चंडीगढ़। पंजाब के संगरूर में घग्घर नदी का बांध टूटने से आई बाढ़ के बाद अब एक और मुसीबत सामने आ सकती है. मौसम विभाग ने पंजाब में अगले 48 घंटे में भारी बारिश की संभावना जताई है. ऐसे में 25 और 26 जुलाई को बरसात ज्यादा होती है तो संगरूर के अलावा अन्य इलाकों में भी बाढ़ का खतरा बढ़ने के आसार हैं. वहीं घग्घर नदी फिर से उफान पर आ सकती है.
मौसम विभाग की भारी बारिश की आशंका के बाद बठिंडा और पटियाला में पानी और बढ़ सकता है. ये शहर पहले ही जल निकासी के ठीक प्रबंध न होने की वजह से बरसाती पानी के बाढ़ के खतरे को झेल रहे हैं. ऐसे में यहां लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं. साथ ही घग्गर नदी और पंजाब के अन्य नदी नाले भी बाढ़ जैसे हालात बना सकते हैं.
बता दें कि पंजाब के संगरूर में घग्घर नदी के टूटे गए तटबंध को ठीक तो किया जा चुका है. यहां पर एक जाल बनाकर मिट्टी की बोरियां रखकर घग्घर के पानी को मूनक कस्बे की ओर डायवर्ट होने से भी रोक दिया गया है. इसके बावजूद अगर बारिश आती है तो खतरा बढ़ सकता है और आसपास के कच्चे तटबंध टूट सकते हैं.
पंजाब के बठिंडा और मुक्तसर में हल्की बारिश शुरू हो चुकी है. वहीं अमृतसर में तेज बारिश होने की वजह से हेरिटेज स्ट्रीट पर स्वर्ण मंदिर के पास काफी पानी भर गया है. वहीं अन्य इलाकों में भी हालात सामान्य नहीं हैं. बारिश बढ़ने के साथ ही लोगों की चिंता भी बढ़ती जा रही है.
गौरतलब है कि बुधवार को ही मौसम विभाग ने पंजाब में भारी बारिश का अनुमान लगाया था. मौसम विभाग का कहना था कि 25 और 26 जुलाई को 48 घंटे तक भारी बारिश होने के आसार हैं. लिहाजा पंजाब में हो रही बारिश से संगरूर के अलावा अन्य इलाकों में भी बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है. वहीं बाढ़ के हालात पैदा करने वाली घग्घर नदी फिर से उफान पर आ सकती है.
बीते दिनों मानसून की दस्तक के साथ भारी बारिश के बाद पंजाब के कई इलाकों में जलभराव से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो चुके हैं। बठिंडा में भी 7 घंटे में 178 मिली मीटर बारिश हुई थी। फिर अगले दिन 100 मिली मीटर बारिश हुई, जिसके चलते कई दिन तक पानी नहीं निकला। लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा घग्धर दरिया के तटबंध टूट जाने की वजह से पटियाला और संगरूर जिलों में सबसे ज्यादा हालत खराब हुई। यहां के कई गांवाें में लोग बेघर हो चुके हैं। फसलें डूब चुकी हैं। मंगलवार को इन्हीं सबके बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा हवाई दौरा किया था।
इसी के चलते प्रदेश में फिर से हालात गड़बड़ाने की आशंका उस वक्त बढ़ गई, जब सूबे में फिर से गुरुवार से शनिवार तक तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया। विभाग के मुताबिक 25 से 27 जुलाई तक राज्य में बरसात होगी, लेकिन 25 व 26 को बहुत तेज बरसात के आसार बन रहे हैं। बारिश के साथ-साथ सूबे में तेज हवाएं भी चलेंगी और टेंपरेचर भी गिरेगा।
मौसम विभाग के चंडीगढ़ केंद्र के अनुसार जालंधर, नवांशहर, पठानकोट, गुरदासपुर, लुधियाना, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब को हाई अलर्ट जोन में रखा गया है। सभी जिलों में प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमों को सतर्क रहने के आदेश जारी किए हैं। चंडीगढ़ स्थित पंजाब मौसम विभाग के कार्यालय के निदेशक डाॅ. सुरिंदर पाल ने कहा कि मानसून अभी एक्टिव है। पंजाब के दोआबा व सटे क्षेत्र पर घने बादल बने हुए हैं। अगर मौसम विभाग की चेतावनी सही साबित होती है तो संगरूर में घग्घर नदी का बांध टूटने से आई बाढ़ के बाद अब एक और मुसीबत सामने आ सकती है।