पंजाब में सख्ती / 15 के बाद प्रदेश में 30 अप्रैल तक कर्फ्यू बढ़ना तय, जिलों के अफसरों ने भेजे सीएम काे सुझाव

कोरोना का दंश, काेरोनावायरस के संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण अफसर सहमत राहत की उम्मीद कम, कैप्टन 10 अप्रैल को कैबिनेट मीटिंग के बाद लेंगे अंतिम फैसला

चंडीगढ़. कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण के मामलों को देखते हुए राज्य में लॉकडाउन और कर्फ्यू की अवधि बढ़ना लगभग तय माना जा रहा है, ताकि समय रहते ही इस वैश्विक महामारी पर काबू पाया जा सके। मौजूदा लॉकडाउन और कर्फ्यू की अवधि 15 अप्रैल को समाप्त हो रही है, लेकिन सरकार इसे बढ़ा सकती है, इसके लिए विभिन्न विभागों के अफसरों ने भी सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को लॉकडाउन और कर्फ्यू की समय सीमा बढ़ाने के लिए सुझाव दिया है। अब 10 अप्रैल को होने वाली कैबिनेट मीटिंग में सीएम इस पर अंतिम फैसला लेंगे, उसके बाद सभी विभागों को अगले आदेश जारी कर दिए जाएंगे। यह भी माना जा रहा कि मोहाली, नवांशहर, रोपड़, होशियारपुर, पठानकोट और मानसा में सबसे अधिक पॉजिटिव केस मिले हैं। इसलिए अगर कहीं कोई छूट देने की बात उठी भी तो इन जिलों को कर्फ्यू में रियायत नहीं दी जाएगी।

इन विभागों के अफसरों ने पत्र लिखकर दिए सुझाव
पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, लाेकलबॉडी, पब्लिक हेल्थ, एक्साइज एंड टैक्सेशन, फूड एंड सप्लाई के अफसरों, डीसी, एसडीएम, तहसीलदार, एसडीओ और नायब तहसीलदारों की हुई अलग-अलग मीटिंगों में कोरोना की स्थिति और कर्फ्यू चर्चा हुई। इसके बाद पत्रों के जरिये सभी सीएम काे सुझाव भेजा है कि उनके क्षेत्रों में मामले बढ़ रहे हैं। अभी कर्फ्यू की अवधि बढ़नी जरूरी है।

कर्फ्यू की जरूरत, क्योंकि लोग घरों में नहीं रुक रहे  
कोरोनावायरस का संक्रमण विभिन्न रोक के उपायों बावजूद बढ़ रहा है। वहीं कुछ पाबंदियों के बावजूद लोग अपने घरों से निकल रहे हैं, जिसके लिए पुलिस प्रशासन को अधिक मशक्कत करनी पड़ रही है। प्रदेश के अस्पतालों और क्वारेंटाइन सेंटर्स में रखे गए मरीजों को देखते हुए यह जरूरी है कि वे किसी के संपर्क में न आए और यह तभी संभव है जब लॉकडाउन और कर्फ्यू जारी रहे। अगर कर्फ्यू हटाया जाता है तो मेल मिलाप के कारण संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ सकता है।

कर्मचारियों के रेगलुर ऑफिस आने पर रहेगी पाबंदी

सरकार ने विभिन्न विभागध्यक्षों को आदेश दिया कि कार्यालयों में दो से अधिक कर्मचारियों की तैनाती पर पाबंदी लगाना सुनिश्चित करें। चाहें तो विभाग कर्मचारियों को टर्नवाइज बुला सकते हैं। पहले ऐसा 15 अप्रैल तक करने को कहा गया था लेकिन अब 30 अप्रैल तक के लिए कहा गया है। अगर कोई अधिकारी कर्मचारी नियमों का उल्लंघन करते पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

सीएम ने मीडिया रिपोर्ट को किया खारिज
मीडिया रिपोर्टों को रद्द करते हुए कैप्टन ने कहा कि 14 अप्रैल के बाद कर्फ्यू बढ़ाने पर फैसला 10 अप्रैल को मंत्रिमंडल की मीटिंग में होगा। कर्फ्यू बढ़ाने का अनुमान आम राज्य प्रबंधन विभाग द्वारा कर्मियों को जारी सलाह के बाद शुरू हुआ। उनकी हिदायतों पर सलाहकारी तुरंत वापस ले ली थी।

पंजाब में कोरोना संक्रमण से 24 घंटे में दो लोगों की मौत हो गई, 21 नए पॉजिटिव केस भी सामने आए। पहली मौत बुधवार रात चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती रोपड़ के व्यक्ति की हुई। इन्हें डायबिटीज की शिकायत थी। जबकि दूसरी मौत गुरुवार जालंधर में हुई। यहां सिविल हॉस्पिटल में 59 साल के संक्रमित ने दम तोड़ा। वह बीते दो दिन से वेंटीलेटर पर थे। इसे मिलाकर राज्य में संक्रमण से मौत का आंकड़ा 10 तक पहुंच गया है। राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 120 है। कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए पंजाब में 18 दिन से कर्फ्यू लगा है।

पंजाब में पहले नवांशहर कोरोना का एपिसेंटर था, वहीं अब यह मोहाली जिले में विस्थापित हो गया है। यहां अब कोरोना के 37 मरीज हैं, इनमें से 15 लोग तो अकेले जवाहरपुर गांव में हैं। दूसरी ओर, फसल कटने के समय को देखते हुए राज्य सरकार 15 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू करेगी। मंडियों में भीड़ न लगे, इसके लिए राज्य में मंडियों की संख्या दोगुनी की गई है। सभी मंडियां सैनिटाइज होंगी। गेट पर ही मास्क और सैनेटाइजर का इंतजाम किया जाएगा।

