Chandrayaan-2 Landing-पूरी रात इसरो केंद्र में रहेंगे पीएम, सफल लैंडिंग के बाद देश को करेंगे संबोधित

Chandrayaan-2 Landing: हिन्दुस्तान चांद की धरती पर इतिहास रचने की दहलीज पर खड़ा है. आज देर रात 1 बजकर 55 मिनट पर चंद्रयान 2 चांद की धरती पर लैंड करेगा. इसी के साथ भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बन जाएगा. इस बेहद खास क्षण के गवाह बनने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसरो सेंटर में मौजूद रहेंगे.

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बेंगलुरू . चंद्रयान 2 की लैंडिंग देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेंगलुरू पहुंच गए हैं. पीएम एयरपोर्ट से सीधे इसरो केंद्र जाएंगे. मुख्यमंत्री बीएस येदुरप्पा ने पीएम का एयरपोर्ट पर स्वागत किया. चंद्रयान 2 की सफल लैंडिंग के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सुबह 6 बजे देश के नाम संबोधन होगा,

इसरो केंद्र में मौजूद रहकर पीएम देखेंगे लैंडिंग. बता दें कि 24 सितंबर 2014 को मिशन मार्स के दौरान भी पीएम मोदी इसरो केंद्र में मौजूद थे. इस बीच इसरो ने ट्वीट कर चंद्रयान 2 मिशन को लेकर बड़ी जानकारी दी है. इसरो ने ट्वीट कर कहा कि चार घंटे से भी कम समय बचा है, हम चंद्रयान 2 की लैंडिग की ऐतिहासिक घटना के लिए तैयार हैं

रात 1.55 बजे चांद पर लैंडिंग, ऐतिहासिक लम्हे का देश को इंतजार

भारत अगले कुछ घंटे में इतिहास रचने जा रहा है. रात 1 बजे के बाद चंद्रयान-2 चांद पर लैंड करेगा. इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए पीएम मोदी भी बेंगलुरु पहुंच चुके हैं. चंद्रयान-2 जैसे ही चांद की सतह पर कदम रखेगा, वैसे ही भारत उन देशों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा जो चांद की सतह पर उतर चुके हैं.

भारत ऐसा करने वाला चौथा देश होगा. इससे पहले अमेरिका, चीन और रूस ही चांद की सतह पर अपने रोवर या लैंडर उतार चुके हैं. लेकिन खास बात ये है कि भारत का चंद्रयान-2 मिशन बाकी तीनों देशों के मून मिशन से किफायती है और थोड़ी-बहुत नहीं, बल्कि कई गुना कम लागत में तैयार हुआ है. चंद्रयान-2 के चांद पर लैंडिंग में अब कुछ ही घंटे बच गए हैं. 7 सितंबर की रात 1:55 बजे विक्रम लैंडर की चांद पर ऐतिहासिक लैंडिंग होगी.

 

पहली बार चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत का चंद्रयान भी हीलियम 3 की तलाश करेगा. अगर भारत इस कोशिश में कामयाब रहा तो ये एक बहुत बड़ी उपलब्धि होगी. एक अनुमान के मुताबिक हीलियम 3 से करीब 500 साल तक ऊर्जा की जरूरतों को पूरा किया जा सकता है. अनुमान है कि चांद पर 10 लाख टन हीलियम 3 मौजूद है, एक टन हीलियम 3 की कीमत 5 अरब डॉलर आंकी जाती है. यानी हीलियम 3 न सिर्फ भारत की ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करेगा बल्कि आर्थिक तौर पर भारत को मजबूत बनाएगा.

जानें- कहां देख सकते हैं चंद्रयान-2 की LIVE लैंडिंग

चांद के दक्षिणी ध्रुव पर होगी चंद्रयान-2 की सॉफ्ट लैंडिंग

भारत का चंद्रयान-2 देर रात चांद के दक्षिणी हिस्से की सतह पर लैंड करेगा. चांद के इस हिस्से तक पहुंचने वाला भारत दुनिया का पहला देश होगा. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के वैज्ञानिक पिछले काफी लंबे वक्त से इस मिशन पर काम कर रहे हैं. वहीं घर बैठे लोग भी चंद्रयान-2 की लाइव लैंडिंग को देख सकते हैं.

