड़ा बताकर पुलिस लाइन ले गई।
दूसरा दिन: सीएम की उपसचिव के बंगले का ताला नहीं खुला
28 फरवरी को दोपहर करीब 2 बजे आयकर विभाग की टीम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपसचिव सौम्या चौरसिया के भिलाई स्थित सूर्या रेसिडेंसी स्थित बंगले पर पहुंची। बंगले का दरवाजा नहीं खुलने पर चाबी बनाने वाले को बुलाया गया। इसके बाद भी दरवाजा न खुलने पर टीम ने वहीं रात बिताई।
Income tax Raids in Chhattisgarh is Political vendatta by Modi Govt to unstablize the Bhupesh Govt in Chhattisgarh .https://t.co/AtszB8dcuk
— Abhishek Verma # CGYCSM (@AbhivermaCgycsm) March 1, 2020
छापों के 36 घंटे बाद मुख्यमंत्री बघेल एक्टिव हुए
28 फरवरी को शाम 7:30 बजे यानी छापे शुरू होने के 36 घंटे बाद मुख्यमंत्री बघेल समेत पूरा मंत्रिमंडल राजभवन पहुंचा। वहां राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर छापों पर विरोध जताया। आयकर विभाग की कार्रवाई को असंवैधानिक बताते हुए कानूनी कार्रवाई की बात भी कही। इससे पहले भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने विधानसभा में आयकर विभाग की गाड़ियों को जब्त किए जाने का विरोध किया।
तीसरा दिन: 24 घंटे बाद भी सौम्या के बंगले का ताला नहीं खोल सकी टीम
24 घंटे बीत जाने के बाद भी इनकम टैक्स अफसरों की टीम उपसचिव सौम्या चौरसिया के भिलाई स्थित बंगले का दरवाजा नहीं खोल सकी। इसके बाद बंगले को सील कर दिया गया। सुबह 10 बजे भोपाल और दिल्ली से सीबीआई की टीम भी रायपुर और भिलाई पहुंचीं। दोपहर 12 बजे छापों के विरोध में कांग्रेस ने रायपुर के गांधी मैदान में प्रदर्शन शुरू किया। रायपुर के महापौर एजाज ढेबर के करीबी और पूर्व पार्षद अफरोज अंजुम के बैजनाथ पारा स्थित घर पर भी छापा मारा गया।
मुंबई से 50 अफसर बुलाए, होटल में कंट्रोल रूम बनाया
शनिवार को इनकम टैक्स के 50 अफसरों को मुंबई से बुलाया गया। एक होटल में कंट्रोल रूम बनाकर छापों में मिली जानकारी और दस्तावेज सहेजने का काम शुरू किया गया। इसके लिए टीम ने रायपुर के इनकम टैक्स कमिश्नर से 22 कम्प्यूटर, प्रिंटर और फोटोकॉपी मशीनें मांगीं।
चौथा दिन: दिल्ली पहुंचे बघेल, दोपहर में प्रेस कॉन्फ्रेंस, शाम को सोनिया से मिले
मुख्यमंत्र भूपेश बघेल रविवार को दिल्ली पहुंचे। दोपहर को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस में रणदीप सिंह सुरजेवाला और छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा- मोदी-शाह की सरकार ने सीबीआई, इनकम टैक्स जैसे डिपार्टमेंट्स को अपना गठबंधन सहयोगी बनाया हुआ है। अब देश की रक्षा करने वाली सीआरपीएफ का भी दुरुपयोग कर रहे हैं।
बघेल ने सोनिया को दी जानकारी
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रविवार शाम को दिल्ली गए। वहां सोनिया गांधी से उन्होंने मुलाकात की। इस मुलाकात में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और सीएम के सलाहकार विनोद वर्मा भी शामिल थे। मुलाकात के बाद पुनिया ने कहा कि हम इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा- यह कार्रवाई संघीय ढांचे के खिलाफ है।