जालंधर: संक्रमित के अंतिम संस्कार का स्थानीय लोगों ने किया विरोध

जालंधर में संंक्रमित के अंतिम संस्कार का श्मशान घाट के आसपास रहने वाले लोगों ने विरोध किया। लोगों का कहना है कि संक्रमण से मरे व्यक्ति के शव का अंतिम संस्कार यहां नहीं होने दिया जाएगा। क्योंकि, यह इलाका घनी आबादी है और लोगों को इससे खतरा हो सकता है। फिलहाल, मौके पर पुलिस प्रशासन के अधिकारी उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे हैं।

संक्रमित के अंतिम संस्कार का स्थानीय लोगों ने विरोध किया तो प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें समझाया।

मोहाली: सड़क पर नोट पड़े होने की सूचना पुलिस को दी

मोहाली में गुरुवार सुबह एसएसपी आवास के पास सड़क पर 500, 100 व 50 रुपए के नोट बरामद हुए हैं। एएसआई सुरजीत ने बताया कि सड़क से करीब चार हजार रुपए बरामद हुए हैं, जिसे किसी राहगीर ने देखकर पुलिस को फोन किया था। पुलिस का कहना है कि कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर दिल्ली जमात से लौटे एक युवक का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें युवक नोटों को थूक लगाकर सड़क पर फेंक रहा था। वह खुद को कोरोना पॉजिटिव बता रहा था। इस वीडियो को देखकर लोग खौफ में आ गए। इस कारण लोग अब सड़क पर मिले नोट भी नहीं उठा रहे हैं।

मोहाली में सड़क पर करीब चार हजार रुपए सड़क किनारे पड़े थे। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।

 

नाभा: कर्फ्यू के दौरान देहव्यापार, 5 गिरफ्तार
नाभा के पांडुसर मोहल्ले में गुरुवार सुबह एक घर में रेड करके पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 2 महिलाएं और 3 पुरुष हैं। पुलिस के मुताबिक, मोहल्ले के लोगाें ने पुलिस हेल्पलाइन पर फोन करके सूचना दी तो रेड की। गिरफ्तार तीनों पुरुष आरोपी गांव दुलद्दी के रहने वाले हैं।

पटियाला जिले के कस्बा नाभा में देहव्यापार में 2 महिलाओं और 3 पुरुषों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

 

मोहाली में 391, पठानकोट में 168 ने कर्फ्यू तोड़ा
कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों वालों पर राज्य में सख्ती बरती जा रही है। इनके लिए राज्य के विभिन्न इलाकों में 21 अस्थायी जेल बनाई गई हैं। इसी बीच मोहाली में अब तक 391 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसी तरह पठानकोट के सुजानपुर में महिला की मौत के बाद परिवार के छह सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटव आने के बाद चौकसी बढ़ा दी गई है।यहां जिला पुलिस ने ऐसे 168 लोगों के खिलाफ 113 मुकदमे दर्ज किए गए।

लुधियाना: चूहे को छोड़ने गया कर्नल का केयरटेकर फंसा 
लुधियाना में 15 ड्रोन के जरिए पुलिस पूरी निगरानी रख रही है। एससीडी गवर्नमेंट कॉलेज के पास 95 वर्षीय रिटायर्ड कर्नल का एक केयर टेकर चूहेदानी में फंसे चूहे को छोड़कर आने के लिए घर के बाहर निकल गया। गार्डन के पास उसने चूहे को छोड़ दिया, लेकिन तभी पीछे से गश्त कर रही पुलिस मौके पर पहुंच गई। करीब एक घंटे तक युवक जब घर नहीं लौटा तो कर्नल को बाद में पता चला कि युवक ओपन जेल में है। पुलिस के एक उच्च अधिकारी को फोन लगाकर सिफारिश करवानी पड़ी, तब जाकर केयरटेकर को रिहा किया गया।

जालंधर: मकसूदां सब्जी मंडी में नहीं लगने दी जाएंगी फड़ियां
मकसूदां स्थित सब्जी मंडी में रोज जमा हो रही भीड़ पर काबू पाना पुलिस प्रशासन के लिए काफी मुश्किल साबित हो रहा है। अब सख्ती बरतते हुए जिला मंडी अधिकारी ने निर्देश जारी किए हैं कि किसी भी कीमत पर फड़ियां नहीं लगने दी जाएंगी। केवल थोक सामान की बोली के बाद इसे रिटेल विक्रेताओं को बेचा जा सकता है। अगर कोई भी दुकानदार मंडी के अंदर रिटेल की बिक्री करता पकड़ा गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। इसके अलावा मंडी में बनाए गए गोले के अंदर रहकर ही दुकानदारों को अपनी बारी का इंतजार करना होगा।

मोहाली में सबसे ज्यादा 37 संक्रमित

राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 120 हो गई है। नवांशहर में 19, मोहाली में 37,  जालंधर में 11, अमृतसर में 10, लुधियाना में 8, होशियारपुर में 7, पठानकोट में 7, मानसा में 5, रोपड़ में 3, मोगा में 4, फतेहगढ़ साहिब में 2, फरीदकोट में 2, मुक्तसर, पटियाला, बरनाला, संगरू और कपूरथला में 1-1 मरीज है।

जालंधर के मकसूदां स्थित सब्जी मंडी में चेकअप के बाद ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। पिछले कई दिनों से मंडी में भीड़ जमा हो रही थी।

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