चंद्रयान-2 की लाइव टेलीकास्टिंग दिखाने के लिए इसरो ने भी पूरी व्यवस्था कर रखी है. ISTRAC के अंदर जर्मन टेक्नोलॉजी के स्क्रीन लगाए गए हैं, ताकि मीडिया और स्थानीय लोगों को पूरे इंवेट की लाइव अपडेट मिलती रहे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ISTRAC सेंटर के बगल में स्थित मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स (MOX) से इस ऐतिहासिक घटना के गवाह बनेंगे. उनके साथ करीब 70 बच्चे भी चंद्रयान-2 की लैंडिंग को लाइव देखेंगे.

यहां देखें लाइव

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हालांकि देश और दुनिया में मौजूद लोग भी घर बैठे चंद्रयान-2 की लाइव लैंडिंग को देख सकते हैं. फेसबुक पर चंद्रयान-2 की लाइव लैंडिंग इसरो के फेसबुक (Isro – Indian Space Research Organisation) पेज पर देखी जा सकती है. इसके अलावा ट्विटर पर इसरो के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट (@isro) पर भी चंद्रयान-2 की लैंडिंग को देखा जा सकता है.

वहीं यूट्यूब पर भी चंद्रयान-2 की लाइव लैंडिंग देख सकते हैं. इसरो के आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट (“Watch Live : Landing of Chandrayaan-2 on Lunar Surface”) पर चंद्रयान की लाइव लैंडिंग देख सकते हैं. इसके अलावा यूट्यूब पर ही दूरदर्शन नेशनल (“Chandrayaan 2 – Landing on Moon – LIVE from MOX-ISTRAC, Peenya, Bengaluru”) पर चंद्रयान-2 की लाइव लैंडिंग देख सकते हैं.

7 सितंबर की रात करीब 1.38 बजे चंद्रयान-2 चांद के ऊपर 35 किमी की ऊंचाई से सतह की तरफ जाना शुरू करेगा. करीब 10 मिनट बाद 7.4 किमी की ऊंचाई से इस पर ब्रेक लगाया जाएगा. ये ब्रेक उसके इंजन को विपरीत दिशा में स्टार्ट कर किया जाएगा. करीब दो मिनट बाद 1.50 बजे विक्रम लैंडर चांद की सतह की मैपिंग शुरू करेगा. इसके ठीक दो मिनट बाद यानी 1.52 बजे विक्रम लैंडर चांद की सतह की सबसे नजदीकी तस्वीर पृथ्वी पर इसरो सेंटर को भेजेगा.

इसरो को भेजेगा तस्वीर

7 सितंबर की रात करीब 1.38 बजे चंद्रयान-2 चांद के ऊपर 35 किमी की ऊंचाई से सतह की तरफ जाना शुरू करेगा. करीब 10 मिनट बाद 7.4 किमी की ऊंचाई से इस पर ब्रेक लगाया जाएगा. ये ब्रेक उसके इंजन को विपरीत दिशा में स्टार्ट कर किया जाएगा. करीब दो मिनट बाद 1.50 बजे विक्रम लैंडर चांद की सतह की मैपिंग शुरू करेगा. इसके ठीक दो मिनट बाद यानी 1.52 बजे विक्रम लैंडर चांद की सतह की सबसे नजदीकी तस्वीर पृथ्वी पर इसरो सेंटर को भेजेगा.

इस तस्वीर को भेजने के बाद करीब 2-3 मिनट बाद यानी 1.55 बजे के आसपास वह चांद की सतह पर उतरेगा. इसके दो घंटे बाद यानी 3.55 बजे विक्रम लैंडर, रोवर के बाहर आने के लिए अपने दरवाजों को खोलकर रैंप बाहर निकालेगा. आधे घंटे बाद 4 बजकर 25 मिनट पर प्रज्ञान ऑन होगा.

सुबह 5.03 बजे प्रज्ञान रोवर का सोलर पैनल एक्टीवेट होगा. इसके करीब 16 मिनट बाद 5.19 बजे प्रज्ञान रोवर विक्रम लैंडर से रैंप के सहारे बाहर निकलेगा. उसे चांद की सतह पर उतरने में करीब दस मिनट लगेंगे. यानी 5.29 मिनट पर प्रज्ञान रोवर चांद की सतह पर उतरेगा. इसके बाद 5.45 बजे प्रज्ञान रोवर अपने यान यानी विक्रम लैंडर की सेल्फी लेकर पृथ्वी पर भेजेगा.

 

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