काबुल / कार बम विस्फोट में 5 लोगों की मौत, 50 घायल; आतंकी संगठन तालिबान ने ली हमले की जिम्मेदारी
हमला ऐसे स्थान पर हुआ है, जहां कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के कार्यालय हैं 8 अगस्त को भी काबुल पश्चिम में हुए कार बम धमाके में 14 लोग मारे गए थे अफगानिस्तान में 28 सितंबर को चुनाव, अमेरिका और तालिबान के बीच चल रही वार्ता के बीच हिंसा बढ़ी
काबुल. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में सोमवार को हुए कार बम विस्फोट में अब तक पांच लोगों की जान चली गई और 50 अन्य घायल हो गए। हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने ली है। यह हमला ऐसे स्थान पर हुआ है, जहां कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के कार्यालय हैं।तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि विस्फोट “विदेशी ताकतों” पर लक्षित था।
अफगान आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता नुसरत रहीमी ने बताया कि घटना काबुल पुलिस डिस्ट्रिक्ट 9 (पीडी 9) में एक आवासीय क्षेत्र के पास रात 9.45 बजे (स्थानीय समय) पर हुई।ग्रीन विलेज के करीब धमाकाहुआ है। यह एक बड़ा परिसर है, जहां राहत सहायता एजेंसियों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के कार्यालय हैं।
सोमवार रात को ब्लास्ट से कुछ घंटों पहले ही अमेरिकी दूत जल्माय खलीलजाद ने अफगानिस्तान सरकार से कहा था कि अमेरिका अपने 5000 सैनिकों को पांच महीने के भीतर अफगानिस्तान छोड़ने का आदेश जारी कर सकता है। इसके लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मंजूरी की जरूरत है। खलीलजाद ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति को भरोसा दिलाया था कि वे समझौते के बिल्कुल करीब हैं।
रविवार शाम कतर से आने के बाद से खलीलजाद दो बार राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ मुलाकात कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस समझौते के तहतपहले 5000 अमेरिकी सैनिक अफगानिस्तान में पांच ठिकानों से 135 दिनों के भीतर वापस आ जाएंगे। वर्तमानमें अफगानिस्तान में करीब 14000 सैनिक अफगानिस्तान में हैं।
ग्रीन विलेज पर पहले भी हुए हैं आतंकी हमले
काबुल में ग्रीन विलेज हमेशा आतंकियों के निशाने पर रहा है। यहां कई विदेशी रहते हैं।जनवरी में भी एक आत्मघाती कार हमलावर ने इस कंपाउंड कोनिशाना बनाया था।तब चार लोगों की मौत हुई थीऔर कई घायल हुए थे।यह विस्फोट भी तब हुआ था जब अमेरिकी दूतजाल्मे खलीलजाद अमेरिका के सबसे लंबे युद्ध को समाप्त करने के लिए तालिबान के साथ अपनी वार्ता पर अफगान सरकार को जानकारी देने के लिए राजधानी का दौरा कर रहे थे।
वेडिंग हॉलमें हुए हमले में 63 की गई थी जान
काबुल में 17अगस्त की रात एक शादी समारोह में आत्मघाती धमाका हुआ था। इसमें करीब 63 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 182 घायल हुए थे। दारुलमान इलाके में यह घटना हुई। यहां अल्पसंख्यक शिया हजारा समुदाय के लोग काफी संख्या में रहते हैं।
8 अगस्त को 14 लोग मारे गए थे
काबुल में इसी महीने यह दूसरा हमला है।8 अगस्त को हुए धमाके में 14 लोग मारे गए थे, जबकि 145 घायल हुए थे। पश्चिमी इलाके मेंअफगान सुरक्षाकर्मियों को तालिबान ने अपना निशाना बनाया था। इसके लिए कार का इस्तेमाल किया गया था।
28 सितंबर को होना हैं चुनाव
अफगानिस्तान में 28 सितंबर को चुनाव होना हैं।इसे लेकरअमेरिका और तालिबान के बीच चल रही वार्ता के साथ ही हिंसा बढ़ गई है। तालिबान के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि जल्माय खलीलजाद की 8वें चरण की वार्ताहो चुकी है। खलीलजाद ने इस शांति वार्ता को बहुत सकारात्मक बताया था। उन्होंने कहा था कि अमेरिका किसी भी हाल में अफगानिस्तान की धरती पर तालिबान नियंत्रण वाले क्षेत्र और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का अड्डा नहीं बनने देगा।