कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। ट्रांसपोर्ट विभाग ने अपने कर्मचारियों पर मास्क पहनने को लेकर सख्ती बढ़ा दी है। यह सख्ती कर्मचारियों के खुद के मास्क पहनने पर नहीं बल्कि दूसरे लोगों के मास्क नहीं पहनने को लेकर होगी। सूबे में सरकारी बसें सड़कों पर दौड़ रही हैं।
सरकार ने बसों को चलाने की मंजूरी देने के समय यह तय किया था कि बसों में बैठे यात्री का मास्क पहनना जरूरी होगा। इसके लिए विभाग औचक चेकिंग भी शुरू की गई थी। लेकिन अब विभाग कुछ ऐसा करने की तैयारी कर रहा है कि बसों में इस बात की एक दो नहीं बल्कि कई जगह चेकिंग की जाएगी। ताकि ऐसे लोगों को पकड़ा जा सके।
रोज अलग जगहों पर होगी चेकिंग
विभाग के इंस्पेक्टरों की टीम एक जगह पर रोजाना चेकिंग नहीं करेगी। ताकि बस चालक को भी न पता चल सके कि चेकिंग किस जगह और किस समय होगी। इसके लिए विभाग के कर्मचारियों को खासतौर पर हिदायत दी गई है। चेकिंग टीम दूसरे जिलों की चेकिंग टीम से भी संपर्क में रहेगी ताकि पता लगाया जा सके कि किन बसों की चेकिंग हो चुकी है। ताकि बस यात्रियों को परेशानी से बचाया जा सकेगा।
बिना मास्क मिलने पर 500 जुर्माना
लंबे रूट पर 4 और छोटे रूटों पर 2 बार रोजाना चेकिंग होगी। इसमें विभाग के इंस्पेक्टर बिना टिकट यात्रियों के अलावा मास्क भी चेक करेंगे। बिना मास्क मिलने पर यात्री से 500 रुपए जुर्माना भी वसूला जाएगा।
बस कंडेक्टर और ड्राइवर से भी होगा जवाब तलब
बस में बिना मास्क लगाए यात्री मिला तो ड्राइवर और कंडेक्टर से भी जवाब तलबी होगी। यात्री से तो जुर्माना वसूला जाएगा लेकिन ड्राइवर और कंडेक्टर का कसूर मिला तो विभागीय कार्रवाई होगी।
मिल रही थीं शिकायतें, प्राइवेट बसों पर भी नजर
अब सूबे में चलने वाली प्राइवेट बसों में भी यात्रा करने वाले यात्रियों को मास्क पहनने को लेकर विभाग सख्त हो गया है। विभाग के सामने ऐसा आया है कि कई रूट्स पर बसों में यात्री मास्क नहीं पहनते। अब विभाग ने इन प्राइवेट बसों में भी मास्क नहीं पहनने वालों पर शिकंजा कसेगा। इन बसों में भी सरकारी बसों की तरह चेकिंग की जाएगी।