चंडीगढ़. केंद्र सरकार ने विभिन्न राज्यों में ग्रीन जोन में विभिन्न दुकानाें व इंडस्ट्रीज को सशर्त खोलने की अनुमति दी है। लेकिन इसका अंतिम फैसला राज्य ही करेंगे। पंजाब सरकार इस पर 30 अप्रैल को हालात देखकर फैसला करेगी। वहीं, सूबे में कई दुकानदार और कारोबारी विधायकों और मंत्रियों से धंधा चौपट होने की लगा गुहार लगाकर इन्हें खुलवाले की मांग कर रहे हैं। इसके लिए अब विभिन्न विधायकों और मंत्रियों ने अपने-अपने सुझाव मुुख्यमंत्री को भेजने शुरू कर दिए हैं। इनमें कई मंत्री- विधायक सशर्त खोलने की अनुमति देने के पक्ष हैं। कई मंत्रियों का कहना है कि कर्फ्यू की वहां छूट देनी चाहिए जहां पर अभी कोई केस नहीं आया है और उस क्षेत्र को ग्रीन जोन में रखा गया है।
बठिंडा, फाजिल्का और तरनतारन ही ग्रीन जोन में हैं
गौर हो कि सूबे के 3 जिले बठिंडा, फाजिल्का और तरनतारन ही ग्रीन जोन में हैं। यहां सरकार दुकानें व अन्य संस्थान खोलने की अनुमति दे सकती है। हालांकि बरनाला, गुरदासपुर, रोपड़, कपूरथला, मोगा और फतेहगढ़ साहिब भी कोरोना को मात दे चुके हैं। यहां फिलहाल अभी कोई एक्टिव केस नहीं है। वहीं, जालंधर, पटियाला, मोहाली, पठानकोट और लुधियाना कोरोना के हॉट स्पॉट बने हुए हैं। इन जिलों में 15 से 78 तक केस हैं। इसलिए यहां संस्थान व दुकानें खोलने की अनुमति मिलने के चांस कम ही हैं।
मंत्री बोले, कारोबारियों को नुकसान से बचाने के लिए सशर्त छूट देनी चाहिए
- दुकानदारों व कारोबारियों को आर्थिक नुकसान से बचाने के लिए नियमानुसार काम करने की छूट देनी चाहिए। इसमें नियमों का पालन अनिवार्य होना चाहिए। जो नियम तोड़ता है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान रखा जाना चाहिए। –सुखजिंदर सिंह रंधावा, जेल मंत्री
- केवल ग्रीन जोन वाले जिलों में ही दुकानदारों और कारोबारियों को संस्थान खोलने की सशर्त अनुमति दिए जाने पर विचार किया जा रहा है। जिन क्षेत्रों में केस लगातार अा रहे है, वहां छूट देने को जिला प्रशासन का सुझाव मुख्य माना जाना चाहिए। -तृप्त राजिंदर बाजवा, ग्रामीण मंत्री
- सरकार तमाम पहलुओं पर विचार कर रही है कि किन क्षेत्रों में क्या स्थिति है, उसी हिसाब से कर्फ्यू को लेकर छूट दी जाएगी। अंतिम फैसला सीएम लेंगे। क्षेत्रों में छूट पर फैसला विचार विमर्श के बाद ही किया जाएगा। -बलबीर सिंह सिद्धू स्वास्थ्य मंत्री, पंजाब
पंजाब में कोरोना वायरस से एक और की मौत, अब तक 19 मरीजों की गई जान
पंजाब में काेरोना वायरस COVID-19 ने एक और मरीज की जान ले ली है। पटियाला में कोराेना पॉजिटिव एक महिला मरीज की सोमवार को मौत हो गई। इसके साथ ही पंजाब में कोरोना से मरने वालाें की संख्या 19 हो गई है। राज्य में अब तक कोरोना पॉजिटिव केसों की संख्या 322 है। अब तक 86 कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं।
सोमवार को पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में एक महिला मरीज ने दम तोड़ दिया। जिले के राजपुरा की रहनेवाली 63 साल की महिला वहां की पहली कोरोना मरीज थी और उसके संपर्क में आने से कई लोग कोरोना वायरस COVID-19 से संक्रमित हुए। महिला काे कई दिनों से यहां इलाज चल रहा था। पटियाला जिले में कोरोना से यह पहली मौत है। जिले में कोरोना के 61 पॉजिटिव केस हैं।
बता दें कि इससे पहले रविवार को जालंधर के बस्ती गुजां इलाके में न्यू गोबिंद नगर निवासी एक व्यक्ति की काेरोना से मौत की पुष्टि हुई थी। उसकी शनिवार को मौत हुई थी और रविवार को अमृतसर के गुरु नानकदेव मेडिकल कॉलेज की रिपोर्ट में उसके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 322 पहुंच गई है। इस समय 218 पॉजिटिव विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। जालंधर में संक्रमितों की संख्या राज्य में सबसे ज्यादा 78 हो गई है।
अब ड्रोन से कस्बे होंगे सेनेटाइज
सूबे में काेराेना से निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग अब ड्राेन के जरिए गांवों व कस्बों को सेनेटाइज करेगा। इसकी शुरुआत मोहाली से हो गई है। इसके बाद दूसरे जिलाें में भी की जाएगी। ड्रोन से घनी आबादी वाले इलाकों में सेनिटाइज करने में आसानी होगी।
कर्फ्यू पास लेकर निकले थे मस्ती करने, पुलिस ने पकड़े, 35 गाड़ियां इम्पाउंड
जिले में कई लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने प्रशासन से कर्फ्यू पास किसी एसेंशियल सर्विस या जरूरतमंद को राशन पहुंचाने के लिए नहीं बल्कि घूमने के लिए बनवाए हैं। अब ये लोग पास का मिसयूज कर रहे हैं। ये जहां खुद किसी न किसी बहाने से बाहर सड़कों पर गाड़ियां लेकर घूम रहे हैं वहीं, अपने परिवार को भी घुमा रहे हैं। ऐसे ही लोगों से अब सख्ती से निपटाया जाएगा और उनके पास पकड़े जाने पर कैंसिल किए जाएंगे। उन्हें उन एसडीएम के समक्ष पेश किया जाएगा, जिनके ऑफिस से पास जारी हुए हैं।
इसके साथ ही डीसी के आर्डर का उल्लंघन करने यानि कि 188, महामारी में खुद व लोगों के लिए खतरा पैदा करना के आरोप में कार्रवाई की जाएगी। अगर गाड़ी में ज्यादा लोग पाए गए तो 120बी भी साथ लगेगी। यह इसकी शुरुआत खरड़ से कर दी गई है और अब पूरे जिले में पुलिस ऐसे लोगों की पहचान कर रही है। एसएचओ सदर सुखवीर सिंह ने बताया कि गत दिवस उन्होंने अपनी टीम के साथ लांडरा-खरड़ मुख्य मार्ग पर नाका लगाया हुआ था।