चंडीगढ़. यदि पंजाब में कोरोना से हालात न सुधरे तो यहां फिर से लॉकडाउन को लागू किया जा सकता है। साथ ही पंजाब में दिल्ली व हरियाणा से आने वाले लोगों पर भी जांच और क्वारेंटाइन के नियमों का सख्ती से पालन कराया जा सकता है। यह इसलिए अहम है क्योंकि दिल्ली में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं।
पंजाब के कई लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पता चला कि वे दिल्ली से लौटे थे। सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि हालांकि, पंजाब देशभर में कोरोना रोकने के मामले में सबसे बेहतर काम कर रहा है, लेकिन जिस तरीके से मामलों में बढ़ोतरी होनी शुरू हुई है वह चिंताजनक है। बिगड़ने शुरू हुए तो संभावना है राज्य सरकार फिर से लॉकडाउन लागू करने पर विचार करे। हरियाणा, राजस्थान से लगती सीमाएं सील की जा सकती हैं।
दिल्ली से वाहनों की एंट्री पर लग सकती है रोक
सेहत मंत्री ने कहा दिल्ली के साथ लगते राज्यों में कोरोना फैलने के लिए दिल्ली ही जिम्मेदार है। दिल्ली की वजह से ही हरियाणा में भी करोना के हालात बेकाबू हुए हैं। सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि जरूरत पड़ी तो दिल्ली से आ रहे वाहनों की पंजाब में एंट्री रोकी जा सकती है।
कोरोना से 7 मौतें, 143 संक्रमित, लुधियाना में डीसीपी, पठानकोट में महिला सुपरिंटेंडेंट भी पॉजिटिव
सूबे में वीरवार को 7 की मौत और 143 केस आए। संक्रमितों का आंकड़ा अब 4927 व मृतकों की संख्या 123 हो गई है। वीरवार को अमृतसर में 4, बठिंडा, लुधियाना व फरीदकोट में एक-एक मौत हुई। अमृतसर में शीला (58) निवासी हरिपुरा, किशन चंद (88) निवासी पुलिस लाइन, विक्की (34) निवासी चमरंग रोड और तरनतारन के गुरमीत सिंह (50) निवासी दीप एवेन्यू ने जीएनडीएच में दम तोड़ दिया।
बठिंडा में माेगा निवासी बूटा सिंह (70), फरीदकोट में बठिंडा निवासी कुलदीप (36) की मौत हो गई। उधर, पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती लुधियाना के 36 वर्षीय व्यक्ति ने भी दम तोड़ दिया। लुधियाना में डीसीपी अश्वनी कपूर, मोगा में डाॅक्टर और गुरदासपुर में पुलिस मुलाजिम संक्रमित पाया गया। पठानकोट में सिविल में तैनात महिला सुपरिंटेंडेंट भी संक्रमित पाई गईं। जून के 25 दिनाें में 74 मौतें और 2524 संक्रमित हो चुके हैं। 30 मरीजों की हालत गंभीर है।
कहां-कितने केस : लुधियाना 25, जालंधर 25, अमृतसर 27, संगरूर 25 मोगा 6, मुक्तसर 9, गुरदासपुर 8, रोपड़ 1, होशियारपुर 2, मोहाली 3, पठानकोट 5, पटियाला 4, कपूरथला 2, फरीदकोट 1।
फाजिल्का : सैंपल लिए नहीं बता दिया कोरोना पॉजिटिव
फाजिल्का में बिना सैंपल दिए व्यक्ति को पॉजिटिव घोषित करने का केस सामने आया है। फाजिल्का सब जेल में कार्यरत इंद्र मोहन का आरोप है कि वह 16 जून को कोरोना टेस्ट कराने अस्पताल गया था। उस दिन पर्ची कटाई व अगले दिन आने को कहा। अगले दिन गया तो वहां एक मरीज आ गया। इसके बाद एक अन्य के सैंपल लिए गए। इंद्र मोहन ने बताया कि 22 जून को उसे पॉजिटिव कहते उठा लिया गया। इंद्र का सवाल था जब सैंपल ही नहीं दिया तो रिपोर्ट पॉजिटिव कैसे आई। सिविल सर्जन डाॅ. कटारिया ने कहा, दूसरे मरीज का नाम एक जैसा होने पर ऐसा हुआ है।
बठिंडा : गर्भवती की 2 रिपोर्ट, एक निगेटिव, दूसरी पॉजिटिव
बठिंडा में गर्भवती की दो बार रिपोर्ट जारी करने का मामला आया है। महिला के परिजनों का आरोप है कि वह कभी घर से बाहर ही नहीं गई है। रिपोर्ट पॉजिटिव आना सेहतकर्मियों की लापरवाही है। गांव जस्सी पौवाली की बलजीत ने बताया कि उनकी बहू गर्भवती है। 19 जून को उसका टेस्ट कराया। 23 जून को दो बार रिपोर्ट जारी की गई। पहले निगेटिव फिर कुछ देर बाद पॉजिटिव बता दी गई। परिजनों ने विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट पर एतराज जताया है। सिविल सर्जन डाॅ. अमरीक सिंह संधू ने बताया कि एक ही नाम के दो मरीज होने के कारण उक्त समस्या आई है।