आयकर छापेमारी / छत्तीसगढ़ के सीएम के करीबियों पर कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस का प्रदर्शन, बघेल रणनीति बनाने दिल्ली गए
मध्य प्रदेश और दिल्ली से आई है अधिकारियों की टीम, रायपुर और भिलाई में डेरा डाला पिछले 48 घंटाें से रायपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में आयकर विभाग की कार्रवाई चल रही बैकअप के लिए सीबीआई की टीम भी पहुंची; गैर-जरूरी राजनीतिक फंडिंग होने का अंदेशा राज्य सरकार ने कहा- आयकर की कार्रवाई शासन के कामकाज में हस्तक्षेप और गैर-कानूनी
रायपुर. छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के 10 से ज्यादा करीबियों के ठिकानों पर शनिवार को तीसरे दिन भी आयकर विभाग की छापेमारी जारी है। अब तक की जांच में करोड़ों की ज्वेलरी, हीरे, कैश और प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिलने की बात सामने आई है। आयकर विभाग को गैर-जरूरी राजनीतिक फंडिंग का अंदेशा है। वहीं, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहले ही आयकर विभाग की कार्रवाई को सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप और गैर-कानूनी बता चुके हैं। वे कानूनी सलाह लेने दिल्ली गए हैं। यहां कांग्रेस नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।
आयकर की टीम रायपुर और भिलाई समेत कई जिलों में रसूखदारों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। इनमें रायपुर मेयर एजाज ढेबर, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड, आईएएस अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के ओएसडी एपी त्रिपाठी, मुख्यमंत्री की उपसचिव सौम्या चौरसिया के नाम शामिल हैं।
हीरों से जड़ी ज्वेलरी और कैश मिला
आयकर अधिकारियों ने बताया कि रायपुर के एक ठिकाने से आयकर अफसरों को अलमारी में भरे नोट मिले। यहीं के एक ठिकाने से हीरों से जड़े जेवरात भी बरामद हुए। इनकी जांच के लिए कैरेटोमीटर मंगाया गया है। भिलाई में पड़े छापों में एक ठिकाने से करोड़ों रुपए के विदेशी निवेश से जुड़े दस्तावेज मिले। यही नहीं, रायपुर के एक परिसर से गुरुवार रात एक डायरी भी मिल गई, जिसमें राजनैतिक खर्च के सबूतों के साथ कई नाम हैं।
मुख्यमंत्री की उपसचिव का बंगला सील हुआ
इसी आधार पर शुक्रवार को सौम्या चौरसिया आयकर विभाग के घेरे में आ गईं। भिलाई स्थित उनके बंगले का ताला 24 घंटे बीत जाने के बावजूद नहीं खुल सका। इसके बाद अधिकारियों ने बंगला सील कर दिया। आयकर अधिकारी और सीआरपीएफ जवान शुक्रवार रात गद्दे डालकर बरामदे में ही सोए थे।
सीबीआई को हाईकोर्ट की इजाजत जरूरी
छापेमारी के बीच बैकअप के लिए सीबीआई की टीम रायपुर और भिलाई पहुंच गई। सरकार पहले ही प्रदेश में सीबीआई पर प्रतिबंध लगा चुकी है। ऐसे में उनका तत्काल रूप से कोई भी कार्रवाई करना संभव नहीं है। इसके लिए हाईकोर्ट की इजाजत जरूरी है। अगर ऐसा होता है तो जल्द ही कई लोगों पर शिकंजा कस सकता है।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर मोदी-शाह पर निशाना साधा
सुने ले मोदी सरकार!
ये कैंचियाँ हमें उड़ने से ख़ाक रोकेंगी
कि हम परों से नहीं हौसलों से उड़ते हैं pic.twitter.com/28QbBtzPRX— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) February 28, 2020
आयकर छापेमारी के विरोध में कांग्रेस ने प्रदर्शन किया
आयकर की कार्रवाई के बीच बघेल सरकार ने शनिवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक रद्द कर दी। कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में छापों के विरोध में प्रदर्शन किया। रायपुर के गांधी मैदान में राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस सरकार और मुख्यमंत्री बघेल की प्रसिद्धि को पचा नहीं पा रहे हैं, इसलिए कार्रवाई की जा रही है। वह छत्तीसगढ़ के लोगों को जानते नहीं हैं। वहीं, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने ट्वीट किया- राजनीतिक रूप से पूरी तरह से विफल होने के बाद भाजपा अब केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही।
गोडसे के चेलों के चरित्र को थोड़ा सा उजागर क्या किया
फड़फड़ाते हुए अपने "तोते" को छत्तीसगढ़ भेज दिया।
लगता है "करंट" सही जगह लगा है।
झूठ के आधार पर कांग्रेस से टकराने का अंजाम क्या होता है, एक बार छत्तीसगढ़ प्रदेश के भाजपा नेतृत्व से अमित शाह- मोदी जी पूछ लेते, तो ठीक रहता। pic.twitter.com/4q5yiGG2yO
— INC Chhattisgarh (@INCChhattisgarh) February 28, 2020